दुगली सिंगपुर मार्ग में बना गढ्ढा दुर्घटना को दे रहा है आमंत्रण..क्षेत्र का एक मात्र ब्रिटिश कालिन मार्ग जहां कभी रेल दौड़ा करता था आज आवागमन में हो रहा है परेशानी..लोग हो रहे हैं दुर्घटना का शिकार...!




दुगली मेघा मुख्य मार्ग राजीव ग्राम के सतसंग भवन के पास बना खाई लोग हो रहे हैं दुर्घटना का शिकार
दुगली।।नगरी विकासखंड को मगरलोड से जोडने वाली एक मात्र ब्रिटिश कालीन सड़क मार्ग सालों से जर्जर है वहीं बारिश के दिनो में जगह जगह गढ्ढे निर्मित हो जाते हैं इस मार्ग में शुरुआत में ही राजीव ग्राम दुगली की हृदय स्थल में सतसंग भवन के पास बारो माह गढ्ढा बना हुआ रहता है जो दुर्घटना को हमेशा आमंत्रित करता है वहीं बारिश के दिनो में वाहन चालकों को जब गढ्ढे में पानी भर जाता है तो सड़क मार्ग समतल नजर आता है जिससे दुर्घटना होती है इस मार्ग से राजधानी कम दूरी होने से चौबीसों घंटे दो पहिया चार पहिया और माल वाहक वाहन चलते हैं दुगली से लेकर मेघा तक कई जगह खतरनाक गढ्ढे का सामना कर आवागमन करते हैं दुगली क्षेत्र के ग्रामीण शंकरलाल नेताम,श्यामाचरण मंडावी, वरूण देव नेताम,शैलेन्द्र विश्वकर्मा,अजीत सिंह सिन्हा,अनील कुमार सिन्हा,नशुरूद्दीन शेख,सुभम तिवारी,राजकुमार यादव,सुखनंदन मरकाम, मयाराम टाँडेश,बसंत टाँडेश,हरि मंडावी,देवराज नरेटी,रविकांत नागवंशी सहित ग्रामीणों ने बताया अक्सर सतसंग भवन के पास बने गढ्ढे से दो पहिया वाहन चालक अनियंत्रित होकर घायल हो जाते हैं कई सालों से यह गढ्ढा निर्मित है वहीं इस मार्ग से आए दिन विभागीय अधिकारीयों का आवागमन होता रहता है यहां तक सिहावा विधानसभा क्षेत्र के बड़े नेताओं का आवागमन होता रहता है मगर किसी का भी आज तक नजर नहीं पड़ा जिस वजह से दुगली क्षेत्र के ग्रामीणों ने सतसंग भवन के पास बने गढ्ढे को समतलीकरण करने के साथ दुगली मेघा मार्ग क्षेत्र के एक मात्र ब्रिटिश कालिन मार्ग जहाँ कभी अंग्रेजी शासन में रेलवे लाईन हुआ करता था दुर्भाग्य ये है आज लोगो को आवागमन में परेशानी होती है इस मार्ग को यथाशिघ्र शासन से दुरस्तीकरण की माँग किए हैं।