आतंक का आगाज: प्रेस कांफ्रेंस में की थीं बड़ी-बड़ी बातें.... अब महिलाओं-बच्चों पर किया हमला.... महिला गवर्नर को बनाया बंधक.... सरकारी TV चैनल्स से महिला एंकर्स की गई बर्खास्त.... महिला न्यूज एंकरों के न्यूज पढ़ने पर रोक.....




डेस्क। अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने महिला न्यूज एंकरों को बैन कर दिया है। सरकारी न्यूज चैनल की महिला न्यूज एंकर को तालिबान ने नौकरी से हटा दिया है। अब तालिबानी एंकर टीवी पर न्यूज पढ़ेंगे। खदीजा अमीना नाम की एक महिला सरकारी न्यूज चैनल में एंकर थी। उनको भी हटा दिया गया है। एक दिन पहले ही तालिबान ने कहा था कि महिलाओं के हितों की रक्षा होगी। अब तालिबान कह रहा है कि सिर्फ शरीयत कानून के तहत ही महिलाओं को काम करने की इजाजत है।
महिला न्यूज एंकरों को हटा, अपने लोगों को सौंपी चैनल की जिम्मेदारी:
काबुल को अपने कब्जे में करने के बाद तालिबान ने अब धीरे-धीरे सरकारी दफ्तरों के साथ निजी संस्थानों को निशाना बनाना भी शुरू कर दिया है। न्यूज चैनलों में अब महिला एंकरों को बैन कर दिया गया है। इसकी जगह तालिबान ने अब अपने लोगों को प्रेजेंटर की जिम्मेदारी सौंपी है। नौकरी से निकाले जाने के बाद एक अफगान न्यूज एंकर खदीजा अमीना ने कहा, ‘मैं अब क्या करूंगी, अगली पीढ़ी के पास कोई काम नहीं होगा। 20 साल में जो कुछ भी हासिल किया है वह सब चला जाएगा। तालिबान तालिबान है, वे नहीं बदले हैं।
महिला गवर्नर को बनाया बंधक
बल्ख प्रांत की महिला गवर्नर सलीमा मजारी को बंधक बना लिया गया है। तालिबान ने उन्हें अपने खिलाफ आवाज उठाने के चलते कैद में ले लिया। फिलहाल उन्हें कहां और किस हाल में रखा गया है। इसकी जानकारी नहीं है। सलीमा मजारी अफगानिस्तान में पहली महिला गवर्नरों में से एक रही हैं। उन्हें कुछ साल पहले ही बल्ख के चाहत किंत जिले का गवर्नर चुना गया था। पिछले महीने ही जब तालिबान ने एक के बाद एक सभी प्रांतों पर धावा बोलना शुरू किया, तो सलीमा ने भागने के बजाय मुकाबला करने का फैसला किया। उनके जिले के तालिबान द्वारा घेरे जाने के बाद आखिरकार बल्ख को भी सरेंडर करना पड़ा।
तालिबानियों ने महिलाओं-बच्चों पर किया हमला
तालिबानियों ने देश छोड़ने के इरादे से हवाईअड्डे आने वाली महिलाओं और बच्चों पर नुकीले-धारदार हथियारों से वार किया। तालिबानी लड़ाकों ने एयरपोर्ट से भीड़ को वापस भेजने के लिए फायरिंग भी की। मार्कस यैम ने ट्विटर पर कुछ तस्वीरें ट्वीट की हैं और दावा किया है कि तालिबानियों के हमले में कई लोग घायल हुए हैं। काबुल में दुल्हन की पोशाक के विज्ञापनों में खुले बालों वाली महिलाओं को सफेद रंग से ढक दिया गया है और बैंक, सरकारी ऑफिस, बाजारों और स्कूलों को बंद कर दिया गया है।