धर्मान्तरण पर कब कसेगी नकेल, बस्तर में सरकार के सरंक्षण मे हो रहा खेल - केदार कश्यप

धर्मान्तरण पर कब कसेगी नकेल, बस्तर में सरकार के सरंक्षण मे हो रहा खेल - केदार कश्यप
धर्मान्तरण पर कब कसेगी नकेल, बस्तर में सरकार के सरंक्षण मे हो रहा खेल - केदार कश्यप

धर्मान्तरण पर कब कसेगी नकेल, बस्तर में सरकार के सरंक्षण मे हो रहा खेल - केदार कश्यप

सुकमा से लेकर नारायणपुर तक आदिवासियों को बरगलाकर किया जा रहा है मतांतरण

नैतिकता के आधार पर मंत्री कवासी लखमा तत्काल इस्तीफा दें

जगदलपुर। भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद से ऐसी परिस्थिति कभी निर्मित नही हुई, जब धर्मातरण में सीधे सरकार का हस्तक्षेप हो। सुकमा से लेकर नारायणपुर तक शायद ही ऐसा कोई गांव बचा हो, जहां आदिवासी व अन्य समुदाय को लालच देकर धर्मातरण न हुआ हो। केदार कश्यप ने धर्मांतरण के मामले में केबिनेट मंत्री कवासी लखमा से नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा देने की मांग की है। 

कश्यप ने आरोप लगाते हुये कहा कि सुकमा जिले के कोन्टा विधानसभा के विधायक व केबिनेट मंत्री कवासी लखमा द्वारा कई चर्चो में लाखों रूपये बतौर चंदा दिया जाता है।

लखमा के पुत्र हरीश कवासी का चर्च के प्रति प्रेम पिछले क्रिसमस के दौरान देखा गया था, जब सार्वजनिक तौर पर उन्होंने चुनाव में अपने पिता की जीत का श्रेय चर्च को दिया था। सुकमा जिले के बुड़दी ग्राम में कई दफे सर्व आदिवासी समाज ने भी धर्मान्तरण को लेकर नाराजगी जाहिर की थी लेकिन वहां पर भी नये चर्च बनाने के लिए कवासी लखमा ने सहयोग किया था। सुकमा जिले के चिंगावरम क्षेत्र में भी धर्मांतरण को लेकर आदिवासी समुदाय आमने सामने हो गया था।

केदार कश्यप ने कहा कि बस्तर में धर्मांतरण तेजी से हो रहा है। ऐसा कह सकते हैं कि यह सरकार के संरक्षण में हो रहा है। सुकमा एसपी के पत्र में बाकायदा ऐसे गांवों का जिक्र है। यह उनकी मौन स्वीकृति है। सुकमा के बार्डर क्षेत्र में बाहर के लोग आकर बस रहे हैं और धर्मांतरण कर रहे हैं। बस्तर से लेकर सरगुजा तक जहां भी ऐसे लोग आए हुए हैं, उनके पहचान पत्र और अन्य दस्तावेजों की समुचित रूप से जांच होनी चाहिए।

इसके लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी बनानी चाहिए। सुकमा के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने 12 जुलाई 2021 को अपने एसडीओपी और थाना प्रभारियों को लिखे पत्र में ईसाई मिशनरियों की गतिविधियों का उल्लेख किया था। उन्होंने लिखा था कि जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में स्थानीय आदिवासियों को बहला-फुसलाकर और ईसाई समुदाय में होने वाले लाभ का लालच देकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

केदार कश्यप ने कहा कि छिंदगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम गुड़रा पतिनाइकरास, काकड़ीआमा, लौण्डीपारा, बारूपाटा में इनकी गतिविधियों की सूचना है। इसके कारण भविष्य में स्थानीय आदिवासी और धर्मांतरित लोगों के बीच विवाद की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। एसपी ने अपने मातहत अधिकारियों से मिशनरियों और धर्मांतरित लोगों की गतिविधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया है।

साथ ही कोई अवांछनीय गतिविधि दिखने पर तत्काल कार्रवाई को भी कहा है। इसी धर्मांतरण को लेकर बस्तर कमिश्नर ने भी कलेक्टरों से कहा था कि ईसाई धर्मावलंबियों के द्वारा आदिवासी समाज, अन्य समाज व हिंदू धर्मावलंबियों को अपने धर्म का प्रचार-प्रसार करने की आड़ में ईसाई धर्म में धर्मांतरित का विषय लंबे समय से मुद्दा बना हुआ है।

इससे कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित होती रही है। जिसके भविष्य में और भी ज्यादा संवेदनशील होने की संभावना है। इस संबंध में पुलिस, पंचायत, कृषि शिक्षा, महिला बाल विकास विभाग और वन विभागों के क्षेत्रीय अमले को लेकर बिना कोई लिखित आदेश कार्रवाई करें। 

केदार कश्यप ने कहा कि कोन्टा विधायक व मंत्री कवासी लखमा द्वारा कई मंचो व मीडिया के समक्ष कहा गया था कि बस्तर में कही भी धर्मांतरण नहीं हुआ है, अगर ऐसा है तो वो राजनीति से इस्तीफा दे देंगे।

अब कवासी लखमा को वर्तमान मे हो रहे धर्मातरण के प्रकरण व पूर्व में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिये गये पत्रों के आधार एक मिनट भी पद पर बने रहने का अधिकार नही है। प्रदेश मे लगातार धर्मांतरण हो रहा है और कांग्रेस के लोग चुप्पी साधे बैठे है।

मंत्री लखमा का बयान है कि पूरे प्रदेश में कहीं पर भी धर्मांतरण नही हुआ है। जिनकी पार्टी का पूरा अवैध धर्मांतरण हो चुका है और वो सफाई दे रहे हैं। सुकमा जिले के ग्रामों मे लगातार धर्मांतरण की लपटे उग्र रूप ले रही है। मंत्री श्री लखमा में कुछ नैतिकता बची है तो वो तत्काल राजनीति से इस्तीफा दें।