जब सरकार विकास के पथ पर आगे बढ़ती है तो उसे कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, यही सरकार की सबसे बड़ी चुनौती है? देश का मजबूत लोकतंत्र देश को एक मजबूत सरकार देता है।

When the government moves forward on the path

जब सरकार विकास के पथ पर आगे बढ़ती है तो उसे कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, यही सरकार की सबसे बड़ी चुनौती है?  देश का मजबूत लोकतंत्र देश को एक मजबूत सरकार देता है।
जब सरकार विकास के पथ पर आगे बढ़ती है तो उसे कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, यही सरकार की सबसे बड़ी चुनौती है? देश का मजबूत लोकतंत्र देश को एक मजबूत सरकार देता है।

NBL, 30/07/2023, Lokeshwer Prasad Verma Raipur CG: When the government moves forward on the path of development, it has to face many difficulties, this is the biggest challenge of the government? A strong democracy of the country gives a strong government to the country. पढ़े विस्तार से.... 

इतिहास गवाह है, जो भी देश में राजशाही और लोकतंत्र के विकास के रास्ते पर चलता है, उसे कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत को हजारों बार नुकसान पहुंचाया है और भारत ने पूरी ऊर्जा और कड़ी मेहनत से लड़ाई लड़ी है। नव सृजन ने देश का निर्माण किया है और कठिन परिस्थितियों के बावजूद भी देश ने अपनी मातृभूमि को नई कलात्मक और रचनात्मक सृजन देकर दुनिया को आश्चर्यचकित कर दिया और भारत का तेजी से विकास हुआ, लेकिन सदियों से देश के भीतर कुछ धार्मिक और कुछ राजनीतिक मतभेद रहे। जयचंद जैसे लोग आज भी देश को बर्बाद करने में लगे हुए हैं और कर रहे हैं । 

हमारे भारतीय देशवासी अपनी व उनकी रक्षा और पोषण करके देश के साथ-साथ विदेशों की सामाजिक और आर्थिक प्रगति में बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं। देशवासी अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं और विदेशी भारत के बल पर आगे बढ़ रहे हैं और भारतीयों ने अपनी मातृशक्ति को उच्च मूल्यों के साथ दुनिया को दिखाया है कि हम भारतीय पूरे विश्व में शांति चाहते हैं और यह पाठ पढ़ाकर विश्वगुरु बनने के लिए अग्रसर हो रहे हैं। अब धीरे-धीरे पूरा विश्व भारत के नैतिक आचरण को अपना रहा है, बस इसे आगे बढ़ाने के लिए कर्मठ भारतीय राजनेताओं की कमी थी, जिसे आज भारत के कर्मठ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने उच्च मूल्यों से एक नई गति दे रहे हैं।  और अपनी उच्च विचार से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशों में रह रहे भारतवंशियों में जो उत्साह जगाया है, वही उत्साह आज विदेशी लोगों में भारत की एकता और संप्रभुता के महान स्वरूप और भारत को विश्व गुरु के रूप में देख रहे है, और आज दुनिया भारत के पीएम नरेंद्र मोदी को शांतिदूत के रूप में देखने लगा है,पीस ऑफ इंडिया के मूल पाठ से दुनिया जुड़ रहा है। दुनिया के लोग भारत की मूल सनातन धर्म संस्कृति को अपना हितैषी मानकर सनातनी योगाभ्यास को अपना रहे हैं।जब से नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने हैं तब से देशवासियों में एक नया विश्वास जगा है और यह विश्वास खुद पीएम मोदी ने देश हित में कुछ कारनामे दिखाकर और अपनी स्वच्छ छवि से जगाया है। अब उनके कार्यकाल में देश में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. भाजपा नेताओं ने घोटाले नहीं किये और देश में नये-नये अत्याधुनिक विकास कर देश दुनिया को आश्चर्यचकित कर दिया है। देश का विकास चारों ओर दिख रहा है और विपक्षी दल भले ही अड़ंगेबाजी की राजनीति करें।  लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं है, बल्कि वे पूरे जोश के साथ नित नए आयाम स्थापित करने में लगे हुए हैं. यह देश का मजबूत लोकतंत्र है जो बीजेपी ने पीएम नरेंद्र मोदी को दिया है, जिसका इस्तेमाल पीएम नरेंद्र मोदी सबके सहयोग से देश के विकास के लिए खुलकर कर रहे हैं और यही बात विपक्षी दलों के नेताओं के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय है. विपक्षी दलों के नेता थक जाते हैं और एक ही रट लगाते हैं, पीएम नरेंद्र मोदी ने देश की संपत्ति दो बिजनेसमैन को दे दी है, एक अडानी और एक अंबानी, लेकिन बड़ी बात यह है कि ये दोनों बिजनेसमैन देश के कई बेरोजगारों को रोजगार दे रहे हैं. देश। देश के कई परिवार आर्थिक विकास की ओर बढ़ रहे हैं। पूर्व कांग्रेस सरकार के कुछ नेताओं ने देशवासियों की जेब से पैसा चुराया, जिसे हम भ्रष्टाचार और घोटाला कहते हैं, जो उनकी तिजोरी में चला गया। जो लोग देश के बेरोजगारों के लिए काम नहीं करते थे, बल्कि अपने परिवार के लिए काम करते थे, आज देश के कुछ लोग इन विपक्षी दलों के नेताओं की बातें सुनकर अडानी/अंबानी के वही नारे दोहराते रहते हैं, जबकि सच्चाई कुछ और है, देशवासियों को समझना बहुत जरूरी है. विपक्षी दलों के नेता आज सत्ता पाने के लिए क्यों बेचैन हैं, क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी सरकार अतीत में किए गए उनके पैसों को जब्त न कर ले केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिए, इसलिए धन बचाने का अभियान चला रहे हैं.विपक्षी दलों के गठबंधन I. N. D. I. A अपने पैसे बचाने के लिए कुछ भी करके देश के लोकतंत्र को लालच देकर देश व राज्य की सत्ता हासिल करने के लिए अधिक चिंतित हैं क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी सरकार की गारंटी अधिक शक्तिशाली है, वे इस गारंटी से डरते हैं।पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार भारत में पहले विकास की नींव एक साल पहले रखती थी और उद्घाटन पांच साल बाद होता था, अब आज शिलान्यास भी होता है और उद्घाटन भी होता है, कल और आज में यही अंतर है। पहले के सरकार धार्मिक स्थलों के इतिहास को दबाते थे लेकिन आज सरकार धार्मिक स्थलों की इतिहास की सच्चाई सबके सामने ला रही है, कल और आज में यही अंतर है, पहले राजनीति जातियों पर आधारित होती थी और आज सबका साथ-सबका विकास पर राजनीति हो रही है,कल और आज में यही अंतर है,आज हम विकास की बात कर रहे हैं और पिछली सरकार में जो लोग लोगों को बर्बाद कर रहे थे उन्हें बचाने के लिए देश में विकास हो रहा था, कल और आज में यही अंतर है, जिनकी ताकत हमारे ऊपर राजनीति करती है अब हम उनके साथ हैं देश का लोकतंत्र जिनका विकास भारत से जुड़ा है, जो नव निर्माण में सक्षम हैं, आज उसी पर देश में राजनीति हो रही है, आज और कल में यही अंतर है।

देश के लोकतंत्र में बड़ा बदलाव आया है, पहले हम लोकतन्त्र झूठ को सच मान लेते थे और राजसत्ता में उनको बिठा देते थे, अब झूठ बोलने वाले नेताओं को राजसत्ता से ही हटा देते है,ये है आज के नए भारत का लोकतंत्र, अब देश का लोकतंत्र सब जानता है कि कौन सा नेता सही और देश हित में है और कौन सा नेता देश के लिए बेकार है। अब यदि देश के कुछ राजनीतिक दल के नेताओं द्वारा मुफ्त और सस्ते में देने की रची साजिश से देश का लोकतंत्र दूर हो जाए तो देशवासियों को भारत में चहुंओर विकास दिखाई देगा। उसी दिन से भारत में स्वस्थ और स्वच्छ राजनीति और राजनेताओं का उदय होगा और फिर भारत दिन-ब-दिन प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता जाएगा। भारत माता स्वयं अपने बल पर परिवर्तन ला रही है। अब देश में विकास शुरू हो चुका है, अब यह देश के लोकतंत्र पर निर्भर करता है कि वह विकास को अपनाता है या विनाश को संरक्षण देता है।आज भारत में राजनीति बहुत ही भयावह रूप ले चुकी है, न तो देश का संसदीय कार्य ठीक से चल रहा है और न ही देश के विकास और अन्य मुद्दों पर चर्चा हो रही है, अब देश में राजनीतिक दलों के नेताओं में राजनीतिक मतभेद चल रहे हैं . जी हां, देश के विपक्षी दल गठबंधन का नाम I. N. D. I. A हो गया है और विपक्षी दल गठबंधन I. N. D. I. A प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के लिए विपक्षी गठबंधन बीजेपी एनडीए से सीधी टक्कर लेने जा रहा है. नेताओं ने सफेद राजनीतिक पोशाक छोड़कर काले कपड़े पहनकर पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. पीएम नरेंद्र मोदी सरकार ने इन विपक्षी दलों के नेताओं का रंग भी बदल दिया।  सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे सोशल मीडिया यूजर्स अब इस काले कपड़े और काले कौवे को लेकर विपक्षी पार्टियों के गठबंधन के बारे में कई रूप और कई तरह से बात कर रहे हैं।