Weather Updates: अभी कड़ाके की ठंड से नहीं मिलेगी राहत.... अगले 24 घंटे में शीतलहर और बारिश से इन राज्यों में बढ़ेगी ठिठुरन.... IMD ने किया अलर्ट.... जानिए कहां होगी बारिश.... देखें CG में कहां कैसा रहेगा मौसम.......

Weather Updates: अभी कड़ाके की ठंड से नहीं मिलेगी राहत.... अगले 24 घंटे में शीतलहर और बारिश से इन राज्यों में बढ़ेगी ठिठुरन.... IMD ने किया अलर्ट.... जानिए कहां होगी बारिश.... देखें CG में कहां कैसा रहेगा मौसम.......

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नई दिल्ली। अगले 24 घंटे में पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में शीतलहर की संभावना है। वहीं अगले 2 दिनों के दौरान मध्य प्रदेश और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में भी शीतलहर का अनुमान है। अगले 48 घंटों के दौरान उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, असम, मेघालय और नागालैंड में सुबह और रात के समय घना कोहरा छाया रहेगा। मौसम विभाग ने बताया कि 31 जनवरी और 01 फरवरी को सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नागालैंड-मणिपुर-मिजोरम-त्रिपुरा में हल्का या मध्यम वर्षा होने की संभावना है।

अगले 4 दिनों के दौरान तमिलनाडु और केरल में और अगले 48 घंटों के दौरान आंध्र प्रदेश में हल्की वर्षा का अनुमान है। अगले 5 दिनों के दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और मुजफ्फराबाद में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शिमला में भारी बर्फ गिरने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वहां के एक निवासी ने बताया कि इस समय पानी जम रहा है, जिसके कारण पीने के लिए पानी के लिए दिक्कत है। आग तापकर ठंड से बच रहे हैं। 

CG में 

प्रदेश में कल दिनांक 28 जनवरी को चार स्टेशन में शीत दिवस की स्थिति बना हुआ था और शेष स्थानों में शीत दिवस जैसी स्थिति निर्मित हुआ था।  प्रदेश में आज तीन स्थानों पर शीत लहर, जिसमें बिलासपुर, पेंड्रा रोड और दुर्ग में शीतलहर की स्थिति बना हुआ है शेष स्थानों पर शीतलहर जैसी स्थिति निर्मित है। सबसे कम न्यूनतम तापमान बलरामपुर में 3.0 डिग्री दर्ज किया गया है। रायपुर का तापमान 10.8 डिग्री दर्ज किया गया है।  प्रदेश में न्युनतम और अधिकतम तापमानों में आज से वृद्धि होने की संभावना है। जिसके कारण दिवस से आज के बाद खत्म होने की संभावना है परन्तु चरम उत्तर भाग में स्थिति में ज्यादा परिवर्तन अगले दो दिनों में होने की सम्भावना नहीं है। चूंकि उत्तर से ठंडी और शुष्क हवा की गति कम होने के कारण यह स्थिति निर्मित हो रही है।