केंद्रीय मंत्री का बेटा अरेस्ट: लखीमपुर कांड में केंद्रीय मंत्री का बेटा आशीष मिश्रा 12 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार.... हत्या, लापरवाही से गाड़ी चलाने और आपराधिक साजिश का केस.... 12 घंटे की पूछताछ में 14 बार भेजा गया चाय-नाश्ता......




लखनऊ। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आशीष मिश्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। स्पेशल टास्क फोर्स ने करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र को गिरफ्तार किया है। आशीष के खिलाफ IPC की धारा 302, 147 और 148 समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। आशीष पर मर्डर, एक्सीडेंट में मौत, आपराधिक साजिश और लापरवाही से वाहन चलाने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। मजिस्ट्रेट के सामने उसके बयान दर्ज किए गए हैं।
डीआईजी उपेंद्र कुमार ने बताया कि आशीष मिश्रा जांच में सहयोग नहीं कर रहा। कुछ सवालों के जवाब भी नहीं दे सके। इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया है। अब कोर्ट में पेश किया जाएगा। आशीष को क्राइम ब्रांच में VIP ट्रीटमेंट मिल रहा है। उसे मेडिकल परीक्षण के लिए लखीमपुर जिला अस्पताल ले जाया जा रहा है। इसके लिए उसे लेने इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. अखिलेश कुमार क्राइम ब्रांच में पहुंचे हैं।
मेडिकल के बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। फिर उसे रिमांड पर लिया जा सकता है। इससे पहले आशीष घटना के सातवें दिन शनिवार को क्राइम ब्रांच के सामने सुबह 10:36 पर पेश हुआ। इस दौरान उसने रुमाल से अपना मुंह छिपा रखा था। और पिछले दरवाजे से इंट्री की थी ।
पूछताछ के दौरान 14 बार चाय और नाश्ता अंदर गया है। आशीष मिश्रा के साथ उनके वकील अवधेश सिंह और मंत्री अजय मिश्र टेनी के प्रतिनिधि अरविंद सिंह संजय और भाजपा के सदर विधायक योगेश वर्मा भी अंदर मौजूद रहे। क्राइम ब्रांच के दफ्तर में SDM सदर भी मौजूद रहे।
पूछताछ में 10 एफिडेविट और एक पेन ड्राइव के साथ दो मोबाइल पेश किए गए। इनसे SIT संतुष्ट नहीं दिखी। बताया जा रहा है कि 13 वीडियो SIT को दिए गए हैं। इनकी जांच फॉरेंसिक एक्सपर्ट करेंगे। आशीष से 6 लोगों की टीम ने पूछताछ की। लखीमपुर में क्राइम ब्रांच के दफ्तर में आशीष मिश्रा से मजिस्ट्रेट के सामने सवाल-जवाब किए गए।
आशीष अपने वकील के साथ मौजूद रहा। पूछताछ में डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल और लखीमपुर के एसडीएम भी शामिल रहे। आशीष मिश्रा ने अपने पक्ष में कई वीडियो पेश किए। उन्होंने 10 लोगों के बयान का हलफनामा भी पेश किया, जो बताते हैं कि वो काफिले के साथ नहीं था, दंगल मैदान में था।