Tulsi ki kheti : सिर्फ 15000 की लागत से शुरू करें तुलसी की खेती! लाखो में होगी कमाई...

Tulsi ki Kheti: Start Tulsi farming at a cost of just 15000! Will earn in lakhs... Tulsi ki kheti : सिर्फ 15000 की लागत से शुरू करें तुलसी की खेती! लाखो में होगी कमाई...

Tulsi ki kheti : सिर्फ 15000 की लागत से शुरू करें तुलसी की खेती! लाखो में होगी कमाई...
Tulsi ki kheti : सिर्फ 15000 की लागत से शुरू करें तुलसी की खेती! लाखो में होगी कमाई...

Tulsi Farming :

 

नया भारत डेस्क : अगर आप भी औषधीय पौधे की खेती कर कम पूंजी से अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो आपको तुलसी की खेती करने पर ध्यान देना चाहिए. तुलसी की खेती शुरु करने के लिए आपको बहुत अधिक पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है. केंद्र सरकार अपने कई स्कीम के जरिए देश में औषधीय पौधे की खेती को बढ़ावा देना चाहती है, आप भी उसका लाभ उठा सकते हैं. (Tulsi Farming)

आप कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के जरिए भी Tulsi की खेती की शुरुआत कर सकते हैं. आपको Tulsi की खेती के लिए महज 15,000 रुपये खर्च करने की जरूरत है. बुआई के 3 महीने बाद ही तुलसी की फसल औसतन 3 लाख रुपये में बिक जाती है. आयुर्वेदिक दवा मार्केट में मौजूद झंडु, डाबर, वैद्यनाथ, पतंजलि आदि तुलसी की कॉन्ट्रैक्ट पर भी खेती करा रही हैं. (Tulsi Farming)

केंद्र सरकार देती है बढ़ावा :

केंद्र सरकार इस समय देशभर में औषधीय पौधों (Medicinal Plants) की खेती को बढ़ावा दे रही है. भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने अगले साल तक 75 लाख घरों में औषधीय पौधों को पहुंचाने का लक्ष्य रखा है, तुलसी भी उन्हीं पौधों में से एक है. (Tulsi Farming)

तुलसी की खेती (Tulsi ki kheti) कैसे करें?

एक एकड़ खेत में तुलसी की खेती (Tulsi ki kheti) करने के लिए अलग से 600 ग्राम बीज डालकर पौध तैयार की जाती है. तुलसी की पौध तैयार करने का सही समय अप्रैल का पहला सप्ताह है. करीब 15-20 दिन में Tulsi की पौध तैयार हो जाती है. मानसूनी तुलसी की पौध जून-जुलाई में तैयार की जाती है. Tulsi की पौध तैयार होने के बाद नर्सरी से निकालकर खेत में लाइन में रोप दी जाती है. (Tulsi Farming)

तुलसी के दो पौधे में दूरी :

तुलसी के पौध की रोपाई के समय यह ध्यान रखा जाता है कि पौधे से पौधे की दूरी 12-15 इंच व लाइन से लाइन की दूरी 15-18 इंच हो. तुलसी की फसल में महीने में दो से तीन सिंचाई पर्याप्त है. तुलसी की फसल में कोई बीमारी नहीं लगती, ना ही किसी कीड़े का प्रकोप होता है. तुलसी के पौधे को बढ़ाने के लिए खाद के रूप में केवल गोबर की खाद का ही प्रयोग किया जाता है. (Tulsi Farming)

तुलसी की फसल 65 दिन में तैयार :

तुलसी की फसल पौध रोपने के बाद 65-70 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. इसके बाद तुलसी के पौधे को काटकर सुखा लिया जाता है. जब तुलसी की पत्तियां सूख जाती हैं तो इन्हें इकठ्ठा कर लिया जाता है. उपज के रूप में एक एकड़ खेत में तुलसी की पांच-छह क्विंटल सूखी पत्ती प्राप्त होती है. झंडु, डाबर, पतंजलि, वैद्यनाथ व हमदर्द जैसी औषधि कंपनियां तुलसी की पत्तियां 7000 रुपये क्विंटल के हिसाब से खरीद लेती हैं. एक एकड़ तुलसी की फसल पैदा करने में 5000 रुपये का खर्च आता है. एक एकड़ तुलसी की फसल से 36,000 रुपये की बचत एक फसल में हो जाती है, जबकि साल में तुलसी की तीन फसल पैदा की जा सकती है. (Tulsi Farming)