बड़ा रेल हादसा: मालगाड़ियों में जोरदार भिड़ंत.... सिग्नल तोड़कर एक ही ट्रैक पर टकराईं दो मालगाड़ियां.... दो मालगाड़ियों की आमने-सामने हुई टक्कर.....




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डेस्क। झारखंड के सिमडेगा में दो मालगाड़ी ट्रेनों की आमने-सामने जबर्दस्त टक्कर हुई है। घटना हटिया-वांडामुंडा रेल खण्ड के कुरकुरा रेलवे स्टेशन के पास की है जहां दोनों मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। घटना के कारणों की विस्तृत रूप से जांच की जा रही है। हटिया बंडामुंडा रेल खंड के कुरकुरा रेलवे स्टेशन के निकट मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बताया जा रहा है कि कुरकुरा स्टेशन के लाइन नंबर तीन में रांची की ओर से मालगाड़ी घुस रही थी। इसी क्रम में राउरकेला से बानो होते हुए रांची की ओर जानेवाली मालगाड़ी भी सिग्नल तोड़ते हुए तीन नम्बर लाइन में ही घुस गई। इसके बाद दोनों ट्रेनों की आमने सामने टक्कर हो गई।
बानो में सायरन बजने और दुर्घटना की सूचना मिलते ही बानो रेल प्रशासन और रांची रेल मंडल के अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। टकराने से पूर्व दोनों ट्रेनों के लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाने का प्रयास किया। मगर ब्रेक लगाने के बाद भी दोनों ट्रेन के बीच की दूरी इतनी कम हो गई कि दोनों को टकराने से रोका नहीं जा सका। वहीं दोनों ट्रेनों में बैठे लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट ट्रेन के टकराने के पहले इंजन से कूद पड़े। कूदने के दौरान एक लोको पायलट को छोड़कर अन्य को हल्की चोटें आईं।
शुक्र था कि यह मालगाड़ी थी, अगर पैसेंजर गाड़ी होती तो इस दुर्घटना में कई लोगों की जानें जा सकती थीं। रेलवे के पदाधिकारियों ने बताया कि एक मालगाड़ी खाली थी और दूसरी लोडेड थी। रेलवे की लापरवाही सिर्फ यहीं तक खत्म नहीं हुई। बल्कि जब इस दुर्घटना की सूचना मिली तो एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन को भेजने में रेलवे को 1 घंटे का समय लग गया। वहीं दूसरी तरफ रिलीफ ट्रेन भेजने के बाद क्रेन को पीछे से भेजा गया। तब जाकर मेडिकल रिलीफ ट्रेन को दुर्घटना स्थल के लिए रवाना किया गया। रेलवे द्वारा एक के बाद एक लापरवाही देखने को मिली।