आज वर्तमान सरकार, सरकारी उद्यमो को निजीकरण क्यों कर रहे हैं, इन सब से देश को क्या फ़ायदा या नुकसान होगी जाने जरूर.
Today, why is the present government privatizing government enterprises,




NBL, 13/09/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. Today, why is the present government privatizing government enterprises, what will be the benefit or harm to the country from all this.
आज भारत देश के हर एक व्यक्ति के मनो में एक सवाल बार बार आ रही है, आखिर मे वर्तमान पीएम मोदी सरकार देश के सरकारी उद्यमो को निजीकरण क्यों कर रहे हैं? क्या फायदा होगी या देश नुकसान की ओर तो नहीं चली जाएगी, इस प्रकार के सवालों का उत्तर कुछ हद तक हम देने का प्रयास करेंगे जिससे देश के लोग गुमराह होने से बच सके, पढ़े विस्तार से....
आज देश की सरकारी से निजीकरण का चर्चा सबसे ज्यादा राजनीतिक नेताओं के द्वारा की जाती है, और ज्यादा विपक्षी दलों के नेताओं के द्वारा बोली जाती है, जिन बातों को पुरा देश के लोग सुनते हैं, और कई सवाल खड़े होते हैं देश वासियों के मनो मे वाकई देश को गलत रास्ते की ओर वर्तमान सरकार तो नहीं ले जा रही है, जिनके उपर भरोसा करके पूरे भारत वासी उनको जनादेश दिए। लेकिन यह बोलना या सोचना देश वासियों की जायज है, लेकिन जानना भी जरूरी है इनके आगे व पीछे की सत्यता...
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है सरकारी संस्था खोलकर सरकार एक व्यापारी बन गया है, और इन व्यापार से देश को फ़ायदा नहीं बल्कि नुकसान उठाना पड़ रहा है, इससे देश का विकास की गति को बल नहीं मिल पा रही है, उदाहरण के तौर पर जैसे रेल्व का विभाग सरकार की है, और सरकार के सरकारी संप्पति का दोहन खुलकर हो रही है, जैसे रेल्वे का टिकट आप यात्रियों को चाहिए तो क्या बोल देते हैं, रेल्वे कर्मचारी अभी टिकट एवलेबल नहीं है, और आप यात्री किसी निजी ई टिकट वाले के पास जाते हैं, और आपको रेल्वे का ई टिकट मिल जाती है आपके गंतव्य स्थान तक जाने के लिए और आपको सरकारी तय मूल्य से कही अधिक रूपये देकर खरीदनी पड़ती है, उस निजी ई टिकट के दुकानों से, तो इस भ्रष्टाचार को रोकने के लिए निजीकरण आवश्यक है।
अब निजीकरण से आपको फ़ायदा ये होगी आपके मूल्यों का अधिकार व आपके रुपयों का हनन नहीं होगा, क्योकि प्राइवेट कंपनी सरकार के अधिकार क्षेत्र से बाहर नहीं रहेगी जो नियम सरकार बनायेगी उसी नियम के अनुसार निजी कंपनी को चलना पड़ेगा, इससे सरकार व्यापारी बनने से बच जायेगी और आम जनता का बोझ भी हल्का हो जायेगी, और राजकीय कोष में इजाफा हो जायेगी और देश उन्नति के साथ आगे बढ़ेगी।
सरकार के सरकारी से देश के लोगों को क्या नुकसान या फायदा मिलेगी इस पर बात करते हैं, जो सरकारी कर्मचारी बनते हैं, उनके कार्य मे अलाली व आलसी पन आ जाती है और अपने कर्तव्यों का सही से पालन नहीं कर पाते इससे देश के लोगों को बहुत बड़ी नुकसान होता है, समय के साथ साथ धन का भी। सरकारी कर्मचारी के वर्क गलत होने पर भी उसे उन संस्था से बाहर निकालने मे बड़ी दिक्कत होती है, इस कारण से भी देश को नुकसान हो रहा है, ये सरकारी कर्मचारी अपने आप को सरकार के दमाद समझते हैं, अकाल पड़े या दुकाल अपना तो वाह वाह।
दूसरी बात देश मे आराजकता या आंदोलन होती है, सबसे पहले ये लोग सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाते है, इस नुकसान से उबरने के लिए सरकार अपने आप को टाइट करते हैं, इससे भी देश के लोगों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ जाता है, महगाई व टैक्स में वृद्धि करनी पड़ती है, फिर पुनः तब कही भरपाई हो पाती है, और सरकार अपने ही लोगों के उपर हो रही अत्याचार को सहन करने के लिए मजबूर हो जाते हैं, ये भी राजनीति का सबसे बड़ा गिरावट है, जिससे सरकार बनते व बिगड़ते है, और भ्रष्टाचार व घोटाले पनपते है वाइरस की तरह एक निष्ठ सरकार देश मे नहीं रह पाती, इससे भी देश को बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है, देश उन्नति में सबसे बड़ा बाधा है, ये सरकार की सरकारी व्यापार जो कई तरह से दोहन की जा रही है, कर्म विहीन व्यक्तियों के द्वारा।
सरकार के द्वारा निजीकरण से देश को फ़ायदा क्या होगी इस पर नजर डालते हैं, निजीकरण से देश के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगी देश के हर वह निजीकरण संस्था आधुनिकीकरण के दिशा की ओर आगे बढ़ेगी, और जो सरकार के उपर बोझ है, वह कम होगी निजीकरण संस्थाओ के द्वारा मिली रकम से देश का विकास विस्तार होगा और भ्रष्टाचार व घोटाले पर लगाम लगेगी और इन सभी निजीकरण संस्थाओ के उपर सरकार के हाथ में कंट्रोल होगा नियम व कानून कायदे व इनके गुणवत्ता के उपर और सबसे बड़ी बोझ कम होगा सरकार स्वयं के व्यापारी न बनने से, जो देश वासी इन सवालों का जवाब ढूँढते रहते हैं, सरकार ने ये किया सरकार ने वह नहीं किया करके।