डिप्टी कलेक्टर के घर में चोरी: पॉश इलाके में अफसर के घर हुई चोरी.... बड़ी रकम हाथ न लगने पर चोर नसीहत भी लिख गए.... चिट्ठी छोड़ गए चोर.... लिखा, "जब पैसे नहीं थे तो लॉक नहीं करना था कलेक्टर"......

डिप्टी कलेक्टर के घर में चोरी: पॉश इलाके में अफसर के घर हुई चोरी.... बड़ी रकम हाथ न लगने पर चोर नसीहत भी लिख गए.... चिट्ठी छोड़ गए चोर.... लिखा,


डेस्क। मध्यप्रदेश के देवास में चोरों ने डिप्टी कलेक्टर के घर में चोरी की है। मगर चोरों के हाथ कुछ नहीं लगा है। इसके बाद चोर ने डिप्टी कलेक्टर के घर में एक चिट्ठी छोड़ी है, जिसमें चोर ने लिखा है कि जब पैसे नहीं थे तो लॉक क्यों लगाया कलेक्टर। सोशल मीडिया पर यह चिट्ठी अब वायरल है। जब डिप्टी कलेक्टर आवास में लौटे तो उन्होंने ताला टूटा देखा। पुलिस को सूचना दी, तभी कुर्सी पर उन्हीं की डायरी और पेन का उपयोग कर एक पन्ना मिला। जिसमें लिखा था, “जब पैसे नहीं थे तो लॉक भी नहीं करना था कलेक्टर।” शायद चोर को उम्मीद थी कि सरकारी अधिकारी के आवास में उसे जमकर नगदी और ज्वेलरी मिलेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिससे नाराज होकर उसने पत्र लिख डाला। 

कोतवाली पुलिस ने डिप्टी कलेक्टर की शिकायत पर 30 हजार नगद, एक अंगूठी, चांदी की पायल और सिक्के चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज की है। सिविल लाइंस स्थित डिप्टी कलेक्टर के सुने घर को अपना निशाना बनाया है। घर में चोरों को चुराने लायक कुछ भी नहीं मिला तो बदमाश चोर डिप्टी कलेक्टर के नाम एक चिट्ठी लिखकर छोड़ गए। देवास जिले के खातेगांव के डिप्टी कलेक्टर त्रिलोचन सिंह गौड़ के सिविल लाइन स्थित सरकारी आवास में पिछले दिनों चोरी की वारदात हो गई। शाम को जब वे देवास स्थित सरकारी आवास पर आए तो उन्होंने ताला टूटा देखा। 

संभवतः घर में ज्यादा सामान नहीं मिलने से चोर बौखला गया और एक पत्र SDM के नाम छोड़ गया, जिसमें उसने लिखा, ‘जब पैसे नहीं थे तो लॉक भी नहीं करना था कलेक्टर।’ 15 दिनों पहले डिप्टी कलेक्टर त्रिलोचन सिंह गौड़ को खातेगांव का एसडीएम नियुक्त किया गया था। डिप्टी कलेक्टर का सरकारी आवास सांसद निवास के बिल्कुल पास ही है। पिछले 15 दिनों से आवास में ताला लगा हुआ था, इसी दौरान उसमें चोरी की वारदात हो गई।