10 साल की लड़की की मौत: दस साल की लड़की का शरीर हुआ 80 साल जैसा.... फिर जो हुआ.... हुई मौत.... दोनों हाथों से पेंटिंग करने में हासिल थी महारत.... इस दुर्लभ बीमारी का थी शिकार.....

10 साल की लड़की की मौत: दस साल की लड़की का शरीर हुआ 80 साल जैसा.... फिर जो हुआ.... हुई मौत.... दोनों हाथों से पेंटिंग करने में हासिल थी महारत.... इस दुर्लभ बीमारी का थी शिकार.....

डेस्क। यूक्रेन में दस साल की लड़की का शरीर 80 साल जैसा हुआ। 10 साल की उस लड़की की मौत हो गई, जिसका शरीर 80 साल जैसी वृद्धा की तरह हो गया था। डॉक्टरों का दावा है कि ये लड़की एक ऐसी लाइलाज बीमारी से जूझ रही थी, जिसके पूरी दुनिया में महज 179 मरीज हैं। यूक्रेन की रहने वाली इस 10 वर्ष की लड़की का नाम इरिना 'इरोचका' खिमिच था। 

 

10 साल की इरिना की मौत से कला प्रेमियों को काफी आघात लगा है। दोनों हाथों से पेंटिंग करने में इस लड़की को महारत हासिल थी। 10 साल की इरिना प्रोजेरिया नाम की दुर्लभ बीमारी का शिकार थी, ​जो उसकी उम्र को सामान्य दर से आठ गुना अधिक कर रही थी। डॉक्टरों का कहना है कि कलाकार इरिना 'इरोचका' खिमिच की उम्र महज 10 साल थी, लेकिन उसका शरीर 80 साल की उम्र में था। 

 

अपने छोटे से जीवन में वह एक प्रतिभाशाली कलाकार बनने और अपने काम का प्रदर्शन करने में सफल रही। लड़की की मां दीना ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी कि इरोचका की मृत्यु हो गई। उसने बताया कि इरोचका ने पेरिस जाने का सपना देखा था, जहां उसकी प्रभावशाली कलाकृति को प्रदर्शित करने की योजना थी, लेकिन उससे पहले ही उसकी मृत्यु हो गई। 

 


इरोचका की इस बीमारी के लिए पैसा जुटाने में मदद करने वाले यूक्रेन के व्यवसायी एंड्री ज़ेडेसेंको ने कहा कि "एक नाजुक, अनोखी और प्रतिभाशाली लड़की जिसने भयानक और दुर्लभ बीमारी प्रोजेरिया के साथ दस साल तक बहादुरी से संघर्ष किया। अब वह सभी को छोड़कर स्वर्ग लोक चली गई है।" उन्होंने कहा कि "उसने दोनों हाथों से अलग-अलग चित्र बनाए। ये अविश्वसनीय है। 

 

हमें खुशी है कि हम उसका काम दिखाने में कामयाब रहे। उसमें कितना प्रेम, शक्ति, ईमानदारी थी। उसने दुनिया को कितनी स्पष्ट रूप से देखा, कैसे उसने अपने चित्रों में इसे व्यक्त करने की जल्दबाजी की। मुझे उसकी खुश आंखें और शर्मीली मुस्कान याद है।" डॉक्टरों ने कहा कि हर साल उसके शरीर की उम्र लगभग 10 साल बढ़ रही थी, वह अपनी इस बीमारी का इलाज कराने के लिए अमेरिका के बोस्टन जा सके, उससे पहले उसकी मृत्यु हो गई।