अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने वीरता शौर्य, त्याग और पराक्रम के प्रतीक महाराणा प्रताप की 482 वा जयंती धूमधाम से मनाया




सर्व समाज के लोग भी हुए उपस्थित
जगदलपुर - अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा द्वारा शहर के लाल बाग स्थित महाराणा प्रताप की मूर्ति पर सोमवार 9 मई को वीरता शौर्य, त्याग और पराक्रम के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती धूमधाम से मनाया गया। महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्पांजलि माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन करके महाराणा प्रताप को याद किया गया । इसके बाद लोगों ने शरबत पिलाया गया एवं शाम को महाराणा प्रताप चौक की पूजा व वृक्षारोपण भी किया गया। उसके बाद समाज के परिवार सहित लोगों ने दीप प्रज्जवलित भी किया गया। महाराणा प्रताप की जयंती पर शाम को गोधन मानस मंडली द्वारा सुंदरकांड कथा का भी पाठ किया गया। बच्चों को जयंती पर गिफ्ट भी दिया गया।
अध्यक्ष श्रवण सिंह चौहान ने कहा महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को कुंभलगढ़ दुर्ग (पाली) में हुआ था।राजस्थान के वीर सपूत महान योद्धा और अद्भुत शौर्य व साहस के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती समर्पण दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।महाराणा प्रताप की वीरता की कहानियों में चेतक घोड़े का अपना स्थान है।
समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी राज बहादुर सिंह राणा ने कहा वीरता और पराक्रम के पर्याय महाराणा प्रताप की जयंती पर सादर नमन करता हूं। उनके साहस और संघर्ष की गाथा देशवासियों को सदा प्रेरित करती रहेगी।
इस जयंती पर सर्व धर्म समाज के लोग भी उपस्थित थे।
जयंती के अवसर पर मुख्य रूप से दिलीप कुशवाहा, शक्ति सिंह चौहान, बृजेश सिंह भदोरिया, बृजेश सिंह राठौर,पवन भदोरिया,कैलाश चौहान,पप्पन भदौरिया, प्रेम भदोरिया,एच. बी. सिंह, रामाश्रय सिंह, संग्राम सिंह राणा, राम सिंह, रोहित बैस,धर्मेंद्र चौहान,अखिलेश कुशवाहा,अनिल सोलंकी,विक्रम भदोरिया, बंटी कुशवाहा,सुनीता सिंह,कुलदीप भदोरिया,सोनू भदोरिया,अजय ठाकुर, रामकुमार सिंह,शुभेंद्र भदौरिया, अनिमेष चौहान, संतोष भदौरिया,पृथ्वी सिंह, रोहित सिंह तोमर,, नंदू भदोरिया, ऋषभ चौहान, शैलेंद्र सिंह भदोरिया, ममता राणा,वंदना भदोरिया, नीलम भदोरिया, दिव्यराज सिंह राणा, अमृतांश राठौर, अभिषेक तोमर,राहुल कुशवाहा, राहुल तोमर, शुभम भदोरिया,अनिरुद्ध चौहान सहित समाज के गणमान्य नागरिक, इस जयंती पर विशेष रुप से सर्व ब्राह्मण समाज उपस्थित थे विशेष योगदान रहा।
महाराणा प्रताप चौक एवं वृक्षोंरोपण करते हुए