कलेक्टर ने छोटेडोंगर एवं ओरछा स्वास्थ्य केन्द्र का किया औचक निरीक्षण, ओरछा में एक्स-रे मशीन हेतु ट्रांसफार्मर स्थापित करने के दिये निर्देश

Collector did surprise inspection of Chhotedongar and Orchha health center

कलेक्टर ने छोटेडोंगर एवं ओरछा स्वास्थ्य केन्द्र का किया औचक निरीक्षण, ओरछा में एक्स-रे मशीन हेतु ट्रांसफार्मर स्थापित करने के दिये निर्देश
कलेक्टर ने छोटेडोंगर एवं ओरछा स्वास्थ्य केन्द्र का किया औचक निरीक्षण, ओरछा में एक्स-रे मशीन हेतु ट्रांसफार्मर स्थापित करने के दिये निर्देश

नारायणपुर, 9 मई 2022 - कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने आज छोटेडोंगर के स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ओरछा का आकस्मिक निरीक्षण किया। कलेक्टर रघुवंशी स्वास्थ्य केंद्र में आमजनों को मिलने वाली चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया। छोटेडोंगर में ईलाज कराने आये मरीजो से बातचीत की और उन्हें मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में मरीजों से पूछा। इस दौरान कलेक्टर ने छोटेडोंगर स्वास्थ्य केन्द्र के पुरूष वार्ड, महिला वार्ड, किचन, भंडारगृह, चिकित्सक कक्ष आदि निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थायें देखी। कलेक्टर छोटेडोंगर स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में निर्मित नये कक्ष को हैंड ओवर लेने और कक्ष में स्वास्थ्य गतिविधि संचालित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। इस दौरान कलेक्टर रघुवंशी ने निर्माणाधीन पोषण पुर्नवास केन्द्र के निर्माण कार्य को देखा और इस कार्य को तेजी से संचालित करने के निर्देश कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा को दिये। 

कलेक्टर रघुवंशी ने ओरछा विकासखंड मुख्यालय स्थित स्वास्थ्य केन्द्र का भी जायजा लिया और वहां की व्यवस्थाओं की जांच की। कलेक्टर रघुवंशी ने नवनिर्मित एनआरसी भवन को शिफ्ट करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही बताया गया कि अस्पताल में एक्स-रे मशीन उपलब्ध है किन्तु ट्रांसफार्मर नहीं होने की वजह से इसका उपयोग नहीं किया जा रहा है। जिस पर कलेक्टर ने तत्काल ट्रांसफर स्थापित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। अस्पताल परिसर में संचालित सभी कक्षों की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने ओरछा में संचालित पोषण पुर्नवास केन्द्र का भी अवलोकन किया और व्यवस्थाओं के बारे में पूछा। कलेक्टर ने बच्चों एवं उनकी माताओं से आत्मीय बातचीत की। कलेक्टर ने कहा कि ईलाके के गंभीर और कुपोषित बच्चों को माताओं के साथ पोषण पुर्नवास केन्द्र (एनआरसी) लाया जाये और उन्हें गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार देकर सुपोषित किया जाये। इस दौरान उन्होंने जीवनरक्षक दवाईयों की उपलब्धता देखी।