Chhattisgarh मंत्री के काफिले पर पथराव: चुनाव प्रचार से लौटने के दौरान वारदात,गाड़ियां क्षतिग्रस्त…देखे वीडियो…
छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री कांग्रेस प्रत्याशी और मंत्री रुद्र गुरू के काफिले पर बुधवार देर रात हमला हो गया। कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी पर पथराव कर दिया। इसके चलते उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई और उसके शीशे टूट गए।




नया भारत डेस्क : छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री कांग्रेस प्रत्याशी और मंत्री रुद्र गुरू के काफिले पर बुधवार देर रात हमला हो गया। कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी पर पथराव कर दिया। इसके चलते उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई और उसके शीशे टूट गए। बताया जा रहा है कि रुद्र गुरू और उनकी टीम सुरक्षित है। वारदात नवागढ़ ब्लॉक के झलगांव में हुई है। वह चुनाव प्रचार से लौट रहे थे।
घटना सामने आने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थक बड़ी संख्या में एकत्र हो गए हैं। सभी नवागढ़ थाने पहुंचे हैं। समर्थकों ने बताया कि गुरु रुद्र गुरू महामाया मंदिर के दर्शन करने के बाद लौट रहे थे। गाड़ी में रुद्र गुरू के बैठते ही पांच-छह लोगों ने पथराव किया है। यह भी आरोप लगाया कि हमलावर भाजपा जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे।
#WATCH | Chhattisgarh: Chhattisgarh Minister & Congress Candidate Guru Rudra Kumar's convoy reportedly attacked with stones in Bemetara, on Wednesday late. pic.twitter.com/e7DxPpKUX4
— ANI (@ANI) November 8, 2023
काफिले में शामिल तीनों गाड़ियों पर हमला किया गया है। आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने गाड़ी पर हमला किया है। यह उनके खिलाफ षड्यंत्र किया गया है। हम हमलावरों पर कार्रवाई की मांग को लेकर थाने आए हैं। कार्रवाई नहीं होने पर आज थाने का घेराव किया जाएगा।
कौन हैं गुरू रूद्र कुमार ?
गुरू रूद्र कुमार भूपेश बघेल सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। मौजूदा समय में वे दुर्ग जिले की अहिवारा सुरक्षित विधानसभा सीट से विधायक हैं। कुमार छत्तीसगढ़ में प्रभावशाली माने जाने वाले सतनामी समाज के धर्मगुरू भी हैं। राज्य में किसानों और आदिवासियों के बाद अगर कोई सबसे बड़ा वोट बैंक है तो वो है सतनामी। सतनामी समाज में 98 प्रतिशत लोग दलित समुदाय के हैं। उनके प्रभाव के कारण कांग्रेस को समाज से चुनाव के दौरान भरपूर समर्थन मिलता है।
गुरू रूद्र कुमार की सीट इस बार बदल दी गई है। अबकी बार कांग्रेस ने उन्हें बेमेतरा जिले की नवागढ़ विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। कुमार पहली बार 2008 में आरंग विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। 2013 में वो अपनी सीट बचा नहीं पाए। इसके बाद 2018 में उन्होंने अपनी सीट बदली और आरक्षित अहिवारा से मैदान में उतरे। उन्हें जीत हासिल हुई। अब एकबार फिर उनकी सीट बदल गई है।