CGPSC में बहन-भाई की जोड़ी ने किया कमाल,नेहा-निखिल बने डिप्टी कलेक्टर…पिता हैं IAS, पढ़िये भाई-बहन की जोड़ी के कमाल की प्रेरक कहानी...

भिलाई के तालपुरी निवासी दो भाई बहन ने पीएससी की परीक्षा में इतिहास रच दिया नेहा खलखो ने PSC 17 वाँ रैंक हासिल किया है।कड़ी मेहनत और तैयारी में नेहा ने जिस मुकाम को छुआ

CGPSC में बहन-भाई की जोड़ी ने किया कमाल,नेहा-निखिल बने डिप्टी कलेक्टर…पिता हैं IAS, पढ़िये भाई-बहन की जोड़ी के कमाल की प्रेरक कहानी...
CGPSC में बहन-भाई की जोड़ी ने किया कमाल,नेहा-निखिल बने डिप्टी कलेक्टर…पिता हैं IAS, पढ़िये भाई-बहन की जोड़ी के कमाल की प्रेरक कहानी...

रायपुर।  भिलाई के तालपुरी निवासी भाई बहन ने पीएससी की परीक्षा में इतिहास रच दिया नेहा खलखो ने PSC 17 वाँ रैंक हासिल किया है।नेहा BIT से मेकेनिकल में BE कर 2012 से UPSC की तैयारी में जुट गई थी कड़ी मेहनत और तैयारी में नेहा ने जिस मुकाम को छुआ, वो किसी मिसाल से कम नहीं। खलखों फैमली के सीजीपीएससी 2021 दोहरी खुशी लेकर आया है। एक ओर जहां नेहा पीएससी में 13 वाँ रैंक हासिल किया है, तो वहीं उनका भाई निखिल खलखों भूगोल में MA है वही निखिल 2015 से तैयारी में जुटा हुआ था  निखिल को 17वीं रैंक मिली है। भाई-बहन की एक साथ कामयाबी ने परिवार को खुशियों से भर दिया है।नेहा कहती है कि अगर खुद पर भरोसा हो और हर हाल में कामयाबी पाने का जुनून हो तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं होती। अपने इतने साल की मेहनत में तमगा हासिल किया।

बता दें कि उनके पिता अमृत कुमार खलखो छत्तीसगढ़ शासन में राज्यपाल के सचिव हैं। वही पिता अमृत खलखो श्रम सचिव व श्रम आयुक्त पद पर पदस्थ बेहद सफल अफसर माने जाते हैं। परिणाम की जानकारी मिलते ही खलखो परिवार में उल्लास का माहौल नजर आया। नेहा व निखिल दोनों ने ही कहा कि बचपन से ही वे अपने पिता अमृत खलखो एवं मां शार्मिला खलखो से प्रभावित थे और जन सेवा का लक्ष्य तय कर पीएसपी की परीक्षा दी थी।

 

बता दें कि नेहा और निखिल जिले के सुदूरवर्ती गांव लस्सी अम्बा गांव से हैं। पीएससी रिजल्ट आउट होने के साथ ही इस गांव में लोग भी जमकर जश्न मना रहे हैं। नेहा खलखो ने बताया कि उन्होंने 2013 में यूपीएससी की परीक्षा दी थी। इसके बाद से वे बेहतर रैंक लाने लगातार प्रयासरत रहीं। कोरोना काल में उन्होंने ड्राप लेते हुए पीएसपी की तैयारी शुरू की।

नेहा ने बताया कि पीएसपी में दूसरे प्रयास में वह सफल हुईं। वे स्वयं अध्ययन करने के साथ ही एक कोचिंग संस्थान में भी पढ़ाती थी। उन्होंने बताया कि पिता अमृत खलखो का मार्गदर्शन हम दोनों भाई बहनों को मिला। वहीं घर में बेहतर पढ़ाई का माहौल हमें मां शार्मिला खलखो से मिला। उन्होंने बताया कि जीवन में अनुशासन एवं लगन के साथ मेहनत करें तो सफलता मिलनी तय है।

परीक्षा में असफल होने पर कभी हार नहीं मानना चाहिए वरन आने वाली परीक्षा के लिए और भी बेहतर तैयारी करनी चाहिए। नेहा ने बताया कि उनके भाई निखिल और वे दोनों ही पीएससी के माध्यम से जन सेवा करने का लक्ष्य बनाकर ही पढ़ाई कर रहे थे और सफलता भी हासिल हुई। उन्होंने युवाओं को अपने संदेश में कहा कि परिश्रम से पीछे नहीं हटना चाहिए।नेहा निखिल के शिक्षा से जुड़ी जानकारी शिक्षाविद् रवींद्रनाथ पाणिग्रही से प्राप्त हुई।