CG:अस्पताल प्रबंधन की भूमिका को जांचने वीडियो फुटेज खंगाल रही बेमेतरा पुलिस, गिरफ्तार नक्सली को भेजा गया जेल..अंतागढ़ के मेडिकल आफिसर और बेमेतरा एके हॉस्पिटल डायरेक्टर के पुराने सम्बंध है..रायपुर मार्ग स्थित एके हॉस्पिटल के डायरेक्टर को अभिरक्षा में लेकर पुलिस कर रही पूछताछ...पुलिस सूत्रों के अनुसार जाँच में चौकाने वाले खुलासे होने के साथ कई सफेदपोश होंगे बेनकाब..क्या है मामला पढिए पूरी खबर
Bemetara police, checking video footage to investigate the role of hospital management, arrested Naxalites sent to jail..Antagarh Medical Officer and Bemetara AK Hospital director have old relations. Inquiring...According to police sources, many white collars will be exposed with shocking revelations in the investigation..what is the matter read full news




संजु जैन:
बेमेतरा:प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने के दौरान गिरफ्तार इनामी नक्सली जयराम गुरूटी (28) को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है ,जेल दाखिल करने के पहले नक्सली का जिला अस्पताल में डॉक्टरी मुलाहिजा कराया गया मामले में नक्सली के साथ मौजूद अभिरक्षा में लिए गए 10 वर्ष के बालक और एके प्राइवेट हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ प्रवीण साहू से पूछताछ जारी है इस मामले में और कई चौकाने वाले खुलासे होने की सम्भवना है,मामले सम्बंधितो के भूमिका की जांच की जा रही है ।
*नक्सली की तीमारदारी के लिए 10 साल के बालक को अस्पताल में छोड़ा*
जानकारी के अनुसार अंतागढ़ के मेडिकल आफिसर और एके हॉस्पिटल के डायरेक्टर के पुराने सम्बंध है, दोनों ने मेडिकल की पढ़ाई साथ मे की है । सम्बन्धो का हवाला देकर अंतागढ़ के मेडिकल आफिसर ने बेमेतरा के एके हॉस्पिटल में पेट दर्द के इलाज के लिए 7 जून इनामी नक्सली को भर्ती कराया । नक्सली को भर्ती कराने के दौरान अंतागढ़ के मेडिकल आफिसर ने 10 साल के बालक की उसकी सामान्य देखरेख के लिए अस्पताल में छोड़ दिया था ।
*बालक के माता-पिता को गुमराह कर नक्सली की तीमारदारी में लगाया*
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल आफिसर बालक के माता पिता को कम्प्यूटर सिखाने के साथ काम दिलाने का भरोसा देकर साथ मे लाया था लेकिन बालक बेमेतरा के प्राइवेट अस्पताल में एक नक्सली की तीमारदारी में लगा हुआ था जो मोबाइल रखा हुआ था,जिससे नक्सली अंतागढ़ के मेडिकल आफिसर से लग सम्पर्क में था पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र की छवई के अनुसार प्रकरण की गहनता से जांच जारी है फिलहाल नई गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की गई है ।
*एके हॉस्पिटल के डायरेक्टर की प्रकरण में संलिप्तता को लेकर जांच जारी*
नक्सली के मददगारो की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को रवाना किया गया है अस्पताल के डायरेक्टर की भूमिका की जांच की जा रही है । प्रकरण में सलिप्तता पाए जाने पर गिरफ्तारी होगी फिलहाल अस्पताल डायरेक्टर को अभिरक्षा में रखा गया है गौरतलब हो कि एके हॉस्पिटल प्रबंधन की भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर जिला प्रशासन की ओर से अस्पताल को सील करने की कार्रवाई की गई है अब अस्पताल के डायरेक्टर की भूमिका को लेकर जांच जारी है ।
*बीते महीनों के वीडियो फुटेज खंगाल रही पुलिस*
मामले की विवेचना को लेकर पुलिस की साइबर सेल की ओर से डीव्हीआर में रिकॉर्ड वीडियो फुटेज को खंगाला जा रहा है । इसके अलावा जब्त ओपीडी, आईपीडी और अटेंडेंस रजिस्ट्रर की भी जांच की जा रही है । पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में गहराई से जाँच में चौकाने वाले खुलासे होने के साथ कई सफेदपोश बेनकाब होंगे । अस्पताल के बीते महीनों के वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है कि और कोई नक्सली इलाज के लिए अस्पताल तो नही आया था ।
*नक्सली के मददगार ओं की जानकारी जुटा रही पुलिस*
जानकारी के अनुसार नक्सली को किस वाहन से अस्पताल लाया गया था, इसके वीडियो फुटेज में इसकी जांच की जा रही है । जानकारी के अनुसार इनामी नक्सली अस्पताल के रिकॉर्ड में डोमार सिंह ग्राम सलधा के नाम से भर्ती था । जो पेट दर्द के इलाज के लिए अस्पताल आया था । जिसमें बेमेतरा में इलाज कराने की मंशा और उसके मददगार की जानकारी ली जा रही है । कहीं नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की मंशा से जिला मुख्यालय आया था, इसकी जानकारी ली जा रही है ।
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*सम्बंधितो की भूमिका को लेकर, प्रकरण में उठ रहे गम्भीर सवाल*
01:- अंतागढ़ चौकी से इनामी नक्सली को करीब 215 किलोमीटर दूर बेमेतरा जिला मुख्यालय में इलाज के लिए भर्ती होना ।
02:- नक्सली का अस्पताल रिकॉर्ड में बेरला ब्लॉक के ग्राम सलधा निवासी डोमार सिंह के नाम से इलाज के लिए भर्ती होना पाया गया । नक्सली को बेमेतरा के दूरस्थ के गांव के नाम की जानकारी कैसे हुई
03:- अस्पताल के डायरेक्टर का ग्राम सलधा निवासी मरीज को अंतागढ़ के मेडिकल आफिसर द्वारा भर्ती किए जाने को नजरअंदाज करना ।
04:- अंतागढ़ मेडिकल ऑफिसर द्वारा भर्ती मरीज के संदिग्ध होने की पुष्टि होने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन की ओर से पुलिस को सूचना नही दिया जाना ।