CG:बेमेतरा जिले के ग्राम सरदा में जनसुनवाई के बाद लिखित आश्वासन की मांग को लेकर मुख्य मार्ग पर घंटे भर किया गया चक्काजाम...सरदा में प्लांट स्थापना का सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के जनप्रतिनिधि खुलकर विरोध कर रहे हैं

CG:बेमेतरा जिले के ग्राम सरदा में जनसुनवाई के बाद लिखित आश्वासन की मांग को लेकर मुख्य मार्ग पर घंटे भर किया गया चक्काजाम...सरदा में प्लांट स्थापना का सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के जनप्रतिनिधि खुलकर विरोध कर रहे हैं

संजू जैन:7000885784
बेमेतरा:बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सरदा में सोमवार को बुलाई गई जनसुनवाई में स्टील प्लांट स्थापना का क्षेत्र के किसानों ने पुरजोर विरोध किया  दोपहर करीब 2:20 बजे जनसुनवाई समाप्त होने पर अधिकारियों से प्लांट स्थापना के निरस्तीकरण के लिखित आश्वासन की मांग को लेकर क्षेत्र के सैकड़ों किसानों ने बेरला - बेमेतरा मार्ग पर चक्काजाम कर दिया । इस दौरान किसानों ने शासन - प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ।

उल्लेखनीय है कि बेमेतरा एसडीएम दुर्गेश वर्मा की अध्यक्षता में सुबह 11 बजे जनसुनवाई शुरू हुई । इस दौरान भिलाई पर्यावरण मंडल अधिकारी डॉ . अनिता सावंत समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे । किसी भी अप्रिय घटना से बचने भारी पुलिस बल तैनात किया गया था  जनसुनवाई के दौरान कई बार विवाद की स्थिति निर्मित हुई , जिसे मानमनौव्वल कर शांत कर दिया गया ,पूर्व विधायक अवधेश सिंह चंदेल, जिला पंचायत सभापति राहुल टिकरिहा, किसान नेता योगेश तिवारी,जिलाध्यक्ष भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा दीपेश साहु,पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर सहित हजारों की संख्या में आसपास के किसान, ग्रामीण पहुंचे थे और प्रदर्शन एवं चक्काजाम किया ,पूर्व में कोविड का बहाना कर 8 सितम्बर को बुलाई गई जनसुनवाई को स्थगित कर दिया गया था । फिर से सोमवार को जनसुनवाई बुलाए जाने से किसानों में भारी आक्रोश व्यक्त थे

*ग्रामीणों को पैसा और कपड़ा बांटने के लगे आरोप, कंपनी के एजेंट एवं पूर्व सरपंच को सुनवाई स्थल पर ग्रामीणों ने पीटा*

जनसुनवाई की पूर्व रात में प्लांट की स्थापना के लिए समर्थन जुटाने ग्रामीणों को राशि बांटने के आरोप लगे जिसमें कंपनी के एक एजेंट और ग्राम भटगांव के पूर्व सरपंच का शामिल होना बताया जा रहा है सभापति जिला पंचायत राहुल टिकरिहा को रात में ग्रामीणों में पैसा व अन्य सामग्री बांटी जाने की सूचना मिली इसके बाद उन्होंने अपने कार्यकर्ता को सक्रिय किया और रात में ही इस कृत्य का विरोध करने लगे सोमवार सुबह जनसुनवाई के दौरान कंपनी का एजेंट पूर्व सरपंच फिर से ग्रामीणों को पैसों का लालच देकर प्लांट स्थापना का समर्थन करने की बात कहने लगे इसकी जानकारी अन्य ग्रामीणों को मिलने पर उन्होंने स्कूल परिसर में दोनों की जमकर पिटाई कर दी किसी तरह पुलिस बीच-बचाव कर दोनों को सुनवाई स्थल से बाहर निकालने में कामयाब रहे अन्यथा अप्रिय घटना की संभावना थी

*दर्जनभर गांव के ग्रामीणों ने एक सुर में प्लांट स्थापना का किया विरोध*

जनसुनवाई सरदा के सरकारी स्कूल में सुबह 11 बजे शुरू होकर दोपहर 2:20 बजे समाप्त हुई । इस दौरान सैकड़ों ग्रामीणों ने प्लांट स्थापना के विरोध दर्ज कराते हुए अधिकारियों के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज कराई । ग्रामीणों ने बारी - बारी से बोलकर प्लांट स्थापना को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त की । सभी ग्रामीणों ने एक सुर में प्लांट स्थापना का विरोध किया । बारी - बारी से ग्रामीणों से प्लांट के संबंध में राय लिए जाने पर जनप्रतिनिधियों ने आपत्ति दर्ज कराई जनप्रतिनिधियों के अनुसार जनसुनवाई के लिए हजारों ग्रामीण पहुंचे हैं , ऐसे में हर ग्रामीण की राय लेना संभव नहीं है , इसलिए हाथ उठाकर ग्रामीणों की राय जानने कहा गया । जहां अधिकारियों ने ग्रामीणों के बोलने तक जनसुनवाई जारी रखने का निर्णय लिया । 


*लिखित आश्वासन पर माने प्रदर्शनकारी* 

लिखित आश्वासन को लेकर प्रदर्शनकारियों ने करीब एक घंटा बेमेतरा - बेरला मार्ग को जाम कर दिया , क्योंकि अधिकारी जनसुनवाई के विवरण को पंचायत भवन में चस्पा कर वहां से रवाना हो गए जबकि जनप्रतिनिधि अधिकारियों से लिखित आश्वासन की मांग कर रहे थेपुलिस के मानमनौव्ल के बावजूद प्रदर्शनकारी
हटने को तैयार नहीं हुए ।इसकी जानकारी धरना स्थल पर मौजूद अधिकारियों ने बेमेतरा एसडीएम दुर्गेश वर्मा को दी । इसके बाद उन्होंने गांव में मौजूद अधिकारी के वॉट्सएप पर जनसुनवाई विवरण की सॉफ्ट कॉपी भेजी । इसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए । 

*सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों ने जनसुनवाई में दर्ज कराया विरोध*

विधायक आशीष छाबड़ा को कांग्रेस पार्टी की ओर से उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर विधानसभा का पर्यवेक्षक बनाया गया है । इस संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ बैठक के कारण जनसुनवाई में नहीं पहुंच पाए । उन्होंने अपनी अनुपस्थिति में बेरला ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वर देवांगन , प्रवीण शर्मा , राजकुमार सेन और जनपद अध्यक्ष हीरा देवी वर्मा , जनपद सदस्य नवाज मुंशी खान समेत अन्य को क्षेत्र में स्टील प्लांट की स्थापना के विरोध दर्ज कराने भेजा था । उल्लेखनीय है कि सरदा में प्लांट स्थापना का सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के जनप्रतिनिधि खुलकर विरोध कर रहे हैं । उन्होंने उरला , बिरगांव , सिलतरा , सरोरा , कोरबा समेत अन्य स्थानों का उदाहरण प्रस्तुत कर कृषि बर्बाद होने की बात कह कर प्लांट स्थापना नहीं होने देने की मांग दोहराई ।