RBI Monetary Policy : Repo Rate नहीं बढ़ने से खुश हुआ रियल एस्टेट सेक्टर, आम आदमी को भी मिलेगा इसका सीधा फायदा

रिजर्व बैंक ने रेपो रेट (Repo Rate) में कोई बदलाव नहीं किया है। ये लगातार दूसरी बार है, जब ब्याज दरों को स्थिर रखा गया है। फिलहाल, रेपो रेट 6.50% पर बरकरार है।

RBI Monetary Policy : Repo Rate नहीं बढ़ने से खुश हुआ रियल एस्टेट सेक्टर, आम आदमी को भी मिलेगा इसका सीधा फायदा
RBI Monetary Policy : Repo Rate नहीं बढ़ने से खुश हुआ रियल एस्टेट सेक्टर, आम आदमी को भी मिलेगा इसका सीधा फायदा

नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ने रेपो रेट (Repo Rate) में कोई बदलाव नहीं किया है। ये लगातार दूसरी बार है, जब ब्याज दरों को स्थिर रखा गया है। फिलहाल, रेपो रेट 6.50% पर बरकरार है। पिछले साल से रियल एस्टेट सेक्टर में आई तेजी को एक बार फिर पंख मिले हैं।

रेपो रेट नहीं बढ़ना सेक्टर के लिए अच्छी खबर है। आरबीआई (RBI Monetary Policy) के इस कदम से आम आदमी से लेकर रियल एस्टेट के कारोबारियों को सुकून मिला है। बता दें, साल की पहली तिमाही में भी रियल एस्टेट को अच्छी खबर मिली थी।

आरबीआई ने पिछ्ले साल रेपो रेट में कुल छह बार बढ़ोतरी की थी। लेकिन, खरीदारों के सकारात्मक रुख के चलते डेवलपर्स रेपो रेट में छह बार हुई बढ़त को भी झेल रहे थे।

हालांकि, फिर से रेपो रेट बढ़ाए जाने की आशंकाओं से रियल एस्टेट सेक्टर में थोड़ी कमजोरी देखने को मिली (RBI Monetary Policy) थी। डेवलपर्स के संगठन क्रेडाई ने अप्रैल में आरबीआई से मुलाकात कर रेपो रेट नहीं बढ़ाए जाने की मांग की थी।

खुशी से झूम उठा है रियल एस्टेट सेक्टर

क्रेडाई का कहना था कि रेपो रेट बढ़ने से मंदी से अभी रियल एस्टेट पर फिर से संकट के बादल छा जाएंगे और विकास की गति का पहिया धीमा पड़ सकता (RBI Monetary Policy) है। इसके चलते आरबीआई ने अप्रैल में भी रेपो रेट को 650 फीसदी पर स्थिर रखा था। वहीं, लगातार दूसरी बार रेपो रेट स्थिर रखने रियल एस्टेट सेक्टर खुशी से झूम उठा है।

क्रेडाई समेत तमाम कारोबारियों ने RBI के इस कदम का स्वागत किया (RBI Monetary Policy) है। निवेशकों के लिए भी यह काफी राहत भरी खबर है। इससे बाजार को मजबूती मिलेगी। लोगों की EMI में कोई खास बदलाव होने की आशंका नहीं है।