विपक्षी दलों के नेताओं के पास एक ही विकल्प है, अफवाह फैलाओ और अपनी राजनीति बचाओ क्योंकि देश के महान लोकतंत्र ने भाजपा के प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा करके इन विपक्षी दलों के राजनीतिक भविष्य को खतरे में डाल दिया है, क्योंकि पीएम मोदी उनके लिए तानाशाह बन गए हैं।
Opposition parties leaders have only one option




NBL, 12/05/2024, Lokeshwar Prasad Verma Raipur CG: Opposition parties leaders have only one option, spread rumors and save their politics because the great democracy of the country has put the political future of these opposition parties in danger by trusting BJP's Prime Minister Modi, as PM Modi has become a dictator for them. पढ़े विस्तार से....
सदियों पहले देश गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार से त्रस्त था, लेकिन ये विपक्षी दल इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए एक साथ आकर एक महागठबंधन नहीं बना सके, लेकिन आज ऐसा क्यों है? क्या वाकई भाजपा के प्रधानमंत्री मोदी के राज में देश बदल गया है?
सरदार भगत सिंह ने भारत को गुलाम बनाने वाली ब्रिटिश हुकूमत से आजादी दिलाने के लिए महात्मा गांधी का कभी साथ नहीं दिया, हालांकि दोनों ने देश को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी लेकिन अपने-अपने तरीके से, लेकिन आज बीजेपी पीएम नरेंद्र मोदी के राज में देश की सभी बीजेपी विरोधी पार्टियों के नेता एकजुट हो गए हैं और इन पार्टियों के लगभग सभी नेताओं की जांच देश की ईडी, सीबीआई, आईटी, इन केंद्रीय जांच एजेंसियां कर रही हैं और देश की अदालतों में इन नेताओं के खिलाफ कुछ छोटे-मोटे मामले चल रहे हैं, और ये बात बीजेपी पीएम नरेंद्र मोदी के राज में देश के लोकतंत्र के सामने ज्यादा सामने आ रही है।
और ये मामला पूर्व की सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के राज से ही चल रहा है, लेकिन इन भ्रष्ट नेताओं की असलियत बीजेपी पीएम मोदी सरकार के राज में ज्यादा सामने आई है और इसका कारण है पीएम मोदी द्वारा जांच एजेंसियों को दी गई खुली छूट और जैसे ही इन जांच एजेंसियों को आजादी मिली इन एजेंसियों ने देश के लोकतंत्र के सामने सारे नए-पुराने मामले खोल दिए कांग्रेस ने इन मामलों को दबाने में महारत हासिल कर ली थी और अपने इशारे पर देश की सभी जांच एजेंसियों को अपने नियंत्रण में रखती थी। जिस भी राजनीतिक दल का नेता कांग्रेस के खिलाफ जाता था, उसके खिलाफ मामले फिर से खुलवा दिए जाते थे, जैसे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला कांग्रेस के शासनकाल का है। और आज भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोषी ठहराती है और कांग्रेस का समर्थन करती है, जिसने उन्हें असहाय छोड़ दिया था।
बीजेपी के पीएम नरेंद्र मोदी का देश के लोकतंत्र के खिलाफ कोई पाप नहीं है, इसीलिए पीएम मोदी खुलेआम कहते हैं कि हम देश के एक भी भ्रष्ट व्यक्ति को नहीं छोड़ेंगे, विपक्षी दलों के नेताओं के लिए यही सबसे बड़ी समस्या है, ये बीजेपी के नेता और देश के पीएम मोदी कैसे देशभक्त नेता हैं, जो कहते हैं कि वे न खाएंगे और न ही किसी और को खाने देंगे और उन पर खुद भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है, ताकि हम विपक्षी दलों के नेता पीएम मोदी को घेर सकें, वे हमारे जैसे कई भ्रष्ट नेताओं के लिए कोई जगह नहीं छोड़ रहे हैं जो इतने बड़े संसाधनों वाले भारत को लूट सकें, आज बीजेपी सबका साथ सबका विकास के इस कट्टर राष्ट्रवादी बीजेपी पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों में खलबली मचा दी है।
और विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा पोषित पूर्व गुंडों और बदमाशों की आज नींद उड़ गई है, खासकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ जी और पीएम मोदी की डबल इंजन सरकार के कारण, विपक्षी दल के भ्रष्ट नेता हर दिन सोचते हैं कि उनका शासन कब खत्म होगा और हमारी मनमानी कब चलेगी देश की जनता समझदार हो चुकी है और उन्हें पता है कि कौन सा नेता देश को मजबूत बना सकता है और भाजपा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में देश के लोकतंत्र में देश के अंदर बदलाव और विदेश नीति में बदलाव देखने को मिले हैं यही कारण है कि देश में भाजपा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपार जनसमर्थन है कुछ भ्रष्ट नेता बचे हैं जो अभी भी सुधरने वाले नहीं हैं भाजपा के स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश के चोर-बदमाशों की धीरे-धीरे सफाई हो जाएगी फिर भारत को विश्वगुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता।
विपक्षी दलों के नेताओं के पास एक ही विकल्प है, अफवाह फैलाओ और अपनी राजनीति बचाओ, क्योंकि देश के महान लोकतंत्र ने भाजपा के पीएम नरेंद्र मोदी पर भरोसा करके आज विपक्षी दलों के राजनीतिक भविष्य को खतरे में डाल दिया है। इसीलिए विपक्षी गठबंधन दलों के नेता देश में एक नया फार्मूला लेकर आए हैं, देश की गरीब जनता की गरीबी को एक झटके में खत्म करने और देश के बेरोजगार युवाओं को बंपर रोजगार देने की लोकलुभावन घोषणाएं और ऐसी कई लुभावनी घोषणाएं हैं जो सुनने में तो बहुत अच्छी लगती हैं, लेकिन अगर जमीनी स्तर पर सोचा जाए तो देश में गंभीर समस्याएं पैदा हो जाएंगी। अगर विपक्षी दलों की इन घोषणाओं को लागू करके विपक्षी दल लोकसभा चुनाव जीत जाते हैं और देश में सरकार बना लेते हैं तो देश के लोकतंत्र में तनाव पैदा हो जाएगा।
अगर विपक्षी दलों की इन घोषणाओं का लाभ देश के लोकतंत्र को नही मिलता है तो यह एक गंभीर मुद्दा बन सकता है। यह देश के लोकतंत्र के लिए सोचने वाली बात है। आप लालच करके अपने देश के विकास को नष्ट कर सकते हैं और इससे देश कमजोर हो सकता है और देश में फिर से भ्रष्टाचार हावी हो जाएगा और आप अपने लालच के कारण उनके द्वारा किए जा रहे जघन्य कृत्य को रोकने में असफल रहेंगे और आप उनके अत्याचारों को सहने के लिए मजबूर हो जाएंगे क्योंकि आप लालची हैं और भारत फिर से गुलामी की ओर बढ़ जाएगा। यह सब आप देश के लोकतंत्र पर निर्भर करता है, आप कैसा भारत चाहते हैं, मजबूत या कमजोर, लाचार भारत जो विदेशी ताकतों के सामने हाथ जोड़कर बेबस होकर झुक जाता है, वह भारत जो आज मजबूती से खड़ा है, लेकिन आपका लालच भारत को अपंग कर सकता है, आप थोड़ा सोचें और समझें और फिर अपना कीमती वोट दें। फैसला आपको करना है।
जेल से बाहर आने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने गुस्से के रूप में जेल में बनाई गई अपनी योजनाओं को बीजेपी और देश के प्रधानमंत्री पर ऐसे उगला जैसे जहरीला सांप अपना जहर उगलता है. केजरीवाल ने बीजेपी और उसके नेताओं को लेकर भविष्यवाणी भी की. यहां तक कि उन्होंने यूपी के सीएम योगी को लेकर भी बड़ा बयान दिया और पीएम मोदी पर बीजेपी के कई बड़े नेताओं का भविष्य बर्बाद करने का आरोप भी लगाया. दिल्ली के आम आदमी पार्टी के सीएम अरविंद केजरीवाल ने यहां तक बताया बीजेपी के तरफ से प्रधानमंत्री कैंडिडेट कौन यहाँ तक कह डाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को कितनी सीटें मिलेंगी, किस राज्य में बीजेपी की क्या स्थिति है और बीजेपी को कितनी सीटें मिल रही हैं, अपने पार्टी कार्यालय में भाषण देकर मानो वो तिहाड़ जेल में बीजेपी का भविष्य अपने सपने में देख रहे थे।
आम आदमी पार्टी के दिल्ली के सीएम केजरीवाल इतना साहसिक भाषण दे रहे थे और देश को बीजेपी से बचाओ, देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाओ बीजेपी पीएम मोदी के तानाशाही राज से बचो और उन्हें लोकसभा चुनाव में सबक सिखाओ, मेरे प्यारे देशवासियों, केजरीवाल कह रहे थे कि वो इतनी चमक के साथ बोलते हैं, जैसे कि भारत में केजरीवाल से अच्छा कोई पवित्र नेता ही नहीं है आम आदमी पार्टी के सीएम केजरीवाल अफवाह फैलाने में माहिर हैं, उनकी गठबंधन पार्टी को उन्हें पूरे जोर-शोर से चुनाव प्रचार में शामिल करना चाहिए ताकि विपक्षी दलों को उनकी अफवाह फैलाने वाली बातों से कुछ फायदा मिल सके।
दिल्ली शराब घोटाला मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने पूछताछ के लिए नौ बार तलब किया, लेकिन सीएम केजरीवाल ने उनका जवाब देना क्यों उचित नहीं समझा? और आप ईमानदारी की बात करते हैं, जब आपने कोई पाप नहीं किया है, तो आप क्यों डरते हैं? इसका मतलब है कि आप शराब घोटाला मामले के सरगना हैं। यही कारण है कि देश की सर्वोच्च अदालत आप पर लगे आरोपों का खंडन नहीं कर सकी और आपको फिर से जेल जाने की मोहलत दे दी है। आप इन आरोपों से बाइज्जत बरी नहीं हुए हैं। आपको सिर्फ चुनाव प्रचार के लिए जमानत मिली है। फिर आप देश में अपनी ईमानदारी का सर्टिफिकेट बांटने में क्यों व्यस्त हैं? आप दिल्ली शराब घोटाले में विचाराधीन अपराधी हैं और आपकी जगह जेल है, आपका शीश महल नहीं।
आप दिल्ली के सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठ सकते, न ही आप किसी सरकारी दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर सकते हैं, न ही आप कोई सरकारी बैठक कर सकते हैं, न ही आप कोई नई योजना बनाकर दिल्ली की जनता को लाभ पहुंचा सकते हैं, आप अभी शून्य पद वाले मुख्यमंत्री हैं, आप सिर्फ अपने बड़े-बड़े शब्दों से अफवाह भरे भाषण दे सकते हैं, इसके अलावा आपके पास कोई शक्ति नहीं है, आप सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से खुश हो सकते हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने आपको दागदार करके जमानत पर रिहा किया है वो भी सीमित समय के लिए और आप बीजेपी पीएम मोदी को चुनौती दे रहे हैं पहले अपने ऊपर लगे दाग को चुनौती दें और देश को बताएं कि हम आम आदमी पार्टी के ईमानदार नेता हैं और बेदाग हैं।
सिर्फ हम ही देश को बेहतर सुविधाएं दे सकते हैं, हमारा विजन देश हित में है, लेकिन ये सब कहने के लिए केजरीवाल साहब को पहले दिल्ली शराब घोटाला मामले में बरी होना पड़ेगा, फिर जो भी आरोप आप अभी बीजेपी पर लगा रहे हैं वो देश के लोकतंत्र की नजर में सही माने जाएंगे, लेकिन आप अभी भी विचाराधीन अपराधी हैं और जमानत पर हैं, आप पर अभी भरोसा नहीं किया जा सकता, आपके झूठी अफवाहों से भरे भाषणों से भ्रमित हो सकते हैं। आप अभी भी एक स्वच्छ और ईमानदार नेता नहीं हैं, हालांकि आप राजनीति के माध्यम से कुछ भी कह सकते हैं, राजनीति में अफवाहें चलती रहती हैं, लेकिन केजरीवाल साहब, भाजपा के पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती देना आपके बस की बात नहीं है, देश के लोकतंत्र सब समझता है, हर कोई जानता है कि आप कौन हैं, आप कैसे नेता हैं, क्योंकि देश की जनता और दिल्ली की जनता आपकी कथनी और करनी को जान चुकी है, अब आपका जादू चलने वाला नहीं है।