बाजार ना लगने पर भी हाॅट क्लिनीक करें संचालित मौसमी बिमारियों के दवाइयोें के साथ ही एंटी वेनम आदि का रखें पूर्ण स्टाक समय सीमा बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश




*सुकमा 07 जून 2021/* जंगल क्षेत्र होने के कारण सुकमा जिले में बारिश के मौसम में सर्प काटने, बिच्छू काटने के साथ ही मौसमी बिमारियों का खतरा अधिक रहता हैं। ऐसी आपात स्थिति उत्पन्न होने पर आम जन को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में विलंब ना हो और उन्हें समय पर प्राथमिक उपचार दिया जा सके इसके लिए जिला अस्पताल सहित समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी आवश्यक दवाईयों के पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। आज सुकमा जिला कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित समय सीमा बैठक में कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार ने आगामी बारीश के मद्देनजर आवश्यक तैयारियों के लिए निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सभी हाॅट बाजार के संचालन पर प्रतिबंध लगाया गया है किन्तु हाॅट क्लीनिक का संचालन जारी रहेगा, जिससे ग्रामीणों को नियमित स्वास्थ जाँच करवाने और निःशुल्क दवाई वितरण का लाभ मिले। इसके साथ ही शासन द्वारा निर्धारित सभी प्रकार की दवाईयों का स्टाॅक रखने के निर्देश दिए। जिला अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में बंद पड़ी मशीनों को शीघ्र दुरुस्त करवाने हेतु जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया।
गत दिवस से शुरु किए गए मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत वन प्रबंधन समिति, पंचायत एवं कृषकों को अधिकाधिक वृक्षारोपण कर इस योजना का लाभ लेने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए कहा। पंचायत विभाग एवं वन विभाग को जिले में वक्षारोपण के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री नंदनवार ने ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की समीक्षा के दौरान संबंधित क्षेत्र में आ रही समस्याओं का तत्काल निराकरण करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने गंभीर प्रभवित गावों की जानकारी ली और क्षेत्र में और कड़ाई से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग को कोविड जाँच के लिए बनाए गए नाकों के साथ ही घर-घर जाकर कोविड जाँच करने जा रही टीम को एंटीजन किट की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। इसके साथ ही समय सीमा बैठक में विभागों को लंबित प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करने के साथ ही विभागीय कार्यों के संपादन में तेज़ी लाने के निर्देश दिए। जिले में प्रगतिरत निर्माण कार्यों को समय सीमा में गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए।