Open School Exam : राज्य ओपन स्कूल ने दी बड़ी खुशखबरी,अब साल में इतने बार होगी परीक्षा…निर्देश जारी…
छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल ने अब 10वीं (हाईस्कूल) और 12वीं (हायर सेकंडरी) की मुख्य/अवसर परीक्षाएं वर्ष में तीन बार आयोजित करने का निर्णय लिया है। पहली परीक्षा अप्रैल माह में, दूसरी परीक्षा अगस्त माह में और तीसरी परीक्षा नवंबर माह में आयोजित की जाएगी।




डेस्क : छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल ने अब 10वीं (हाईस्कूल) और 12वीं (हायर सेकंडरी) की मुख्य/अवसर परीक्षाएं वर्ष में तीन बार आयोजित करने का निर्णय लिया है। पहली परीक्षा अप्रैल माह में, दूसरी परीक्षा अगस्त माह में और तीसरी परीक्षा नवंबर माह में आयोजित की जाएगी।
तीन अवसर पर सामान्य के्रडिट, आरटीडी और अवसर के परीक्षार्थी शामिल हो सकते हैं। अगस्त में आयोजित होने वाली द्वितीय मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि सामान्य शुल्क के साथ 30 जून निर्धारित है। वहीं, 1 से 5 जुलाई तक विलंब शुल्क के साथ आवेदन किया जा सकता है। वहीं, नवंबर में आयोजित होने वाली तृतीय मुख्य परीक्षा के लिए 1 सितंबर से 5 अक्टूबर तक आवेदन मंगाए गए हैं। आवेदन ऑनलाइन पद्धति और अध्ययन केंद्रों के माध्यम से भरे जाएंगे।
ओपन स्कूल में अध्ययन व परीक्षा हिन्दी व अग्रेंजी माध्यम से होती है। इसमें प्रवेश लेने वाले छात्रों को निशुल्क अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। प्रदेशभर में जिला/ तहसील/ब्लॉक स्तर पर कुल 413 अध्ययन केंद्र बनाए गए हैं। प्रत्येक प्रवेशित छात्रों के लिए प्रत्येक चरण में 10 दिनों का संपर्क कक्षाओं का आयोजन प्रत्येक अध्ययन केंद्र में किया जाता है।
अनुसूचित जाति, जनजाति, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिक, ट्रांसजेंडर्स को पंजीयन शुल्क में 25 प्रतिशत छूट प्रदान की जाती है। वहीं, दिव्यांग परीक्षार्थियों को पंजीयन शुल्क में 50 प्रतिशत छूट प्रदान की जाती है। ओपन स्कूल को माशिमं, राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान, भारतीय विवि संघ व मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल व अन्य बोर्ड से मान्यता व समकक्षता प्राप्त है।
ओपन स्कूल में 10वीं की परीक्षा में बैठने के लिए किसी प्रकार की शैक्षणिक योग्यता की जरूरत नहीं है। छात्र-छात्राओं की उम्र 14 वर्ष पूरी होनी चाहिए। क्रेडिट योजना में दूसरे बोर्ड में फेल 10वीं और 12वीं के छात्रों को दो उत्तीर्ण विषय के अंकों का क्रेडिट का लाभ दिया जाता है। आरटीडी के तहत छात्र 10वीं की परीक्षा होने के एक साल बाद छात्र 12वीं की परीक्षा में बैठ सकता है।
लगातार परीक्षा देने के इच्छुक छात्रों को 10वीं पास होने के बाद अगले साल 4 विषयों में बैठने का मौका मिलेगा। फिर एक विषय की 12वीं की परीक्षा एक साल बाद देने का मौका रहेगा। वहीं, अपने परिणाम से असंतुष्ट या श्रेणी सुधार के लिए छात्र साल में किसी भी परीक्षा उसे दोबारा बैठने का मौका मिलता है।