बिलासपुर जिला सहकारिता विभाग के कार्य शैली पर लग रहे प्रश्न चिन्ह गोड़ाडीह प्रभारी पर एफ आई आर पर टिकारी प्रभारी और ऑपरेटर के खिलाफ भारी अनियमित्ता के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही क्यों पढ़े पूरी ख़बर

बिलासपुर जिला सहकारिता विभाग के कार्य शैली पर लग रहे प्रश्न चिन्ह गोड़ाडीह प्रभारी पर एफ आई आर पर टिकारी प्रभारी और ऑपरेटर के खिलाफ भारी अनियमित्ता के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही क्यों पढ़े पूरी ख़बर
बिलासपुर जिला सहकारिता विभाग के कार्य शैली पर लग रहे प्रश्न चिन्ह गोड़ाडीह प्रभारी पर एफ आई आर पर टिकारी प्रभारी और ऑपरेटर के खिलाफ भारी अनियमित्ता के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही क्यों पढ़े पूरी ख़बर

बिलासपुर जिले में सहकारिता विभाग के कार्य शैली पर लगातार सवाल खड़े हो रहें हैं दरअसल कुछ दिनों पहले ही सहकारिता विभाग ने मस्तूरी ब्लॉक में धान खरीदी केंद्रों के प्रभारी से रिकवरी के लिए पूरी लिस्ट जारी की थी जिससे यह पता चला कि धान खरीदी केंद्र के प्रभारियों के द्वारा भारी अनियमित्ता भरती गई है जिसको ध्यान में रखते हुए सहकारिता विभाग ने रिकवरी की रकम भी जारी की थी कुछ ने रिकवरी की रकम विभाग में जाकर जमा कर दिया पर कुछ आज भी ऐसे हैं जिन्होंने ना ही रिकवरी की रकम जमा कराई है और ना ही विभाग ने उन पर एफ आई आर जब गोड़ाडीह ऑपरेटर और धान खरीदी केंद्र के प्रभारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती है तो टिकारी में धान खरीदी केंद्र के ऑपरेटर और प्रभारी पर भारी अनियमित्ता के बाद भी अभी तक क्यों नहीं हुई एफ़आईआर सहकारिता विभाग के अधिकारी क्यों एक के साथ सगा भाई वाला व्यवहार कर रहे हैं और दूसरे के साथ सौतेला वाला आखिर टिकारी धान खरीदी केंद्र के ऑपरेटर और धान खरीदी केंद्र के प्रभारी को इतनी अनियमित्ता के बाद भी क्यों बचाया जा रहा है अधिकारियों की ऐसी कौन सी मजबूरी है जिसके कारण वह इनके ऊपर कोई भी कार्रवाई करने से बच रहे हैं और अगर कार्रवाई करेंगे तो कब यह मामला सहकारिता विभाग के लिए गले की फांस बनती जा रही है मालूम होगी टिकारी धान खरीदी केंद्र प्रभारी जनक पर सहकारिता विभाग ने रिकवरी के तौर पर 73 लाख 54 हजार रुपए का आंकड़ा जारी किया हैं समझ से परे हैं कि इन अधिकारियों की ऐसी कौन सी टिकारी धान खरीदी केंद्र के प्रभारी और ऑपरेटर से रिश्तेदारी है जिसके वजह से यह कार्रवाई करने से बच रहे हैं !