क्या हैं जैतपुरी किसान केसीसी विवाद कब मिलेगा किसानों को न्याय और क्या कहना हैं इस पर प्रबंधक दीपक तिवारी का जानें सब कुछ पढ़े पूरी ख़बर

क्या हैं जैतपुरी किसान केसीसी विवाद कब मिलेगा किसानों को न्याय और क्या कहना हैं इस पर प्रबंधक दीपक तिवारी का जानें सब कुछ पढ़े पूरी ख़बर
क्या हैं जैतपुरी किसान केसीसी विवाद कब मिलेगा किसानों को न्याय और क्या कहना हैं इस पर प्रबंधक दीपक तिवारी का जानें सब कुछ पढ़े पूरी ख़बर

महीनों से चल रहे जैतपुरी धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक और किसानों के बीच विवाद ने किसानों का सिर दर्द बढ़ा दिया हैं लगातार यह विवाद तूल पकड़ता जा रहा है एक तरफ किसान अपनी केसीसी नहीं मिलने के कारण बौखलाए हुए हैं चिंतित हैं तो दूसरी तरफ धान खरीदी केंद्र के प्रबंधक दीपक तिवारी भी बहुत ही परेशान नजर आ रहे हैं किसानों का आरोप है कि खेती के लिए जो रकम केसीसी से मिलता है उसका जो भी लिखा पोछा का कार्य होता है उन्होंने करवा लिया है पर पैसा अभी तक नहीं मिला वे चिंतित है और टाइम पर पैसा नहीं मिलता है खेती के लिए तो वह क्या करेंगे कहां से पैसा लाकर खेती करेंगे वहीं दूसरी तरफ प्रबंधक दीपक तिवारी का कहना है कि उन्होंने 15 से 20 दिन पहले पूरा कार्य कम्प्लीट करके प्रक्रिया में डाल दिया था पर ऊपर में बैठे कुछ लोगों ने जानबूझकर उनके क्षेत्र में आने वाले किसानों के केसीसी लोन को लटका दिया है ताकि किसी तरह उनकी छवि खराब हो जाए और उनके खिलाफ इंक्वारी हो जाए और उनको पद से हटा दिया जाए यह हम नहीं बल्कि प्रबंधक दीपक तिवारी बोल रहे हैं उनका कहना है कि कुछ अधिकारी जो लोहर्सी सहकारी क्षेत्र में नए आए हैं वह नहीं चाहते कि दीपक तिवारी वहां धान खरीदी केंद्र के प्रभारी बने रहे और किसी तरह उनको वहां से भगाया जाए मतलब दीपक तिवारी की बात माने तो यहां साफ-साफ खेल कुर्सी के लिए हो रही है पद के लालच में कुछ लोग पूरे विभाग की छवि को ही धूमिल करने में लगे हुए हैं जिसके लिए रोज पेपर बाज़ी हो रही है पर विभाग के उन बड़े अधिकारियों को भी सोचना होगा कि कहीं ना कहीं यह जो विवाद हो रहा है उससे उनके पूरे विभाग की छवि धूमिल हो रही है और इन दोनों के बीच की लड़ाई में किसान जबरदस्ती पीस रहे हैं एक तरफ किसानों को कृषि के लिए जो लोन मिलता है केसीसी वह नहीं मिल रहा है किसान बहुत ही परेशान है दूसरी तरफ प्रबंधक दीपक तिवारी लगातार आरोप लगा रहे हैं कि कुछ ऊपर बैठे लोग केसीसी को रोक कर जानबूझकर रखे हैं ताकि किसान भड़के और उनके खिलाफ शिकायत करें हालांकि दीपक तिवारी का यह भी कहना है कि वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं क्योंकि उन्होंने कोई भी गलत कार्य नहीं किया है अब देखना होगा आगे कब तक यह लड़ाई और चलती है और कब किसानो की समस्या दूर होती हैं और कितनी सच्चाई हैं दीपक तिवारी की बातों पर ये तो वक़्त ही बतायेगा ?