कुकुर्दी कला में संपन्न हुई FLN प्रशिक्षण क्या हैं FLN कैसे ये बच्चों के लिये साबित हो रहा वरदान जानें पढ़े पूरी खबर




बिलासपुर//FLN प्रशिक्षण जोन 03 कुकुर्दीकला पचपेडी में 28/06/2024 को चतुर्थ चरण का समापन के अवसर पर प्राचार्य कन्या शाला पचपेडी दिनेश कुर्रे सेजेश के प्राचार्य चितरंजन राठौर रोहित कुमार प्रजापति DRG पुरुषोत्तम घृतलहरे DRG दीपक कंवर DRG राहुल भारद्वाज सी.एस सी ,सुरेंद्र रात्रे सी.एस सी द्वारा बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान गतिविधी के संबंध में संबोधीत व आशिर्वाद वचन दिया गया आपको बताते चलें कि FLN का उदेश्य सभी बच्चों को समान अवसर प्रदान करते हुए शिक्षा की क्षेत्र में बच्चों को कुशल बनाने का एक तरीका हैं
आइए जानें क्या हैं FLN और कितना महत्पूर्ण है बच्चों के लिए
कुल मिलाकर, आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता (FLN) की अवधारणा को महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यह बच्चे की आगे की शिक्षा तक पहुँचने की क्षमता के लिए मंच तैयार करती है। ये बच्चे तब कार्यबल में प्रभावी रूप से भाग ले सकते हैं, और बड़े होने पर नागरिक जीवन में कुशलता से शामिल हो सकते हैं।
FLN के अन्य उद्देश्य हैं:
सभी बच्चों को समान अवसर प्रदान करना. स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाना. शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करना. सीखने के माहौल को मजेदार और आकर्षक बनाना.
एफएलएन का फुल फॉर्म 'Foundational Literacy & Numeracy' होता है, जिसका हिंदी मतलब 'मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता अथवा संख्या ज्ञान' होता है FLN एक रास्ट्रीय मिशन है जिसे भारत सरकार की नयी शिक्षा निति 2020 के निपूर्ण भारत मिशन के अंतर्गत वर्ष 2021 में शुरू किया गया है।
नींव मजबूत करना एफएलएन प्रशिक्षण का उद्देश्य, प्राप्त ज्ञान से बढ़ाएं गुणवत्ता : पाठक प्रशिक्षण लेने वाले सभी शिक्षक प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान का उपयोग शाला में कर शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाएं।
समझ और अंकगणित के साथ पढ़ने में प्रवीणता के लिए राष्ट्रीय पहल (निपुण भारत एफएलएन मिशन) जुलाई 2021 में भारत में शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया एक व्यापक शिक्षा कार्यक्रम है।