तेंदुआ के हमले में मृतक बच्चे के परिवार को एक करोड़ मुआवजा देने की मांग...वन ग्राम संघर्ष समिति ने नगरी एस डी एम को राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन...

तेंदुआ के हमले में मृतक बच्चे के परिवार को एक करोड़ मुआवजा देने की मांग...वन ग्राम संघर्ष समिति ने नगरी एस डी एम को राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन...

नगरी- वन ग्राम संघर्ष समिति नगरी जिला धमतरी के पदाधिकारियों ग्राम पटेल वन अधिकार समिति के अध्यक्ष सचिव एवं सदस्यों ने कल एस डी एम नगरी से अपनी विभिन्न लंबित समस्याओं पर बिंदुवार चर्चा की। संघर्ष समिति के  उपाध्यक्ष महेन्द्र नेताम ने बताया कि अपनी लंबित विभिन्न मांगों पर प्रशासन द्वारा की गई कार्यवाही की जानकारी लेने पदाधिकारियों ने एस डी एम से मुलाकात की...साथ ही क्षेत्र में विगत 2-3 माह से आतंक मचा रहे हिंसक तेंदुए के संबंध में चर्चा की। अब तक 5 आदिवासी बच्चों पर हिंसक तेन्दुए ने हमला किया है जिसमें तीन  बच्चों की मृत्यु हो गई है। सबसे पहले समिति ने मांग रखी कि मृत बच्चों के परिवार को एक-एक करोड़ रूपये की मुआवजा राशि एवं उनके परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी देने की मांग की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश में जाकर वहां के लोगों को 50 लाख मुआवजा देने की घोषणा कर सकते हैं तो छत्तीसगढ़ के पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा क्यों नहीं....समिति ने कहा कि ये प्रशासन के लचर रवैये का परिणाम है। अब तक 5 आदिवासी बच्चों को तेंदुए द्वारा लगातार हमला किया जा रहा है इसमें दो बच्चों की मृत्यु हो चुकी है शासन प्रशासन अभी तक स्थायी समाधान नहीं ढूंढ पाई है। 
वन ग्राम संघर्ष समिति ने अभ्यारण्य क्षेत्र में वनोपज संग्रहण, अरसीकन्हार के सोंढूर नहर नाली में प्रभावित किसानों का मुआवजा, हिंसक तेन्दुए के आतंक, बिजली वोल्टेज/ कटौती, भुंईया पोर्टल बंदोबस्त सुधार एवं अन्य समस्याओं के समाधान हेतु शीघ्र ही इन सभी विभाग के अधिकारियों के संयुक्त बैठक बुलाने की मांग की...इस दौरान संयोजक मयाराम नागवंशी, अध्यक्ष बंशीलाल सोरी, सोपसिंग मंडावी, फूलसिंग नेताम, मकसूदन मरकाम, बुधराम साक्षी, रवि नेताम, घनश्याम नेताम, देवगन कुंजाम, श्यामल साय, फरस मरकाम एवं वनग्राम संघर्ष समिति के पटेल, वनाधिकार समिति के अध्यक्ष व सदस्यगण उपस्थित रहे।