DHAMTARI : दक्षिण मगरलोड वनांचल क्षेत्र को सूखा घोषित करने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन...




छत्तीसगढ़ धमतरी...
किसान संघर्ष संघ दक्षिण मगरलोड के बैनर तले प्राथमिक साख सहकारी समिति मर्यादित सिंगपुर के अंतर्गत 40 गांव के किसानों ने चार सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे। वनांचल क्षेत्र से आये किसानों ने जनपद पंचायत कार्यालय धमतरी पास से रैली निकाली और हमारी मांगे पूरी करो के नारा लगाते हुए 40 गांव के नेतृत्व करते हुए किसान संघर्ष संघ दक्षिण मगरलोड के अध्यक्ष रामायण सिन्हा द्वारा अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें चार सूत्रीय मांगों को रखते हुए पहला मांग बताया कि अल्प वर्षा के चलते 40 गांवों में अकाल की स्थिति निर्मित हो चुकी है पूरी तरह से कृषी कार्य प्रभावित है खेतों में घास फूस खरपतवार उग आया है कई खेतों में बोनी, रोपाई,बियासी भी नहीं हुआ है एक गांव में वर्षा होता है तो बगल का गांव सूखा रहता है इस तरह से खंड वर्षा के कारण भी पूरे क्षेत्र में स्थिति गम्भीर बनी हुई है इसलिए दक्षिण मगरलोड के 40 गांव को सुखा घोषित किया जाए। दूसरा मांग सिंगपुर सोसायटी के अंतर्गत ग्राम मुलगांव में उप धान खरीदी केंद्र खोला जाए जिससे किसानों को धान बिक्री केंद्र की दूरी कम पड़े और अन्य समस्याओं से निपटा जा सके। तीसरा मांग प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सत्र 2020 का लाभ शत प्रतिशत 40 गांवों के किसानों को प्रदान किया जाए। चौथा मांग जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मगरलोड के पासबुक एंट्री मशीन को सुधारा जाए। इस तरह से मान. राज्यपाल,मान. मुख्यमंत्री, मान. कृषि मंत्री, श्री मान कलेक्टर साहब जी के नाम से ज्ञापन लेने आए अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है। श्री मान रामायण सिन्हा जी ने बताया कि सिंगपुर सोसायटी के संचालक मंडल सदस्यों का , किसान संघ जिला धमतरी का, प्रिंट मीडिया का, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का, पुलिस विभाग का प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ है रैली में शामिल हुए सभी किसान भाईयों का आभार व्यक्त करते हुए समापन की घोषणा किया गया।आज के रैली में 40 गांवों में से बड़ी संख्या में लोग स्वयं के साधन से स्वयं के ब्यय से रैली को सफल बनाने के लिए ग्राम मुलगांव, बेन्द्राचुआ,पठार,पिपरौद,सोनारिन दैहान, बिरझूली,पेण्ड्रा, बोदलबाहरा,कोसुम खूंटा,गोबरा पठार,खड़मा,मड़वा पथरा, सरैरुख, मोहेरा,मारागांव,सरैभदर,बोइरगांव, सिंगपुर, अंजोरा, मुड़केरा, रौत मुड़ा,सोनझरी,मुरूम डीह,धनोरा, केकराखोली, पालवाड़ी, भण्डारवाडी से किसान आए थे।