रिजर्व फारेस्ट में नरेगा का कार्य को जेसीबी मशीन से...इसे ग्रामीणो में आक्रोश ... पढ़िए पूरी खबर...!

रिजर्व फारेस्ट में नरेगा का कार्य को जेसीबी मशीन से...इसे ग्रामीणो में आक्रोश ... पढ़िए पूरी खबर...!

छत्तीसगढ़ धमतरी..नगरी ...रिसगाव परिक्षेत्र के ग्राम चमेदा मे सडक निर्माण कार्य नरेगा का कार्य को जेसीबी मशीन से कराया जा रहा है जिसका ग्रामीणो द्वारा वन विभाग के अधिकारियो से जमकर किये मगर यहा अधिकारियो ने कार्य को ठेकेदार से करा दिये जिसके चलते ग्रामीणो मे वन विभाग के अधिकारियो के प्रति आक्रोश व्याप्त है ग्रामीणो ने जिला प्रशासन से रोजगार मुहैया कराने की माग की है 

उल्लेखनिय है कि आज वनाचल का रिसगाव क्षेत्र विकास कार्यो से पिछडा हुआ है जहा आम ग्रामीणो की आज मुख्य माग सडक ,पूल ,बिजली ,स्वास्थ्य व शिक्षा है ऐसा नही की ग्रामीण यहा विकास कार्यो की माग नही करते जब जब यहा विकास की बात आती है तो अधिकारी जनप्रतिनिधि रिजर्व फारेस्ट का नियम कानून का हवाला देकर पल्ला झाड देते है जिसके चलते आज यह क्षेत्र पिछडा हुआ है जबकी वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी खुद नियम कानून को ठेगा दिखाकर वन अधिनियम का धज्जिया उडा रहे है जिसका प्रमुख कारण क्षेत्र के जनप्रतिनिधियो को भी माना जा सकता है जो की अपने कार्यक्षेत्र का दौरा नही करते जिसके चलते अधिकारी भी मनमानी करने से नही चूकते ठीक ऐसा ही मामला रिसगाव परिक्षेत्र के ग्राम पंचायत खल्लारी मे देखने को मिला जहा खल्लारी से चमेदा तक छः की मी मिट्टी मुरूम सडक निर्माण कार्य लगभग चालीस लाख की लागत से से हो रहा जहा ग्रामीण बद्री नाथ सलाम ,नारद मरकाम ,धनीराम मरकाम ने बताया की सडक निर्माण कार्य के लिये पहले तो वन विभाग रोजगार गारंटी के माध्यम से काम पर बुलाकर लाये जहा ग्रामीण चार दिनो तक रोजगार का कार्य किये उसके बाद रेन्जर सहाब ने काम बंद करवा दिया और बोला की काम का ठेका हो गया है अब सडक निर्माण ठेकेदार करेगा और फिर जेसीबी मशीन से कार्य प्रारंभ कर दिये जिसका ग्रामीणो ने जमकर विरोध किया मगर वन विभाग के अधिकारी एक नही सुने वही ग्रामीण शिवलाल नेताम ,गौतम नेताम ,ललित नेताम ,सुकनाथ यादव ,लच्छू नेताम ने बताया की वन विभाग के अधिकारी ने स्पस्ट कह दिया की ग्रामीण अगर करेगे तो कार्य को निरस्त करा देगे जहा ग्रामीणो का कहना था की सडक की स्थिती खराब है कार्य होगा मगर मशीन नही मजदूर के माध्यम से हो मगर अधिकारी ने एक नही सुनी व अपनी मर्जी से कार्य करा दिये 

  मशीन से जंगलो मे झाड की जडे तक खोद डाली 

वही वन विभाग के अधिकारी व ठेकेदार ने कार्य को जल्द खत्म करने के चक्कर मे जंगलो मे मिट्टी खोदने मशीने चला दि जिसके चलते सडक किनारे कई बडे बडे इमारती झाडो के जडे नस्ट हो गई जो बारिश के पानी के बहाव से कई झाड गिर जायेगे वही रिज्व फारेस्ट मे मुरूम खोदने व मिट्टी खोदने का कोई प्रावधान नही उसके बाद भी वन विभाग के संरक्षण मे मशीन से पूरी जंगल खोद डाले ...

वही वनाचल मे बसे ग्रामीणो का स्पस्ट कहना है की यहा जनप्रतिनिधियो को कोई लेना देना नही उन्हे सिर्फ वोट से मतलब है जब।जब चुनाव आता है जनप्रतिनिधि अपने प्रचार या अपने पार्टी के प्रत्याशी को जिताने के लिये बस आते है और चुनाव जितने के बाद मुडकर नही देखते जबकी उने क्षेत्र मे आकर इस तरह बडी समस्या का हल नही कर सकते तो छोटी छोटी समस्याओ का भी निराकरण करना चाहीये जिसके चलते अधिकारी कर्मचारी भी अपनी मनमानी करने से बाज आते...

हर वर्ष ग्रामीण श्रमदान कर करते है पूल मरम्मत 

खल्लारी से चमेदा के बीच लकडी का पूल है जहा से ग्रामीण व स्कूली बच्चो का आवागमण होता है जहा ग्रामीण वन विभाग से लेकर सभी जगह।पूल निर्माण की माग कर चुके है मगर आज तक यहा पूल नसीब नही हो पाये ऐसे मे ग्रामीण हर वर्ष श्रमदान कर बारिश के बाद लकडी का पूल मरम्मत करते है तब कही जाकर आवागमण बहाल हो पाती है

अभी मै नया आया हू और मै कल जा कर खुद निर्माण।कार्य का जाच करूगा 

वरूण जैन उप निदेशक सितानदी उदन्ती गरियाबंद