Mobile Recharge Prices: क्यों और कब से 20% तक महंगा होने वाला है मोबाइल रिचार्ज विस्तार से पढ़ें पूरी डिटेल्स....
Mobile Recharge Prices: Why and from when mobile recharge is going to be costlier by 20% Read full details.... Mobile Recharge Prices: क्यों और कब से 20% तक महंगा होने वाला है मोबाइल रिचार्ज विस्तार से पढ़ें पूरी डिटेल्स....




Mobile Recharge Prices:
नया भारत डेस्क : कंपनी ने अपने पॉपुलर प्लान्स की कीमतों को 20% तक बढ़ा दिया है। एयरटेल का दावा है कि इस कदम से एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) बढ़ेगा। रिवाइज्ड कीमतें 26 नवंबर से लागू होंगी, जिसका मतलब है कि यूजर्स अगले कुछ दिनों के लिए मौजूदा टैरिफ पर रिचार्ज कर सकते हैं।
5जी सर्विस को भारत में हाल ही में लॉन्च (5G Launch in India) किया गया है और प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियां, एयरटेल (Airtel) और रिलायंस जियो (Reliance Jio) भी अपनी 5जी सेवा जारी कर चुकी हैं. बता दें कि इस सर्विस को लिमिटेड शहरों में लॉन्च किया गया है और धीरे-धीरे बाकी देशों में भी इसे जारी कर दिया जाएगा. अगर आप एयरटेल यूजर हैं तो हमारे पास आपके लिए बड़ी खबर है. हम आपको बताने जा रहे हैं कि एयरटेल 5जी इस्तेमाल करने के लिए आपको कितने पैसे खर्च करने होंगे, यानी एयरटेल 5जी के प्लान्स की कीमत (Airtel 5G Plans Price) कितनी होगी... (Mobile Recharge Prices)
अगर आपको लगता है कि 4जी के रेट में ही 5जी (5G service) प्लान मिल जाएगा और आप सेकंडों में पूरी मूवी डाउनलोड कर लेंगे, तो ऐसा नहीं है. अपने मोबाइल में 5जी नेटवर्क चलाने के लिए आपको 4जी की तुलना में अधिक जेब ढीली करनी होगी. 5जी सर्विस को शुरू करने के लिए मोबाइल कंपनियां अपने टैरिफ में 15 से 20 परसेंट की बढ़ोतरी कर सकती हैं. (Mobile Recharge Prices)
5जी रोलआउट में देरी :
टेलीकॉम कंपनियों ने 5G सर्विस का रोलआउट शुरू कर दिया है और कई शहरों में दिवाली से पहले इसका ट्रायल रन लॉन्च हो चुका है. देश के 8 शहरों में यह सेवा शुरू है, हालांकि सबको सुविधा नहीं मिल रही बल्कि चुनिंदा ग्राहक इसका फायदा उठा रहे हैं. अब पूरे देश में 5जी सर्विस शुरू होने जा रही है जिस पर करोड़ों रुपये का खर्च आएगा. इसके लिए कंपनियों ने लोन लिया है और निवेशकों से भी पैसे लिए हैं. माना जा रहा है कि 5जी सर्विस शुरू करने के लिए कंपनियों को 1.5 से 2 लाख करोड़ पर का निवेश करना होगा. यह काम बिना लोन, निवेश और टैरिफ बढ़ोतरी के संभव नहीं है. (Mobile Recharge Prices)
क्या कहती है रिपोर्ट :
फिच रेटिंग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मोबाइल कंपनियां टैरिफ में 15 से 20 परसेंट की बढ़ोतरी कर सकती हैं. इसके अलावा, जेएम फाइनेंशियल ने कहा है कि टेलीकॉम कंपनियां दो से तीन किस्तों में दरें बढ़ा सकती हैं ताकि ग्राहकों पर एकमुश्त बोझ न पड़े. बोझ पड़ने से ग्राहक इधर-उधर छिटक सकते हैं. हाल के दिनों के बयानों पर गौर करें तो पता चलेगा कि हर टेलीकॉम कंपनी टैरिफ बढ़ाने के पक्ष में है और इस पर विचार किया जा रहा है. (Mobile Recharge Prices)
ARPU बढ़ाने पर जोर :
हाल में Vodafone-idea के CEO ने भी दरें बढ़ाने की वकालत की है. यह कंपनी भारी घाटे से गुजर रही है, लिहाजा इसके पास दरें बढ़ाने के सिवा कोई और रास्ता नहीं बचता. कंपनी पर करोड़ों रुपये का लोन भी है जिसकी भरपाई करने पर ही 5जी सर्विस की शुरुआत हो सकेगी. पिछली बढ़ोतरी नवंबर 2021 में हुई थी. पिछले साल 20 से 25 परसेंट तक दरें बढ़ी थीं. अभी टेलीकॉम कंपनियों का ARPU 162 रुपये है. आरपू का अर्थ ये होता है कि टेलीकॉम कंपनी प्रति ग्राहक कितने रुपये की कमाई करती है. (Mobile Recharge Prices)