शहीद के परिवार को शहादत के 13 वर्ष बाद मिला पीएम आवास 3 वर्षो से है अधूरा -दीपिका शोरी




सुकमा--सलवा जुडूम एक ऐसा आंदोलन जिसकी वजह से पूरे बस्तर में सैकड़ों परिवारों को त्रासदी की मार झेलनी पड़ी ऐसा ही एक परिवार कोन्टा ब्लॉक के इरपगुड़ा ग्राम में रहता है जहां सलवा जुडूम के शुरू होने से पहले खुशहाल जीवन जी रहा यह परिवार आज दुखों के बीच अपना जीवन यापन कर रहा है
ग्रामवासियों ने जानकारी दी कि 2006 को दोरनापाल में जुडूम के लीडर स्व.महेंद्र कर्मा की विशाल बैठक थी इसी बैठक में शामिल होने इस परिवार के मुखिया मड़कम जोगा भी गए हुए थे बैठक की वापसी के दौरान दरबागुड़ा के पास नक्सलियों ने सड़क पर विस्फोट कर दिया व जोगा शहीद हो गए इसी दिन के बाद इस परिवार के सदस्यों को जीवन पूरी तरह तहस-नहस हो गया प्रधानमंत्री आवास की अनियमितता देखने भाजयूमो प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता दीपिका शोरी लगातार प्रवास में रहती हैं इसी कड़ी में उनके कोन्टा दौरे के दौरान उनके सहयोगियों ने इसकी भी जानकारी दी दुर्गम क्षेत्र होने के बावजूद भी दीपिका ने इरपागुडा जाकर पीएम आवास के साथ साथ इस परिवार का हाल भी जानना चाहा व इरपगुड़ा पहुंच कर उनसे उनका हाल जाना
पूर्ण रूप से वनोपज पर आधारित है इनका जीवन
दीपिका ने बताया इनके परिवार का जीवन पूर्णतः वनोपज के आधार पर ही निर्भर है बहुत ही विषम परिस्थितियों मड़कम जिम्मे जो स्व.मड़कम जोगा की पत्नि है वह अपने चार बच्चों को अकेले ही पालन पोषण कर रही है उसके तीन बच्चे स्कूल जा रहे है व एक बेटी घर के कामों में हाथ बटाती है,आज जब मैं इनके घर इनसे मिलने पहुंची तो मसकम जिम्में बकरी चराने जंगल गई हुई थी जिससे उनसे नहीं मिल पाई उनके बच्चों से मिलकर हाल जाना बहुत ही दुख हुआ कि एक भरापूरा परिवार बिखर गया,मैंने इनके पीएम आवास को भी देखा 2019 में स्वीकृत आवास का निर्माण बहुत ही घटिया स्तर का है घर मे छत के नाम पर टूटी फूटी सीमेंट सीट डाल दी गई है फ्लोरिंग भी नहीं किया गया है प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है जिससे इस परिवार को न्याय मिल सके व एक मुनासिब छत के वो हकदार बन सकें,
पूरे सुकमा जिले में पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार जांच होनी चाहिए
दीपिका ने कहा कि सिर्फ इरपागुडा ही नहीं अपितु पूरे सुकमा जिले में पीवम आवास योजना व स्वच्छ भारत मिशम के अंतर्गत बनने वाले शौचालय में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है जिसकी जांच होनी चाहिए