कवर्धा सीजी : एएसपी मनीषा ठाकुर ने ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
Kawardha CG: ASP Manisha Thakur has suspended six policemen for negligence in the line of duty.




NBL, 13/04/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. Kawardha CG: ASP Manisha Thakur has suspended six policemen for negligence in the line of duty.
कवर्धा: जिले में पुलिसिंग को लेकर एसपी व एएसपी द्वारा विशेष ध्यान दिया जाता है। सामुदायिक पुलिसिंग के मामले में तो कबीरधाम जिला पुलिस पूरे प्रदेश के साथ-साथ देश में नाम कमा चुका है,पढ़े विस्तार से..।
लेकिन इन सब काम के बीच खुद विभाग के पुलिसकर्मी नाम को खराब करने में जुटे हैं।
दरअसल एएसपी मनीषा ठाकुर ने ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने के चलते छह पुलिसकर्मी को सस्पेंड किया है। इनकी गलती यह है कि ये आरक्षक शराब पीकर ड्यूटी करता था। पकड़े जाने पर एएसपी मनीषा ठाकुर ने कार्रवाई की है। और छह पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया है। इनमें दो पुलिसकर्मी को जिले के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र कुंडपानी कैंप में तैनाती दी है। पुलिसकर्मियों द्वारा इस प्रकार की लापरवाही किए जाने से जिला पुलिस की छवि खराब हुई है। जबकि पुलिसिंग व ड्यूटी के दौरान एसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारियों द्वारा रात के समय निरीक्षण किया जाता है। बीते क्राइम मिटिंग में एसपी ने स्पष्ट कर दिया था कि ड्यूटी के दौरान किसी भी प्रकार से लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। वर्तमान में एएसपी मनीषा ठाकुर ने प्रधान आरक्षक मेघनाथ सेवता, झम्मन सिंह धुर्वे, रामविलास आडिले, नेमसिंह धुर्वे को सस्पेंड कर लाइन हाजिर किया है। वहीं, आरक्षक संजय सिंह, रूपेश पांडेय को सस्पेंड कर कुंडपानी में पदस्थ किया है।
वीआइपी ड्यूटी में शराब पीकर पहुंचा था आरक्षक
एएसपी मनीषा ठाकुर के कार्यालय से जारी आदेश में बताया गया है कि 10 अप्रैल को प्रधान आरक्षक मेघनाथ सेवता, आरक्षक झम्मन सिंह धुर्वे, आरक्षक रामविलास आडिले, आरक्षक नेमसिंह धुर्वे की वीआइपी ड्यूटी लगाई गई थी। प्रधान आरक्षक मेघनाथ सेवता महत्वपूर्ण वीआइपी ड्यूटी से विलंब से सादी वर्दी व बिना हथियार के उपस्थित हुए। आरक्षक झम्मन सिंह धुर्वे व आरक्षक रामविलास आडिले वीआइपी ड्यूटी से गैरहाजिर थे।
इसी प्रकार नेमसिंह धुर्वे शराब के नशे में दो रायफल के साथ सादी वर्दी में गाड़ी से गिरना पाया गया है। आदेश में लिखा है कि उपरोक्त कर्मचारियों का कृत्य कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, स्वेच्छाचारिता व उदासीनता को प्रदर्शित करता है। इस कारण इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर रक्षित केंद्र कबीरधाम में संबद्घ किया जाता है। निलंबित प्रधान आरक्षक व आरक्षकों को निलंबन अवधि में शासन द्वारा मान्य निर्धारित वेतन एवं भत्ते की पात्रता होगी।
लाइन मददगार आरक्षक भी सस्पेंड हुआ
इसी प्रकार दूसरे आदेश में बताया गया कि चैत्र नवरात्रि पर्व व सरहदी जिला राजनांदगांव अंतर्गत खैरागढ़ विधानसभा में उप चुनाव के दृष्टिगत जिले में संवेदनशील परिस्थितियां बनी हुई है। 10 अप्रैल को वीआइपी आगमन के दौरान विश्राम गृह कवर्धा में सुरक्षार्थ के लिए पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगाई गई। रक्षित केंद्र में कार्यरत लाइन मददगार द्वारा ऐसे कर्मचारियों की महत्वपूर्ण वीआइपी सुरक्षा ड्यूटी लगाई गई थी, जिनका पूर्व रिकार्ड अच्छा नहीं होना व पूर्व में भी ड्यूटी में लापरवाही प्रदर्शित करना पाया गया है। लाइन मददगार आरक्षक संजय सिंह व आरक्षक रूपेश पाण्डेय का कृत्य कर्तव्य के प्रति उदासीनता को प्रदर्शित करता है। इस कारण इन दोनों आरक्षकों को सस्पेंड कर कैम्प कुण्डपानी में संबद्घ किया गया है।
पहली बार एक साथ बड़ी कार्रवाई
विभाग में कार्य व ड्यूटी को लेकर एसपी डा.लाल उमेंद सिंह व एएसपी मनीषा ठाकुर विशेष ध्यान देते हैं। इन दोनों अफसर विभाग में कसावट के नाम पर जाने जाते हैं। एएसपी मनीषा ठाकुर भी अपने विभाग के सभी कर्मचारियों को स्पष्ट कर दिया है कि ड्यूटी में किसी भी प्रकार से कोई लापरवाहीं बर्दाश्त नहीं है। यही कारण है कि वे खुद अचानक किसी भी थाने व रात के समय गश्ती अभियान को निरीक्षण करने पहुंच जाते हैं। लेकिन 10 अप्रैल को वीआइपी ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी ने बड़ी लापरवाही कर दी। इस कारण से इन लापरवाह कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि एक साथ छह पुलिसकर्मी के ऊपर कार्रवाई की गाज गिरी है।
बेहतर काम पर मिलता है इनाम
ऐसा नहीं कि जिला पुलिस विभाग के अफसरों द्वारा कर्मचारियों के खिलाफ हमेशा कार्रवाई की जाती है। गलती होने व ड्यूटी पर लापरवाही किए जाने सजा दी जाती है। वहीं, बेहतर काम किए जाने पर पीठ भी थपथपाई जाती है। स्थिति ऐसी है कि किसी भी प्रकरण में बेहतर विवेचना करने व आरोपितों को पकड़े जाने, समाजसेवा का काम किए जाने पर एसपी समेत अन्य अफसरों द्वारा इनाम तक दिया जाता है। जानकारी अनुसार हर माह 20 से अधिक कर्मचारियों को इनाम व उनका सम्मान किया जाता है। इसके अलावा किसी भी पुलिसकर्मी के प्रमोशन होने पर उनके ही परिवार द्वारा प्रमोशन की प्रक्रिया को पूरी कराई जाती है।