नेशनल हेराल्ड भ्रष्टाचार मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.
In the National Herald corruption case,




NBL, 11/04/2022, Lokeshwer Prasad Verma,.
In the National Herald corruption case, the Enforcement Directorate has now started cracking down on senior Congress leader Mallikarjun Kharge.
National Herald corruption case। नेशनल हेराल्ड भ्रष्टाचार के मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने जानकारी दी है कि मल्लिकार्जुन खड़गे से नेशनल हेराल्ड भ्रष्टाचार मामले में प्रवर्तन निदेशालय लंबी पूछताछ कर रही है। मल्लिकार्जुन खड़गे को आज ईडी के सामने पेश होने के लिए तलब किया गया।
जानिए क्या है नेशनल हेराल्ड केस
गौरतलब है कि नेशनल हेराल्ड अखबार का प्रकाशन 1938 में शुरू किया गया था। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इस अखबार का इस्तेमाल आज़ादी की लड़ाई में किया। नेहरू ने 1937 में एसोसिएटेड जर्नल बनाया था, जिसके तहत 3 अखबारों का प्रकाशन किया जा रहा था। हिंदी में नवजीवन, उर्दू में कौमी आवाज़ और अंग्रेजी में नेशनल हेराल्ड। लेकिन 2008 तक एसोसिएटेड जर्नल ने फैसला किया कि अब समाचार पत्रों का प्रकाशन नहीं किया जाएगा। इसके बाद यह भी जानकारी सामने आई कि एसोसिएटेड जर्नल पर 90 करोड़ रुपए का कर्ज भी चढ़ चुका है।
नेशनल हेराल्ड में ऐसे हुआ भ्रष्टाचार
नेशनल हेराल्ड मामले में बड़े घोटाले का खुलासा वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने साल 2012 में किया था। सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस पार्टी ने अपने पार्टी के पैसे से सोनिया गांधी और राहुल गांधी की कंपनी यंग इंडिया को 90 करोड़ रुपए उधार दिए और इसके बाद उसी पैसे राहुल सोनिया की कंपनी यंग इंडिया ने नेशनल हेराल्ड अखबार निकालने वाली कंपनी एसोसिएट जनरल को खरीद लिया। ऐसे में कंपनी की करीब 5 हजार करोड़ की संपत्ति गांधी परिवार के पास चली गई। इस मामले में सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका पर न्यायमूर्ति सुरेश कैत ने सोनिया और राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव दिवंगत ऑस्कर फर्नांडिस, सुमन दुबे, सैम पित्रोदा और यंग इंडिया से 12 अप्रैल तक स्वामी की याचिका पर जवाब देने को कहा है।