काम की खबर :- बच्चों को बिना सुई के कोरोना वैक्सीन कैसे लगेगी ?….जानिये वैक्सीन की कीमत और डोज के बारे में विस्तृत जानकारी.....

काम की खबर :- बच्चों को बिना सुई के कोरोना वैक्सीन कैसे लगेगी ?….जानिये वैक्सीन की कीमत और डोज के बारे में विस्तृत जानकारी.....

 

नयी दिल्ली 25 अगस्त 2021। जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन को बच्चों के इस्तेमाल के लिए भारत में आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी गई. कंपनी के सीईओ के मुताबिक अक्टूबर तक हमारी क्षमता एक महीने में एक करोड़ वैक्सीन बनाने की हो जाएगी. जायडस ग्रुप के एमडी डॉ. शारविल पटेल ने कहा कि सरकार को वैक्सीन मुहैया कर दी जाएगी. सरकार का बच्चों को वैक्सीनेट करने का क्या प्लान है वह सरकार पर निर्भर करेगा. बच्चों के लिए भी डोज सेम रहेगी. वैक्सीन की तीन खुराक दी जाएगी. हमने आवेदकों के शुरुआत स्टॉक सुरक्षित कर लिए हैं. यूएस से भी हमारे पास मांग आई है. बता दें कि बच्चों के लिए भारत की यह पहली वैक्सीन है.

 

उन्होंने कहा कि वैक्सीन सुईं मुक्त होगी और इसके लिए सुरक्षा ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा. लैंसेट की जरनल में पहले और दूसरे फेज का रिजल्ट पब्लिश किया गया है. साइड इफेक्ट के लिहाज से किसी भी विषय पर रोक नहीं लगाई गई है. दूसरी डोज के बाद गंभीर संक्रमण से मौत के मामले नहीं देखे गए हैं. पचास से अधिक क्लीनिकल साइटों में अध्ययन किया गया है. इस वैक्सीन को 25 डिग्री के तापमान पर तीन महीनों को लिए स्टोर किया जा सकता है.

 

इस वैक्सीन की कई खूबियों के बारे में बताया गया है। इसकी एक खासियत यह भी है कि इसे बिना सुई की मदद से फार्माजेट तकनीक से लगाया जाएगा, जिससे साइड इफेक्ट के खतरे कम होते हैं। बिना सुई वाले इंजेक्शन में दवा भरी जाती है, फिर उसे एक मशीन में लगाकर बांह पर लगाया जाता है। मशीन पर लगे बटन को क्लिक करने से टीका की दवा अंदर शरीर में पहुंच जाती है।प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘भारत पूरी ताकत के साथ कोविड-19 से मुकाबला कर रहा है। विश्व के पहले डीएनए आधारित जाइडस केडिला के जाइकोव-डी टीके को मिली मंजूरी भारत के वैज्ञानिकों के नवोन्मेषी उत्साह का प्रमाण है। इससे पहले देश में पांच टीकों को मंजूरी मिली है। इनमें सीरम इस्टीट्यूट का कोविशील्ड, भारत बायोटेक का कोवैक्सीन, रूस का स्पूतनिक वी, तथा अमेरिका का मॉडर्ना एवं जॉनसान एंड जॉनसन का टीका शामिल है।

 

 

इन टीकों में से कोविशील्ड, कोवैक्सीन एवं स्पूतनिक वी का देश में इस्तेमाल हो रहा है। इस मंजूरी के साथ जाइकोव-डी छठा टीका हो जायेगा। कोविशील्ड, कोवैक्सीन एवं स्पूतनिक-वी केवल उन लोगों को दिया जा रहा है जिनकी उम्र 18 साल से अधिक है और इन टीकों को दो खुराक में दिया जा रहा है। इसके विपरीत जाइकोव-डी 12 से 18 वर्ष के आयुवर्ग में तीन खुराक में दिया जा सकेगा।

 

डीबीटी ने बताया कि जाइकोव-डी डीएनए आधारित कोरोना वायरसरोधी दुनिया का पहला टीका है। इसके अनुसार टीके की तीन खुराक दिए जाने पर यह सार्स-सीओवी -2 वायरस के स्पाइक प्रोटीन का उत्पादन करता है जो बीमारी तथा वायरस से सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। पहली खुराक लगने के बाद दूसरी 28 दिनों पर और तीसरी 56 दिनों पर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि इस वैक्सीन से ट्रिपैनोफोबिया यानी सुई और खून का डर भी नहीं होगा. पूरा वैक्सीनेशन प्रोग्राम दो महीने में पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हम दो शॉट वाली वैक्सीन पर भी काम कर रहे हैं. वैक्सीन के दाम को लेकर उन्होंने कहा कि एक महीने में वैक्सीन के दाम तय हो जाएंगे. वैक्सीन का ज्यादा से ज्यादा हिस्सा सरकार को दिया जाएगा. सरकार से दाम और मात्रा के बारे में चर्चा होनी बाकी है. एक महीने में तस्वीर ज्यादा स्पष्ट हो पाएगी.