CG बारिश अलर्ट: इन जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश.... वज्रपात होने की भी संभावना.... मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी.... देखें कहां कैसा रहेगा मौसम.....

CG बारिश अलर्ट: इन जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश.... वज्रपात होने की भी संभावना.... मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी.... देखें कहां कैसा रहेगा मौसम.....


रायपुर 18 जुलाई 2021। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। आज बस्तर संभाग के सुकमा, बीजापुर, दन्तेवाड़ा जिले तथा इससे लगे जिलों में एक दो स्थानों पर गरज चमक वज्रपात और भारी वर्षा होने की सम्भावना है। 

 

 

अगले 4 घंटे में प्रदेश के कोरिया, सूरजपुर, सरगुजा, बलरामपुर, जशपुर, पेंड्रा रोड, कोरबा, रायगढ़, मुंगेली, बिलासपुर, जांजगीर, कवर्धा, बेमेतरा, दुर्ग, राजनांदगांव, रायपुर, बलोदाबाजार, गरियाबंद, कांकेर, धमतरी, कोण्डागांव तथा इससे लगे जिलों में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ तेज वर्षा होने तथा आकाशीय बिजली गिरने की प्रबल संभावना है।

 

 

छत्तीसगढ़ में अब तक 371 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

 


राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक 1 जून 2021 से अब तक राज्य में 371 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून से आज 18 जुलाई तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार सुकमा जिले में सर्वाधिक 703.3 मिमी और मुंगेली जिले में सबसे कम 259.6 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।

 

 

राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सरगुजा में 287.4 मिमी, सूरजपुर में 397.4 मिमी, बलरामपुर में 323.9 मिमी, जशपुर में 379.4 मिमी, कोरिया में 316.7 मिमी, रायपुर में 342.9 मिमी, बलौदाबाजार में 446.1 मिमी, गरियाबंद में 386.4 मिमी, महासमुंद में 323.9 मिमी, धमतरी में 349.9 मिमी, बिलासपुर में 354.7 मिमी, रायगढ़ में 304.1 मिमी, जांजगीर चांपा में 380.8 मिमी, कोरबा में 575.9 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 357.2 मिमी, दुर्ग में 382.3 मिमी, कबीरधाम में 302.4 मिमी, राजनांदगांव में 281.7 मिमी, बालोद में 313.9 मिमी, बेमेतरा में 473.6 मिमी, बस्तर 307.8 मिमी, कोण्डागांव में 338.9 मिमी, कांकेर में 327.5 मिमी, नारायणपुर में 428.8 मिमी, दंतेवाड़ा में 310.9 और बीजापुर में 429.4 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई। 

 

 

मानसून द्रोणिका के पश्चिमी भाग बीकानेर, रोहतक और सुल्तानपुर होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है जबकि पूर्वी भाग हिमालय की तराई में स्थित है। (पूर्वी भाग के हिमालय की तराई में चले जाना ही मध्य भारत के लिए मानसून ब्रेक कहलाता है, इसके कारण एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा ही होता है) एक चक्रीय चक्रवाती घेरा दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और उसके आसपास 1.5 किलोमीटर से 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है।

 

 

आज 18 जुलाई को आने की स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों में गरज चमक के साथ वज्रपात होने की भी संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। आज के बाद अधिकतम तापमान में 20 जुलाई तक गिरावट होने की संभावना है। 20 जुलाई से प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। 20 जुलाई और उसके बाद प्रदेश के एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात होने तथा भारी वर्षा होने की भी संभावना है।