Gross Negligence of the Doctors : बच्चे की डिलीवरी के लिए अस्पताल गई महिला के पेट में डॉक्टरों ने छोड़ी कैंची, फिर जब महिला ने की शिकायत तो...
Gross Negligence of the Doctors: Doctors left scissors in the stomach of the woman who went to the hospital for delivery of the child, then when the woman complained... Gross Negligence of the Doctors : बच्चे की डिलीवरी के लिए अस्पताल गई महिला के पेट में डॉक्टरों ने छोड़ी कैंची, फिर जब महिला ने की शिकायत तो...




Gross Negligence of the Doctors :
नया भारत डेस्क : एक पुलिस जांच रिपोर्ट ने हर्षिना के दावे की पुष्टि की कि उसके पेट में मिली कैंची साल 2017 में सिजेरियन सेक्शन के दौरान कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों ने छोड़ दी थी. हर्षिना ने आज सुबह विशेष पुलिस जांच दल द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद कहा, ‘चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा पहले की गई जांच में डॉक्टरों की ओर से किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया गया था. उनके लगातार विरोध के बाद पुलिस जांच शुरू की गई. (Gross Negligence of the Doctors)
मुझे खुशी है कि आखिरकार सच्चाई सामने आ गई है, क्योंकि जब मैंने 2017 में कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गड़बड़ी के बारे में बताया था, तो इसे अस्वीकार कर दिया गया था. मैं तब तक लड़ूंगी जब तक मुझे पूरी तरह से न्याय नहीं मिल जाता.’ मालूम हो कि रिपोर्ट में केरल के कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल के दो डॉक्टरों और दो नर्सिंग स्टाफ को इस बड़ी गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है जो इस चिकित्सीय लापरवाही पर भविष्य में की जाने वाली कार्रवाई पर फैसला करेगा. (Gross Negligence of the Doctors)
पिछले कई महीनों से, हर्षिना विरोध कर रही थी, और मार्च में स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज से आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया था. वीना जॉर्ज ने हर्षिना को कार्रवाई का भरोसा दिलाया था. लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं की गई तो उन्होंने फिर से विरोध शुरू कर दिया. हर्षिना ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने मुझे कार्रवाई का आश्वासन दिया है. अब मैं इसका इंतजार करूंगी क्योंकि सच्चाई सामने आ गई है. मुझे न्याय चाहिए. (Gross Negligence of the Doctors)
इस साल की शुरुआत में जब एक रिपोर्ट में कहा गया था कि ऐसा कोई सबूत नहीं है जो यह दर्शाता हो कि कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कर्मचारियों ने उसके पेट में कैंची छोड़ दी थी, तो वह इससे बहुत परेशान हो गई थी. महिला को परेशानी तब शुरू हुई जब वह 30 नवंबर 2017 को अपनी तीसरी डिलीवरी के लिए कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल गई, तभी यह गड़बड़ी हुई. (Gross Negligence of the Doctors)
उसे अपने पेट में बार-बार होने वाले दर्द का अनुभव याद आया, और कई परामर्शों और जांचों के बावजूद, दर्द कम नहीं हुआ. अंततः, एक रेडियोलॉजिकल जांच से पता चला कि उसके पेट में कैंची मौजूद है. संयोग से, पिछले साल अक्टूबर में कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सर्जरी के बाद उसे निकाल दिया गया. (Gross Negligence of the Doctors)