मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान का पांचवा चरण जारी..स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची जगरगुंडा के अतिसंवेंदन शील क्षेत्र

मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान का पांचवा चरण जारी..स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची जगरगुंडा के अतिसंवेंदन शील क्षेत्र

सुकमा - सुकमा जिले के कोंटा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले अंदुरी क्षेत्र जगरगुंडा के उप स्वास्थ्य केंद्र कोंडासावली के अंतर्गत आने वाले दुरमा ग्राम में आज स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची।

 

जिला प्रशासन द्वारा शत प्रतिशत कॉविड -19 टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है और मलेरिया मुक्त अभियान को साकार करने के लिए जिले में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान का तीसरा चरण जारी है। जिसमे ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर दस्तक देकर समस्त जिले वासियों की मलेरिया की जांच की जा रही है साथ ही टीकाकरण भी किया जा रहा है। यह अभियान बीते 22 नवम्बर से प्रारंभ होकर 21 दिसम्बर 2021 तक संचालित होगा । इस अभियान के तहत स्वास्थ्य केंद्र जगरगुंडा वा जगरगुंडा के अंतर्गत आने वाले सभी उप स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी द्वारा अतिसंवेदनशील इलाकों में जा कर ग्रामीणों को कॉविड -19 का टीकाकरण करने के साथ साथ मलेरिया मुक्त अभियान के तहत गांव के लोगो की मलेरिये रोग के शुरूआती लक्षण दिखने पर परीक्षण कर त्वरित चिकित्सीय सुविधा प्रदाय किया जा रहा है 

अंदरूनी क्षेत्रों में टीकाकरण, मलेरिया मुक्त अभियान जारी है

जिले के जगरगुंडा स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले चिमलिपेंटा उप स्वास्थ्य केंद्र, कोंडासवली उप स्वास्थ्य केंद्र के ग्राम दूरमा में covid-19 टीकाकरण वा मलेरिया का परीक्षण किया गया जिसमे covid -19 टीकाकरण 30 लोगों का किया गया और 254 मलेरिया टेस्ट किया गया जिसमे 5 लोग मलेरिया से ग्रसित पाए गए। ,कामाराम उप स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले एलमपल्ली, बंजेपल्ली ग्राम में 790 मलेरिया परीक्षण किया गया है और 50 covid- 19 का टीकाकरण किया गया है। मलेरिया पॉजिटिव पाए गए सभी लोगो को उपचार कर आवश्यकता अनुसार दवाई दिया गया हैं।

दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम जनता के लिए बन जाते हैं देवदूत

 

दुर्गम क्षेत्रों में कई सारी कठिनाइयों का सामना कर स्वास्थ्य विभाग की टीम नदी नालों को पार कर अंदूरी क्षेत्रों में समय में पहुंच कर ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा देते हैं जिस कारण गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगो की सही समय पर इलाज हो जाता है इसलिए अंदरूनी इलाके के लोग इन्हें देवदूत मानते हैं।

 

मलेरिय मुक्त अभियान में जगरगुंडा स्वास्थ्य विभाग की 5 सदस्यों की टीम में गायत्री समरथ,मनोहर पोडियम,देवेंद्रिका,प्रियंका, फैमा मौजूद रहे।