मेडिकल कॉलेज के महिला सफ़ाई कर्मचारियों का हो रहा शोषण ; जिला श्रम अधिकारी को नही है चिंता - तरुणा साबे

मेडिकल कॉलेज के महिला सफ़ाई कर्मचारियों का हो रहा शोषण ; जिला श्रम अधिकारी को नही है चिंता - तरुणा साबे

मेडिकल कॉलेज में सेवा दे रहे महिला कर्मचारियों को सालों से नही मिला वेतन ; प्रशासन ने मूंद रखी है आंख - आम आदमी पार्टी


वेतन बढ़ाने, सामूहिक बीमा लाभ, नियमितीकरण व वेतन विसंगति की समस्यायों को लेकर आम आदमी पार्टी ने घेरा श्रम अधिकारी कार्यालय

छत्तीसगढ़ / जगदलपुर । आम आदमी पार्टी बस्तर की जिला अध्यक्ष तरुणा साबे बेदरकर के नेतृत्व में चिकित्सा विभाग में कार्यरत सैकड़ो महिला सफाई कर्मचारियों के वेतन विसंगति संबन्धित समस्यायों के निराकरण हेतु श्रम अधिकारी के कार्यालय का घेराव करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा गया है।

गौरतलब हो कि बस्तर जिला में संचालित मेडिकल कालेज और अस्पताल में सफाई कर्मचारी जो विगत ग्यारह बारह सालों से कार्यरत है अपनी वेतन विसंगतियों की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर महोदय से मिलने आये थे ज्ञात हो कि ये सफाई कर्मीया दीदीया जिनकी संख्या लगभग 200 है, उनको न्यूनतम वेतनमान के तहत राशि देने की बात प्रशासन कर रही है लेकिन उनके खाते में हर महीने सिर्फ 7000 वेतन ही दिया जाता है। सफाई कर्मचारियों ने बात चीत के दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को बताया कि उनको एक दिन भी अवकाश नही दिया जाता पूरे महीने वो अस्पताल की सफाई टॉयलेट बाथरूम की सफाई का कार्य करती है। आम आदमी पार्टी जिला अध्यक्ष तरुणा साबे बेदरकर ने श्रम अधिकारी बात कर उक्त मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की मांग की है। चिकित्सा विभाग अंतर्गत बस्तर चिकित्सा महाविद्यालय व चिकित्सा अस्पताल में कार्यरत सैकड़ो महिला सफ़ाई कर्मचारियों के साथ हो रहे शोषण की शिकायत ज़िला श्रम पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष उपस्थित होकर दर्ज़ कराई गई है।

न्यूनतम वेतन नियम लागू हो, सामूहिक बीमा का लाभ कर्मचारियों को दिया जावे और सुरक्षा मानकों के अनुरूप सुरक्षा उपाय उपलब्ध कराया जावे और उक्त ज्ञापन के माध्यम से कहा कि बस्तर ज़िला अंतर्गत संचालित चिकित्सा महाविद्यालय में सफाई की जिम्मेदारी संभालने वाली महिलाओं को न्यूनतम वेतन नियोक्ता द्वारा दिया जा रहा है या नही इसकी जांच करते हुए उचित कार्यवाही किया जावे। उक्त कर्मचारियों को श्रम कानूनों के तहत मिलने वाली सुविधाओं के साथ अनिवार्य अवकाश दी जा रही है या नही इसकी जांच करते हुए कर्मचारियों  के हित में कार्यवाही किया जावे। उक्त कर्मचारियों को श्रम कानूनों के अंतर्गत सामूहिक बीमा लाभ दिया जा रहा है या नही जांच करते हुए कार्यवाही की जावे।

ज़िला श्रम पदाधिकारी उक्त कर्मचारियों पर न्यूनतम वेतन दर अनुसार भुगतान करवाये।उक्त समस्त विसंगतियों पर जांच में दोषी पाए जाने पर ठेकेदारों व विभागीय अधिकारियों पर कार्यवाही किया जावे। ज्ञापन सौंपने के दौरान जिलाध्यक्ष तरुणा साबे बेदरकर के साथ शोसल मीडिया अध्यक्ष धीरज जैन सहित सैकड़ों सफाई कर्मचारी मौजूद रहे।