CG- ED की रेड BIG NEWS: पूर्व जिला पंचायत सदस्य के यहां ED का छापा.... भाई के यहां भी छापे.... 54 करोड़ के घोटाले में कार्रवाई.... बेनामी प्रापर्टी के दस्तावेज मिले.... शराब कारोबारी के घोटालों से जुड़ा बताया जा रहा मामला......
Enforcement Directorate raid ED former district panchayat member Action 54 crore scam




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Enforcement Directorate raid: दुर्ग जिले में पाटन के करीब गातापार गांव में ED के अफसरों की एक बड़ी टीम ने धावा बोला। दुर्ग के गातापार क्षेत्र स्थित पूर्व जिला पंचायत जयंती साहू और उनके भाई विमल साहू के घर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की रेड (raid) पड़ी है। ED की 13 सदस्यीय टीम तड़के यहां पहुंची और घर को सील कर दिया है। कार्रवाई के दौरान घर के अंदर से किसी न बाहर जाने दिया जा रहा है और न अंदर आने दिया जा रहा है। ED ने यह रेड रायपुर के शराब कारोबारी सुभाष शर्मा के साथ जुड़े तार के चलते मारी है। सुभाष ने कुल 54 करोड़ रुपए का घोटाला किया था। पूर्व जिला पंचायत सदस्य जयंती साहू के भाई विमल साहू के ऊपर आरोप है कि उन्होंने फर्जी कंपनी के नाम से दस्तावेज तैयार करके करोड़ों रुपए का बैंक लोन लेकर गबन किया है।
इसके साथ ही दोनों के यहां करोड़ों रुपए की बेनामी संपत्ति का पता चला है। इसी का पता लगाने के लिए ED की टीम ने सुबह यहां अचानक दबिश दी है। सुबह से ही अधिकारी पूरे घर की तलाशी ले रहे हैं। अधिकारी इनकी चल व अचल संपत्ति का पता लगा रहे हैं। बताया जा रहा कि ये रेड पूरी तरह कांफिडेंशियल थी। इसकी जानकारी राज्य स्तर के किसी भी अधिकारी को नहीं दी गई थी। कहा जा रहा है कि कांफिडेंशियल के कुछ अन्य अधिकारियों ने इन दोनों के दल्लीराजहरा समेत अन्य जगहों पर रह रहे इनके रिश्तेदारों के घरों में भी छापा मारा है। ED ने रायपुर के शराब कारोबारी सुभाष शर्मा के यहां भी रेड मारी थी। रेड के दौरान उन्हें फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अलग-अलग कंपनियां बनाकर बैंक से करोड़ों रुपए का लोन लेने का पता चला था।
इस तरह लोन लेकर सुभाष उसका गबन कर देता था। ED ने कुछ दिन पहले ही सुभाष शर्मा को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। वहीं ED ने जब सुभाष शर्मा को 10 दिनों के लिए रिमांड में लेकर पूछताछ की तो उन्हें गातापार निवासी जयंती साहू और विमल साहू के बारे में पता चला था। इसके बाद यहां रेड डाली गई है। सुभाष शर्मा शराब कारोबारी होने के साथ इसके कई बड़े होटल व अन्य कारोबार भी हैं। सुभाष ने राणा की जमीन को बंधक रखकर पंजाब नेशनल बैंक से करीब 16.50 करोड़ का कर्ज लिया था। इसके बाद उसने उस लोन की किस्त नहीं अदा की तो बैंक ने राणा को नोटिस भेजा। इसके बाद गोलबाजार पुलिस ने 2018 में सुभाष को गिरफ्तार किया। सुभाष शर्मा के खिलाफ होटल सफायर इन, गुडलक पेट्रोलियम कंपनी और मेसर्स विदित ट्रेडिंग कंपनी के लिए 38.50 करोड़ का कर्ज लेकर किस्त अदा न करने का भी आरोप है। इस तरह करके उसने कुल 54 करोड़ रुपए का बैंक घोटाला किया है।