CG- हाथी की मौत: विद्युत करंट की चपेट में आने से हुई मौत, दो आरोपियों को भेजा गया जेल.....

Chhattisgarh News, Elephant death, due to electrocution, two accused sent to jail रायपुर। विद्युत करंट की चपेट में आने से एक हाथी की मौत हुई। दो आरोपियों को जेल भेजा गया। राज्य के बलौदाबाजार वनमंडल के देवपुर परिक्षेत्र अंतर्गत गिधपुरी परिसर में विगत दिवस एक नर हाथी मृत पाया गया, वनमंडलाधिकारी द्वारा 03 डॉक्टरों के दल का गठन कर उक्त मृत हाथी का शव परीक्षण कराया गया, परीक्षण उपरांत हाथी की मृत्यु विद्युत करंट से होना पाया गया। 

CG- हाथी की मौत: विद्युत करंट की चपेट में आने से हुई मौत, दो आरोपियों को भेजा गया जेल.....
CG- हाथी की मौत: विद्युत करंट की चपेट में आने से हुई मौत, दो आरोपियों को भेजा गया जेल.....

Chhattisgarh News, Elephant death, due to electrocution, two accused sent to jail

रायपुर। विद्युत करंट की चपेट में आने से एक हाथी की मौत हुई। दो आरोपियों को जेल भेजा गया। राज्य के बलौदाबाजार वनमंडल के देवपुर परिक्षेत्र अंतर्गत गिधपुरी परिसर में विगत दिवस एक नर हाथी मृत पाया गया, वनमंडलाधिकारी द्वारा 03 डॉक्टरों के दल का गठन कर उक्त मृत हाथी का शव परीक्षण कराया गया, परीक्षण उपरांत हाथी की मृत्यु विद्युत करंट से होना पाया गया। 

घटना स्थल का मुआयना करने पर तार नुमा फंदा पाया गया, जिससे पता चलता है कि हाथी की मृत्यु उक्त तार नुमा फंदे में संचालित विद्युत करंट की चपेट में आने से हुई है। जिसमें वन अपराध अधिनियम के तहत 07 नवंबर 2022 के तहत प्रकरण दर्ज की गई।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख संजय शुक्ला तथा मुख्य वन संरक्षक रायपुर जे. आर. नायक और वनमंडलाधिकारी बलौदाबाजार मयंक अग्रवाल के निर्देशानुसार त्वरित कार्यवाही करते हुए तार फंदा लगाने वाले की पतासाजी कर दो संदिग्ध व्यक्तियों नकुल पिता रामेश्वर भोई, ग्राम पकरीद तथा जोहित पिता नारायण बरिहा, ग्राम पकरीद से पुछताछ की गई। 

 

जिस पर उक्त व्यक्तियों द्वारा फंदा लगाना स्वीकार किया गया। दोनो अपराधियों के विरुद्ध वन्यप्राणी अधिनियम की धारा के तहत कार्यवाही कर जिला न्यायालय बलौदाबाजार में पेश किया गया। जिसे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेड के द्वारा 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।

 

गौरतबल है कि लोगों को जागरूक करने हेतु विभाग द्वारा डॉग स्क्वाईड की मदद ली जा रही है एवं नोवा नेचर वेलफेयर सोसायटी, एन.जी.ओ. जो इस कार्य में पहले उदन्ती- सीतानदी टायगर रिजर्व में कार्य कर चुके हैं, उनकी मदद भी ली जा रही है। वनों के संरक्षण और संवर्धन के लिए विभाग द्वारा तत्परता से कार्यवाही की जा रही है।