BIG NEWS: शिक्षा मंत्रालय ने किया बड़ा ऐलान.... टीचर बनने की चाह रखने वाले उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी.... अब उम्रभर मान्य रहेगा आपका टीईटी सर्टिफिकेट.... शिक्षक पात्रता परीक्षा की वैधता अब आजीवन.....




नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा के योग्यता प्रमाणपत्र की वैधता अवधि को सात के बजाय बढ़ाकर ताउम्र कर दिया है। शिक्षा मंत्रालय ने आज आदेश जारी किया है। अब एक बार टीईटी पास करने पर यह जीवन भर के लिए मान्य रहेगा। शिक्षा मंत्रालय के इस फैसले से शिक्षक की नौकरी का सपना देखने वाले लाखों युवाओं को फायदा होगा। शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि वर्ष 2011 से टीईटी की लाइफटाइम वैधता लागू होगी। यानी जिन उम्मीदवारों ने 2011 में टीईटी पास किया है, उनके टीईटी सर्टिफिकेट भी अब उम्रभर वैध रहेंगे।
आपको बता दें कि स्कूलों में शिक्षक के रूप में नियुक्ति के लिये किसी व्यक्ति की पात्रता के संबंध में शिक्षक पात्रता परीक्षा का योग्यता प्रमाणपत्र एक जरूरी पात्रता है। अब शिक्षक बनने के लिए युवाओं को हर सात साल में शिक्षक अर्हता परीक्षा (टीईटी) पास करने की जरूरत नहीं होगी। यह व्यवस्था पूरे देश भर में लागू होगी। आपको बता दें कि टीईटी पास का सर्टिफिकेट अभी तक सिर्फ सात साल के लिए मान्य होता था।
जारी होंगे नये प्रमाण पत्र
भारत सरकार का यह निर्णय सभी सीटीईटी, बिहार टीईटी, यूपी टीईटी, महाराष्ट्र टीईटी, राजस्थान टीईटी समेत अन्य सभी राज्यों के शिक्षक पात्रता परीक्षाओं पर लागू होगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को निर्देश जारी किये गये हैं कि वे अभ्यर्थियों को नये प्रमाण पत्र जारी करें।
सरकारी स्कूल्स में शिक्षक की नौकरी पाने के लिए टीईटी पास करना जरूरी है। पहले टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट सर्टिफिकेट की वैधता सिर्फ 7 साल तक के लिए होती थी। यानी अगर किसी उम्मीदवार ने वर्ष 2011 में टीईटी पास किया, तो उसका सर्टिफिकेट 2018 तक के लिए ही मान्य होता। उसी दौरान वह सरकारी शिक्षक की नौकरी के लिए अप्लाई कर सकता था। लेकिन अब यह बाध्यता खत्म कर दी गई है। आपका टीईटी प्रमाण पत्र अब उम्र भर मान्य रहेगा।