कारोबारी के घर ED की रेड : पलंग के नीचे से मिले करोड़ों रुपये कैश…छापा मारने गए अफसर रह गए हैरान...नोटों का अंबार..नोट गिनने मंगानी पड़ी कई मशीनें…

में लगातार ED की छापेमारी जारी है ऐसी कड़ी में एक आज पश्चिम बंगाल के कोलकाता के गार्डनरीच इलाके में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की। ED raid at businessman's house: crores of rupees cash found from under the bed… the officers who went to raid were surprised

कारोबारी के घर ED की रेड : पलंग के नीचे से मिले करोड़ों रुपये कैश…छापा मारने गए अफसर रह गए हैरान...नोटों का अंबार..नोट गिनने मंगानी पड़ी कई मशीनें…
कारोबारी के घर ED की रेड : पलंग के नीचे से मिले करोड़ों रुपये कैश…छापा मारने गए अफसर रह गए हैरान...नोटों का अंबार..नोट गिनने मंगानी पड़ी कई मशीनें…

ED raid at businessman's house: crores of rupees cash found from under the bed… the officers who went to raid were surprised

कोलकाता 10 सितंबर 2022: देश में लगातार ED की छापेमारी जारी है ऐसी कड़ी में एक आज पश्चिम बंगाल के कोलकाता के गार्डनरीच इलाके में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की। जानकारी के मुताबिक यहां एक कारोबारी के घर पर ईडी ने छापा मारा है।

 

सुबह ईडी की टीम ने गार्डनरिच में ट्रांसपोर्ट कारोबारी निसार खान के घर पर छापा मारा. पता चला है कि वहां से मोटी रकम बरामद हुई है. खाट के नीचे प्लास्टिक के पैकेट में लिपटे 500 और 2000 रुपये के कई बंडल मिले हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार खाट के नीचे से 15 करोड़ की नोटों की गड्डियां मिली हैं. ईडी के अधिकारियों का कहना है कि वह मोबाइल गेम ऐप के फ्रॉड से जुड़ा हुआ था. इसी मामले में कोलकाता के छह ठिकानों पर छापेमारी की गयी है.

 

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने गार्डनरिच में एक परिवहन व्यवसायी निसार खान के घर से भारी मात्रा में धन बरामद किया है. सूत्रों के अनुसार निसार के दो मंजिला मकान की पलंग के नीचे से प्लास्टिक की थैलियों में लिपटे 500 टका के नोटों के ढेरों बंडल मिले. 2000 रुपये के नोटों का एक बंडल मिला.

 

 

कोलकाता में ईडी ने एक बार फिर छापेमारी में बड़ी कामयाबी हासिल की है। यहां 6 जगहों पर ईडी की छापेमारी हुई हैआरोप है कि आमिर खान नाम के एक व्यक्ति ने ई-नगेट्स नाम से एक मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन लॉन्च किया था। इसे लोगों को धोखा देने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया था। इसके जरिए उपयोगकर्ताओं का विश्वास जीता। इसके बाद लोगों ने एप के जरिए बड़ी मात्रा में इन्वेस्ट करना शुरू कर दिया। लोगों से अच्छी खासी रकम वसूलने के बाद अचानक एप से किसी बहाने से निकासी रोक दी गई।

आमिर के खिलाफ कोलकाता पुलिस ने IPC की धारा शिकायत के आधार पर 420, 406, 409, 468, 469, 471, 34 के तहत केस दर्ज किया था।