छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सोनल गुप्ता की पहल से युवक को सात महीने के बाद मिला हाथ…

Due to the initiative of Sonal Gupta, member of Chhattisgarh Child Protection Commission

छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सोनल गुप्ता की पहल से युवक को सात महीने के बाद मिला हाथ…
छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सोनल गुप्ता की पहल से युवक को सात महीने के बाद मिला हाथ…

नया भारत डेस्क : छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सोनल गुप्ता की पहल से सात महीने के बाद  जिले के चोरहाडीह ग्राम निवासी गगनदीप टंडन का हाथ सात माह बाद मिला जब गगनदीप ने अपनी बाह में हाथ (कृत्रिम) देखा तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बेटे के दोनों हाथ देख पिता ज्ञानेश टंडन भी खुश हैं। स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण गगनदीप करंट की चपेट में आ गया था। करंट लगने से उसका शरीर लगभग पूरी तरह से झुलस गया था। इसके बाद उसका बाया हाथ काटना पड़ा। स्कूल की लापरवाही का मामला छत्तीसगढ़ राज्य बाल -अधिकार संरक्षण आयोग पहुंचा। इसके बाद आयोग ने बच्चे को न्याय दिलाने शासन के योजनाओं का लाभ पहुंचाते हुए लगभग 2.5 लाख रुपये का कृत्रिम हाथ लगवाया।

दरअसल, मामला 26 जनवरी 2023 का है जब गणतंत्र दिवस के अयोजन में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला फरफोड, ब्लाक आरंग में 8वीं कक्षा में अध्ययनरत छात्र गगनदीप टंडन को ध्वजारोहण के लिए खंभे में झंडे को लटकाने का काम दिया गया। लेकिन खंभे को छूते हुए उच्च वोल्टेज का तार गुजरा हुआ था। जैसे ही गगनदीप पोल पर चढ़ा, वह करंट की चपेट में आ गया। इसमें उसका हाथ बुरी तरह झुलस गया।

जैसे-तैसे स्कूल परिसर में मौजूद शिक्षकों और लोगों ने गगनदीप को बचाया। गगनदीप का शरीर करंट लगने से पूरी तरह झुलस गया था। इसके बाद इलाज के लिए उन्हेंरायपुर के एक निजी अस्पताल में दाखिला करवाया गया। इलाज का खर्च ज्यादा था इसलिए पिता ने स्कूल के लापरवाही की शिकायत राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग में दर्ज कराई।

मामले की सुनवाई करते हुए आयोग के सदस्य सोनल कुमार गुप्ता ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखकर बच्चे का चिकित्सीय इलाज करने और कृत्रिम लगाने के लिये निर्देशित किया । इसके बाद आखिरकार सात महीने के बाद अगस्त में रक्षाबंधन के 10 दिन पहले कृत्रिम हाथ लगा।

मामला आयोग पहुचते ही इस पर कार्रवाई की गई। गगनदीप टंडन को चिकित्सीय योजना का लाभ दिलाते हुए उसको कृत्रिम हाथ लगाया गया है। 

 सोनल कुमार गुप्ता, सदस्य, छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग