CG BIG NEWS: SBI मैनेजर के साथ हुए धोखाधड़ी मामले का खुलासा.... CG में पहली बार नए तरीके का वारदात.... SBI मैनेजर से 18 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी.... बड़ा कारोबारी बनकर झांसे में लिया.... फिर.... दिल्ली से अलग-अलग राज्यों के 4 गिरफ्तार.....
Disclosure of fraud case with the manager of State Bank of India For the first time in the state




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दुर्ग 14 फरवरी 2022।️ भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजर के साथ हुये धोखाधड़ी के मामले का खुलासा हुआ।️ राज्य में पहली बार नये तरीका वारदात से किये गये घटना का खुलासा हुआ।️ टीम ने दिल्ली से अलग अलग राज्यों के 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। मामला थाना मोहन नगर का है।️ गिरोह के मुख्य सरगना विनय सहित तीन सदस्य फरार है।️ 03 खातों में धोखाधड़ी के करीबन 35 लाख रूपये फ्रिज कराये गये।️ आरोपियों से 1.5 लाख नगद , एवं अलग - अलग बैंको के एटीएम कार्ड बरामद किया गया।
आरोपियों से संबंधित दर्जनो बैंक खातों को किया गया सील तथा उपल्बध रकम को फ्रिज किया गया।️ गिरोह द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के शोरूम एवं बैंको के साथ घटना को अंजाम दे चुके है।️ पूर्व में आरोपी गाजियाबाद मथुरा में धोखाधड़ी में मामले में गिरफ्तार हो चुके है।️ सायबर सेल एवं थाना मोहन नगर ने कार्यवाही की। भारतीय स्टेट बैंक शाखा दुर्ग के बैंक मैनेजर को एक अंजान नंबर से फोन आया की मैं कैलाश मध्यानी वेंकटेश मोटर्स का मालिक बोल रहा हूँ और मुझे अर्जेन्ट में 18 लाख रूपये ट्रान्सफर करने है बैंक पहुँच कर चेक दे देता हूँ। मेरे द्वारा एक ईमेल भी किया गया है आप जल्द से जल्द पैसा ट्रान्सफर करने बोला जिस पर बैंक मैनेजर अनुरंजन ने 18 लाख रूपये आटीजीएस और एनईएफटी के माध्यम अन्जान नंबरो द्वारा दिये गये एकाउण्ट में ट्रान्सफर कर दिये।
पुनः संपर्क करने पर सभी नंबर बंद होने से मैनेजर को धोखाधड़ी होने की आशंका हुई जिस पर से थाना मोहन नगर में अप.क. 26 / 2022 धारा 420 भादवि का कायम किया गया। मामले में भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजर से थोखाधड़ी की घटना हुई थी तथा राज्य में पहली बार इस तरीका वारदात से घटना घटित हुई थी। आईजी ओ.पी. पाल ( भा.पु.से. ) तथा एसएसपी बी . एन . मीणा ( भा.पु. से . ) द्वारा देश के प्रतिष्ठित बैंक भारतीय स्टेट बैंक साथ हुई घटना के आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने के निर्देश दिये मामले में एएसपी शहर संजय ध्रुव , सीएसपी दुर्ग जितेन्द्र यादव ( भा.पु.से. ) एवं डीएसपी अपराध नसर सिद्धकी के मार्गदर्शन में सायबर सेल को सम्पूर्ण मामले की तकनीकी विश्लेषण कर मामले के अरोपियों को पकड़ने के लिये निर्देशित किया।
सायबर सेल की टीम द्वारा घटना में मोबाईल नंबरों का विस्तृत जाँच की गई तथा चोखाघड़ी की रकम 18 लाख रूपये के ट्रान्जेक्शन फ्लो की जानकारी सभी संबंधित बैंकों से प्राप्त की गई प्रकरण में दिनांक 24.01.2022 को ठगी गई रकम प्रार्थी बैंक मैनेजर ने आरोपी के द्वारा बताए गए Indusind bank के खाता ( PARAMJIT KAUR ) में एवं ICICI bank के खाता ( MRS . KANTA RANI ) में कुल 1824780.00 Rs ट्रांसफर होना पाया गया , प्राप्त जानकारी के आधार पर उपरोक्त खातों का स्टेटमेंट एवं केवाईसी लिया गया। जिससे पता चला की उक्त खातों से अन्य बैंक खातों में तकरीबन 14 लाख रूपये ऑन लाईन ट्रान्सफर किया गया . है तथा तकरीबन 04 लाख रूपये फरीदाबाद के अलग- अलग एटीएम से निकासी होने का पता चला।
मामले में अपराध में रकम ट्रान्सफर के लिये उपयोग किये गये खाते जालंधर पंजाब , दिल्ली , हरियाणा , उत्तर प्रदेश के लोगों के नाम पर घटना के कुछ समय पूर्व ही खाते खोले गये है तथा धोखाधड़ी की पूरी रकम इन्ही खातों में ट्रान्सफर होकर निकासी की गई है तथा लाखों की रकम को दिल्ली हरियाणा के अलग अलग स्थानों के एटीएम से कैश विड्राल भी किया गया है। खातों एवं मोबाईल नंबरो के विस्तृत जांच से जालंधर निवासी विकास ढिंगरा के द्वारा अपने कुछ साथियों करन कपूर , राजन कपूर के साथ मिलकर संदिग्ध खातों को खुलवाया है तथा थोखाधड़ी के बाद इसी गिरोह के कुछ सदस्यों द्वारा दिल्ली , हरियाणा के अलग अलग स्थानों के एटीएम से निकाले गये है।
सायबर सेल की टीम द्वारा तकनीकी विश्लेषण से आरोपियों को अलग - अलग चिन्हित किया गया तथा आरोपियों के दिल्ली , हरियाणा में होने की जानकारी प्राप्त हुई जिस पर से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बी . एन . मीणा के निर्देश पर दिल्ली , जालंधर के लिये टीम तत्काल रवाना किया गया। टीम को फरीदाबाद स्थित एटीएम से पैसा निकाले जाने की सूचना मिलने पर टीम द्वारा घेराबंदी कर 4 आरोपियों विकास टिंगरा , पुनीत उफ डम्पी , मुन्ना साव तथा पवन मांझी को गिरफ्तार किया गया जो कि अलग - अलग राज्यों के निवासी है। जिन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर बताया कि ये सभी मिलकर संगठित गिरोह के रूप में धोखाधड़ी का काम कर रहे हैं।
अलग- अलग राज्यों के लोगों से संपर्क कर कमीशन का लालच देकर खाता खुलवाकर उनके खातों एवं एटीएम का संचालन अपने पास रखते है तथा धोखाधड़ी कर रकम ट्रान्सफर कर रकम निकाल लेते है। गिरोह का सरगना विनय यादव फर्जी नम्बरों से बैंक मैनेजरों एवं शोरूम के कर्मचारियों से संपर्क कर उन्हें अपनी बातों में उलझा कर रकम ट्रान्सफर कर धोखाधडी करता है जिसे गिरोह के अन्य सदस्यों द्वारा रकम को निकाल कर आपस में बंटवारा कर लेते है। इस गिरोह द्वारा देश के अलग अलग राज्यों में घटना कर धोखाधड़ी करने की जानकारी प्राप्त हुई हैं जिससे अन्य राज्यों के पुलिस से संपर्क किया जा रहा है। इनसे संबंधित बैंक खातों को फ्रिज किया गया है जिसकी जाँच की जा रही है। पूर्व में ये सभी आरोपी घण्टाघर गाजियाबाद में धोखाधड़ी के मामले में एक साथ है गिरफ्तार हो चुके है। आरोपियों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया जा रहा है।
आरोपीगण :
1. विकास ढ़ीगरा उम्र 39 साल पंजाब।
2. पुनित गौतम 25 साल फरीदाबाद (हरियाणा)
3. मुन्ना साव थाना मोगरा ( प.बं. )
4. पवन मांझी पिता रामरतन मांझी 26 साल सिवान (बिहार)
फरार आरोपी :
1. विनय यादव निवासी फरीदाबाद हरियाणा
2. करन कपूर निवासी जालंधर , पंजाब
3. राजन कपूर , निवासी जालंधर , पंजाब