देवी चित्रलेखा की मधुर आवाज से गूंजेगी धर्मनगरी :पितृमोक्षार्थ गया श्राद्ध निमित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ बड़ा भैणिया परिवार द्वारा आयोजित...28 अगस्त को हाथी-घोड़ा से सुसज्ज्ति विशाल शोभायात्रा...

Dharmanagari will resonate with the melodious voice of Goddess Chitralekha खरसिया । धर्मनगरी की पावन धरा पर पितृमोक्षार्थ गया श्राद्ध निमित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का भव्य आयोजन बड़ा भैणिया परिवार द्वारा नगर पालिका के टाऊन हॉल मैदान में किया जा रहा है।

देवी चित्रलेखा की मधुर आवाज से गूंजेगी धर्मनगरी :पितृमोक्षार्थ गया श्राद्ध निमित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ बड़ा भैणिया परिवार द्वारा आयोजित...28 अगस्त को हाथी-घोड़ा से सुसज्ज्ति विशाल शोभायात्रा...
देवी चित्रलेखा की मधुर आवाज से गूंजेगी धर्मनगरी :पितृमोक्षार्थ गया श्राद्ध निमित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ बड़ा भैणिया परिवार द्वारा आयोजित...28 अगस्त को हाथी-घोड़ा से सुसज्ज्ति विशाल शोभायात्रा...


 

 


खरसिया । धर्मनगरी की पावन धरा पर पितृमोक्षार्थ गया श्राद्ध निमित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का भव्य आयोजन बड़ा भैणिया परिवार द्वारा नगर पालिका के टाऊन हॉल मैदान में किया जा रहा है। जिसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की जा रही है। मैदान में लंबा-चौड़ा वाटर प्रुफ डोम का निर्माण किया जा रहा है। पूरे शहर में विगत दो दिनों से गाजे-बाजे व राधे-राधे के नारों के साथ निमंत्रण पत्र वितरित किए जा रहे है। ब्यास पूज्या भागवत कथा वाचक देवी चित्रलेखा जी श्रीमुख से 28 अगस्त से 3 सितंबर तक रोजना दोपहर 3 बजे से 7 बजे तक होगी।


भागवत कथा के साथ उन पात्रों का अभिनय भी प्रस्तुत किया जाएगा। भाद्रपद में प्रथम दिवस 28 अगस्त को कलश शोभायात्रा सुबह 9 बजे श्री हनुमान मंदिर गंज बाजार से प्रारंभ होकर टाऊन हॉल कथा परिसर पहुंचेगी। इस दौरान ख्यातिप्राप्त धूमाल पार्टी,ढोल, नाचा, कीर्तन मंडली द्वारा पूरे शहर में कलश यात्रा के माध्यम से व्यास गद्दी स्थापित की जाएगी। उसी दिन दोपहर 3 बजे देव पूजन महात्म्य कथा एवं कुंती स्तुति, 29 अगस्त को भागवान के 24 अवतारों एवं व्यासजी नारद जी संवाद, 30 अगस्त को शुकदेव जी का आगमन, ध्रुव चरित्र, अजामिल एवं प्रहलाद कथा, 31 अगस्त गजेन्द्र मोक्ष, समुद्र मंथन, वामन अवतार रामजन्म एवं श्री कृष्ण जन्मोत्सव नंदोत्सव, 1 सितंबर श्री कृष्ण बाल लीलायें, श्री गोवर्धन पूजा, छप्पन भोग, 2 सितंबर को महारास लीला, मथुरा गमन, श्री कृष्ण रुकमणी विवाह, 3 सितंबर सुदामा चरित्र, भागवतसार एवं विश्राम, विशेष कार्यक्रम के तहत फूलों की होली खेली जायेगी। 4 सितंबर को हवन एवं पूर्णाहूति होगी।


कार्यक्रम का आयोजन ज्ञानीराम प्यारेलाल, चंदगीराम कंवरलाल, साधुराम रघुवीर प्रसाद, गोपीराम लखीराम, मुंशीराम ताराचन्द, बिहारी लाल दयाकिशन, छबिलचंद पुरूषोत्तमदास द्वारा किया जा रहा है।  बड़ा भैणिया परिवार ने सभी आमजनों सहित धर्मप्रेमियों बंधुओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस संगीतमय भागवत कथा में शामिल होकर पुण्य के भागीदार बनें।