CG- प्लांट में बिगाड़ा माहौल, आगजनी, पथराव BIG NEWS: आंदोलन कर रहे विस्थापितों ने पुलिस को पीटा.... बस जलाई.... तोड़फोड़ की.... आंदोलनकारियों ने किया पथराव.... प्रशासन को करना पड़ा पानी की बौछार... पत्थरबाजी में कई घायल.....

CG- प्लांट में बिगाड़ा माहौल, आगजनी, पथराव BIG NEWS: आंदोलन कर रहे विस्थापितों ने पुलिस को पीटा.... बस जलाई.... तोड़फोड़ की.... आंदोलनकारियों ने किया पथराव.... प्रशासन को करना पड़ा पानी की बौछार... पत्थरबाजी में कई घायल.....

...

रायपुर 2 जनवरी 2022। समझाइश से बावजूद कुछ उपद्रवी तत्वों ने मड़वा में माहौल बिगाड़ा। कोरोना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन आंदोलनकारियों से हटने की अपील कर रहा था। जांजगीर जिले के मड़वा स्थित विद्युत विभाग के अटल बिहारी पावर प्लांट में बड़ा बवाल हो गया है। यहां प्लांट के विरोध और जमीन के बदले स्थायी नौकरी नहीं देने को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे लोगों ने प्लांट के बाहर पुलिसकर्मियों को घेरकर पीटा। उन पर जमकर पथराव भी किया है। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। आंदोलनकारियों ने परिसर में खड़ी कई गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की और बस जला दी। साथ ही पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की गाड़ी को तोड़ दिया गया है। नियमितीकरण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे मड़वा ताप विद्युत गृह के संविदा कर्मचारियों से आज प्रशासन ने जब कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हट जाने का आग्रह किया तो आंदोलन कारियों ने पथराव शुरू कर दिया। 

मड़वा प्लांट में कुछ एसे कर्मचारी फंसे थे जो ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीज थे जिन्हें वहां से निकालना जरूरी था, एसे में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को हल्की पानी की बौछार का प्रयोग करना पड़ा। ये कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलन पर हैं। कंपनी प्रबंधन तथा आंदोलन कारियों के बीच बातचीत  भी लगातार चलती रही है। कर्मचारियों की मांगों को लेकर प्रशासन द्वारा भी लगातार मध्यस्थता की जा रही है। पूर्व में इन कर्मचारियों ने छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल के अध्यक्ष से बातचीत कराए जाने का आग्रह प्रशासन से किया था। इस पर प्रशासन ने चार जनवरी का समय तय किया लेकिन कर्मचारियों का कहना था कि वार्ता और जल्दी करायी जाए। 

इस पर प्रशासन ने तीन जनवरी की नयी तारीख तय की, आंदोलनकारी इस पर भी राजी नहीं हुए और वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आज ही बातचीत कराने की जिद करने लगे। उनकी इस जिद के बावजूद प्रशासन ने सहानुभूति पुर्वक पहल करते हुए वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उनकी बात छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल के अध्यक्ष से कराई। इसके बाद भी आंदोलनकारियों ने हटने से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती वो नहीं हटेंगे। इस पर जांजगीर कलेक्टर तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने आंदोलनकारियों को समझाइस दी कि उनकी सभी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जा रहा है, चुंकि कोरोना का संक्रमण गंभीर रूप से बढ़ रहा है इसलिए वे फिलहाल आंदोलन स्थल से हट जाएं। वरिष्ठ अधिकारियों की इस समझाइस पर आंदोलनकारियों में शामिल कुछ उपद्रवी तत्वों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी जिससे कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।