CM Vishnudeo Sai Cabinet : सही साबित हुई गृह मंत्री अमित शाह की बात, पूर्व IAS ओपी चौधरी के हाथ लगा छत्तीसगढ़ का खजाना.....

छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। विष्णुदेव कैबिनेट में वित्‍त विभाग की कमान पूर्व आईएएस ओपी चौधरी को सौंपी गई है। करीब 17 वर्ष बाद वित्‍त विभाग मुख्‍यमंत्री सचिवालय से बाहर हुआ है। प्रदेश में ज्‍यादातर समय वित्‍त विभाग मुख्‍यमंत्री के पास ही रहा है।

CM Vishnudeo Sai Cabinet : सही साबित हुई गृह मंत्री अमित शाह की बात, पूर्व IAS ओपी चौधरी के हाथ लगा छत्तीसगढ़ का खजाना.....
CM Vishnudeo Sai Cabinet : सही साबित हुई गृह मंत्री अमित शाह की बात, पूर्व IAS ओपी चौधरी के हाथ लगा छत्तीसगढ़ का खजाना.....

रायपुर। छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। विष्णुदेव कैबिनेट में वित्‍त विभाग की कमान पूर्व आईएएस ओपी चौधरी को सौंपी गई है। करीब 17 वर्ष बाद वित्‍त विभाग मुख्‍यमंत्री सचिवालय से बाहर हुआ है। प्रदेश में ज्‍यादातर समय वित्‍त विभाग मुख्‍यमंत्री के पास ही रहा है। डॉ. रमन सरकार के शुरुआती दौर में अमर अग्रवाल वित्‍त मंत्री थे, लेकिन उनके इस्तीफा देने के बाद तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री डॉ. रमन ने वित्‍त विभाग अपने पास रख लिया था। वे लगातार 12 साल से ज्यादा समय तक वित्त की कमान अपने पास रखे। कांग्रेस सरकार के दौरान भी यह परंपरा कायम रही। मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ही वित्‍त मंत्री बने रहे। हालांकि, अजीत जोगी ने अपनी सरकार में बेहद काबिल और विद्वान नेता रामचंद्र सिंहदेव को खजाने की चाबी सौंपी थी। बहरहाल, इस बार वित्त विभाग की कमान पूर्व आईएएस ओपी चौधरी को सौंपी गई है।

जानकारों की राय में गृह मंत्री की कुर्सी को सरकार में दूसरे नंबर का माना जाता है, लेकिन सभी विभागों का नियंत्रण वित्‍त विभाग के पास रहता है। योजनाओं के लिए बजट जारी करने सहित तमाम हिसाब किताब वित्‍त विभाग के पास रहता है, ऐसे में वित्‍त की कमान संभालने वाले मंत्री की भूमिका महत्‍वपूर्ण हो जाती है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सामान्य प्रशासन विभाग अपने पास रखा है। यह प्रशासन का प्रमुख विभाग है। ऑल इंडिया सर्विस के अफसर सीधे सीएम के अंतगर्त होते ही हैं, जीएडी में सभी राजपत्रित आधिकारियों भी शामिल होते हैं। इसके साथ ही खनिज साधन, ऊर्जा जनसपंर्क वाणिज्यिक कर (आबकारी), परिवहन एवं अन्य विभाग जो किसी मंत्री को आवंटित न हो वह सीएम के पास रहेगा।