CM Bhupesh baghel ने कर दी नई जिले का घोषणा: इसका नाम खैरागढ़-गंडई-छुईखदान होगा। यह छ.ग राज्य का 33वां जिला होगा.

CM Bhupesh baghel announced the new district: Its name will be..

CM Bhupesh baghel ने कर दी नई जिले का घोषणा: इसका नाम खैरागढ़-गंडई-छुईखदान होगा। यह छ.ग राज्य का 33वां जिला होगा.
CM Bhupesh baghel ने कर दी नई जिले का घोषणा: इसका नाम खैरागढ़-गंडई-छुईखदान होगा। यह छ.ग राज्य का 33वां जिला होगा.

NBL, 17/04/2022, Lokeshwer Prasad Verma,..RAIPUR CG:, CM Bhupesh baghel announced the new district: Its name will be Khairagarh-Gandai-Chhuikhadan.  This will be the 33rd district of Chhattisgarh state.

रायपुर (NBL):- खैरागढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव का परिणाम जारी होने के करीब साढ़े तीन घंटेे के भीतर ही रात करीब सवा नौ बजे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नए जिले के गठन की घोषणा कर दी। इसका नाम खैरागढ़-गंडई-छुईखदान होगा। यह राज्य का 33वां जिला होगा। उन्होंने साल्हेवारा को तहसील और जालबांधा को उप तहसील बनाने की भी घोषणा की है, पढ़े विस्तार से...। 

खैरागढ़ से नवनिर्वाचित विधायक यशोदा वर्मा शनिवार की रात मुख्यमंत्री निवास कार्यालय पहुंचीं। यहां उनके सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित सरकार के कई मंत्री और संगठन के पदाधिकारी मौजूद थे।

इस दौरान ही मुख्यमंत्री ने नए जिले के गठन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि खैरागढ़ चुनाव में जारी घोषणा पत्र के बाकी वादों को भी शीघ्र ही पूरा किया जाएगा। सीएम ने यशोदा वर्मा से पूछा कि आपको जीत का प्रमाण पत्र कितने बजे मिला। इस पर यशोदा ने बताया कि साढ़े पांच-छह बजे। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप जब अपने क्षेत्र में जाना तो बताना कि जीतने के साढ़े तीन घंटे के भीतर ही जिला बनाने का वादा पूरा हो गया है।

खैरागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जीत से उत्साहित मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हम 2023 का चुनाव भी जीतेंगे। उन्होंने कहा कि खैरागढ़ चुनाव में हमारे कार्यकर्ता और नेताओं को समझ में आ गया है कि इसके लिए कितनी मेहनत करनी पड़ेगी। भाजपा के अफवाहों से भी निपटना पड़ेगा, लेकिन जीत तय है। बघेल ने कहा कि खैरागढ़ की जनता से किया गया हर वादा तय समय सीमा में पूरा किया जाएगा।

मुख्यमंत्री निवास पर शनिवार की शाम को पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने इस जीत को सरकार के साढ़े तीन साल के कामों पर जनता की मुहर बताया। उन्होंने कहा कि साढ़े तीन साल में राज्य में अब तक चार विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव हुए हैं।

इन चारों चुनावों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, जो अपने आप में रिकार्ड है। एक सवाल के जवाब में बघेल ने कहा कि 1995 से खैरागढ़ की राजनीति देवव्रत सिंह के ईर्दगिर्द थी। 2018 के चुनाव में कांग्रेस तीसरे स्थान पर थी। इस वजह से वहां नीचले स्तर पर हमारा संगठन मजबूत नहीं था। लेकिन सभी ने मिलकर काम किया।

हार से सबसे ज्यादा नुकसान डा. रमन सिंह को

बघेल ने कहा कि भाजपा की इस हार से सबसे ज्यादा नुकसान डा. रमन सिंह का हुआ है। उन्होंंने इस चुनाव को चुनौती के रुप में लेते हुए सेमीफाइनल बताया था। खैरागढ़ से अपनी मातृभूमि बताते हुए रिश्तों की दुहाई दी थी। इसलिए यह उनके खुद के लिए आलार्मिंग है। भाजपा ने प्रदेश के अपने सभी नेताओं के साथ पड़ोसी राज्य के मुख्यमंत्री और दो केंद्रीय मंत्रियों को भी मैदान में उतारा फिर भी हार गई। इससे 2023 का परिणाम भी अपेक्षित है।

विधायक पुत्र हो या सीएम के पिता सबसे के लिए कानून एक

रायगढ़ में विधायक पुत्र के थाने में घुसकर मारपीट की घटना को लेकर पूछे गए सवाल पर बघेल ने कहा कि घटनाएं घटती हैं लेकिन उन पर पुलिस तत्परता से कार्यवाही करती है, चाहे मामला कांग्रेस के विधायक प्रकाश नायक के बेटे का मामला हो या भूपेश बघेल के पिता का। यहां कानून का राज है। यहां बुलडोजर नहीं चलता क्योंकि यहां कानून का राज है। उन्होंने कहा कि न्याय न्यायालय के माध्यम से ही होना चाहिए।

उपचुनाव के परिणाम भाजपा के लिए संकेत

छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में हुए विभिन्न उपचुनावों में भाजपा की हार पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि यह संकेत दे रहा है कि आने वाले समय में जनता की भाजपा से कितनी अपेक्षा है। हर तरफ महंगाई बढ़ रही है। भाजपा देश को संप्रदायिकता की आग में झोंकने पर अमादा है।