CM बघेल बोले, एथेनाल के इश्तेमाल से छ.ग के लोगों को महंगे पेट्रोल से मिलेगी राहत, छत्तीसगढ़ में लग रहा प्लांट.
CM Baghel said, people of Chhattisgarh will get relief..




NBL, 23/04/2022, Lokeshwer Prasad Verma,. CM Baghel said, people of Chhattisgarh will get relief from expensive petrol due to use of ethanol, plant being set up in Chhattisgarh.
रायपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के पेट्रोलियम के विकल्प के रूप में एथेनाल की पैरवी के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के केंद्र सरकार को सवालों के कठघरे में खड़ा किया है, पढ़े विस्तार से..
रायपुर के हेलीपैड पर मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के दूसरे महीने में ही केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था। केंद्र सरकार ने न तो अनुमति दी, न ही एथेनाल का रेट ही तय किया। हमारा तीन साल पुराना प्रस्ताव है, भेजने वाली बात ही नहीं है।
दरसअल, नितिन गड़करी ने कहा था कि एथेनाल बनाने पर छत्तीसगढ़ काम करे, यह भविष्य का इंधन है। इससे किसान अन्न्दाता से ऊर्जादाता बनेगा। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि यदि धान से एथेनाल बनाने की अनुमति मिलती है, तो इससे केंद्र, राज्य सरकार, किसान और आम आदमी का फायदा होगा। यहां धान की पैदावार अधिक है। इस पर केंद्र सरकार को अधिक ध्यान देना चाहिए।
मुख्यमंत्री बघेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में गन्ना और मक्का से एथेनाल बनाने का प्लांट लगाया जा रहा है। मक्का से एथेनाल बनाने का प्लाट कोंडागांव और गन्ने से एथेनाल बनाने का प्लांट कवर्धा में लग रहा है। जल्द ही इन जगहों से उत्पादन शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि एथेनाल का इस्तेमाल गाड़ियों में पेट्रोल की तरह ही किया जा सकेगा और लोगों को महंगे पेट्रोल से राहत मिलेगी। इसकी कीमत 50 से 60 रुपये के आस-पास हो सकती है।
केंद्र सरकार के अधिकारियों पर निशाना साधते हुए सीएम बघेल ने कहा कि कुछ अधिकारी चाहते हैं कि पैरा और भूसा से एथेनाल बनाएं। उसके बाद गन्ना और मक्का से भी बनाएं। हम लोग धान से एथेनाल बनाने की मांग कर रहे हैं। केंद्र सरकार के पास चावल है। हम केंद्र सरकार को 32 रुपये में नहीं, 22 रुपये में धान देने को तैयार हो गए. उसके बाद भी नहीं लिया गया। इसके बाद हमने कहा कि हमें धान से एथेनाल बनाने की अनुमति दी जाए।