Chhattisgarh महिला हॉस्टल वार्डन सस्पेंड : छात्रावास में रह रही नाबालिग छात्रा हुई गर्भवती,मामले को छिपाने के लिए मैडम ने किया गंदा काम…फिर जो हुआ…
छत्तीसगढ़ के कांकेर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक सरकारी हॉस्टल में नाबालिग छात्रा गर्भवती हो गई। इस मामले के समाने आने के बाद कलेक्टर ने बड़ा एक्शन लिया है। कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और हॉस्टल वार्डन को सस्पेंड कर दिया है।




डेस्क : छत्तीसगढ़ के कांकेर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक सरकारी हॉस्टल में नाबालिग छात्रा गर्भवती हो गई। इस मामले के समाने आने के बाद कलेक्टर ने बड़ा एक्शन लिया है। कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और हॉस्टल वार्डन को सस्पेंड कर दिया है।
बता दें कि कांकेर (Kanker Crime News) के एक सरकारी आवासीय विद्यालय की नाबालिग छात्रा के गर्भवती होने के मामला का खुलासा होने के बाद कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं।
साथ ही अधीक्षिका विनीता कुजूर को सस्पेंड (Chhattisgarh News) कर दिया गया है। पखांजूर क्षेत्र के SDM अंजोर सिंह पैकरा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच दल को दो दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
गुप्त रूप से कराया गर्भपात
आपको बता दे कि छात्रावास की एक छात्रा को किसी अज्ञात व्यक्ति ने गर्भवती कर दिया, जिसके बाद उसका गर्भपात (Chhattisgarh News) गुप्त रूप से कर दिया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि लड़की को परीक्षा में बैठने की भी अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने छात्रावास अधीक्षक को हटाने और उसके खिलाफ जांच की मांग की है।
नेहा सहारे को दिया प्रभार
पखांजूर के सरकारी हॉस्टल में छात्रा के प्रेग्नेंट (Chhattisgarh News) होने की घटना के सामने आने के बासद हॉस्टल अधीक्षिका विनीता कुजूर को निलंबित कर दिया है। विनीता की जगह नेहा सहारे को हॉस्टल का प्रभार दिया गया है। नेहा सहारे आगामी आदेश तक वार्डन का प्रभार संभालेंगी।
इस मामले की जांच को लेकर कलेक्टर (Chhattisgarh News) ने निर्देश जारी किए हैं। जांच एसडीएम की अध्यक्षता में की जा रही है। यह टीम बालिका छात्रावास में छात्राओं के साथ ही स्टाफ से भी पूछताछ करेगी। इसके साथ ही जो क्लू मिलेगा, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित छात्रा के भी बयान लिए जाएंगे।
ये था पूरा मामला, इसके बाद एक्शन
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के पखांजूर में कन्या छात्रावास (Chhattisgarh News) में रह रहीं छात्राओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं।
छात्रावास में रह रही एक नाबालिग छात्रा के गर्भवती होने के बाद अधीक्षिका ने इस बात की जानकारी न तो विभाग को दी और न ही इसकी सूचना पुलिस को दी गई, बल्कि अधीक्षिका ने नाबालिग को उसके घर भेज दिया, जहां पर उसका गर्भपात करा दिया गया। नाबालिग का गर्भपात कराने के बाद आरोपी की भी पहचान नहीं हो पाई है।
अधीक्षिका ने नाबालिग को वार्षिक परीक्षा में बैठने से रोका
नाबालिग छात्रा के गर्भवती होने के बाद जब उसका पेट दिखने लगा तो अधीक्षिका (Chhattisgarh News) छात्रा को छिपा कर रखा करती थी। ताकि इसके बारे में किसी को भी कुछ भी पता नहीं चल पाए। इसके लिए अधीक्षिका ने नाबालिग को वार्षिक परीक्षा में भी बैठने नहीं दिया था।
साथ ही इस दौरान उसने छात्रा को उसके घर भेज दिया। इसके बाद छात्रावास की छात्राओं के बीच इस बात को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई थीं। फिर यहां से इस बात की जानकारी गांव के दूसरे लोगों को पता चली।
गांव वालों ने की विधायक से शिकायत
ग्रामीणों (Chhattisgarh News) को जानकारी मिलने के बाद इसकी शिकायत उन्होंने विधायक विक्रम उसेंडी से की तब जाकर कहीं यह मामला बाहर आया। नाबालिग छात्रा के गर्भवती का मामला सामने आने के बाद पूरे विभाग में हड़कंप मच गया था।
इस घटना के सामने आने के बाद शुक्रवार शाम तक पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। ग्रामीणों ने पूरे मामले में छात्रावास अधीक्षिका की लापरवाही को लेकर उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
बता दें कि जिले के एक गांव में बीते दो सालों से यहां पर कन्या आवासीय विद्यालय (Chhattisgarh News) का संचालन हो रहा है। वर्तमान में इस स्कूल सह छात्रावास के भवन का निर्माण नहीं हो पाया है। वहीं, सभी बालिकाएं हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाई करती हैं, साथ ही उसी परिसर में माध्यमिक शाला भवन को छात्राओं के छात्रावास में बदल दिया गया है। सभी छात्राएं यहीं पर रहा करती थीं।
अप्रैल माह में सामने आई थी गर्भवती होने की बात
अप्रैल माह में यहां पर एक 16 साल की छात्रा के गर्भवती होने की बात सामने आई थी। जैसे-जैसे नाबालिग (Chhattisgarh News) का गर्भ बढ़ने लगा था, धीरे-धीरे यह मामला सामने आने लगा था। जबकि, अधीक्षिका को इस बात की जानकारी होने के बावजूद उसने इसकी शिकायत विभाग या पुलिस में करने की बजाए आरोपी को बचाने का प्रयास किया और पूरे मामले को दबाने में जुट गई।
मामला बढ़ता देख अधीक्षिका ने नाबालिग को तभी उसके परिजनों के पास भेज दिया। परिजनों ने जिले से बाहर ले जाकर छात्रा का गर्भपात कर दिया। गांव स्तर पर इसकी चर्चा होने के कारण यह मामला सबके समक्ष आने में सफल रहा।