CG- ऑपरेशन राहुल LIVE: 92 घंटे से फंसे राहुल को निकालने की कमान अब सेना के हाथ.... खुद टनल में उतरे.... मजबूत चट्टानें हर बार रेस्कयू की राह में बन रही रोड़ा.... देखें EXCLUSIVE VIDEO कैसे टॉर्च की रोशनी में घुटने के दम पर किया जा रहा काम.....
Chhattisgarh Operation Rahul LIVE: The command to rescue Rahul trapped for 92 hours is now in the hands of the army .... himself landed in the tunnel जांजगीर-चाम्पा जिले के पिहरीद में बोरेवेल के लिए किए गए गड्ढे में गिरे 11 वर्षीय राहुल साहू का रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है. Chhattisgarh Operation Save Rahul LIVE Update Army personnel will bring Rahul stranded for 92 hours




Chhattisgarh Operation Save Rahul LIVE Update Army personnel will bring Rahul stranded for 92 hours
जांजगीर. जांजगीर-चाम्पा जिले के पिहरीद में बोरेवेल के लिए किए गए गड्ढे में गिरे 11 वर्षीय राहुल साहू का रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है. छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे में फंसे हुए राहुल को 92 घंटे हो चुके हैं. उसको बचाने का प्रयास अभी तक सेना के निर्देश पर NDRF कर रही थी, लेकिन अब जवानों ने कमान अपने हाथ में ले ली है. अब सेना के जवान टनल में उतरे हैं. ऑपरेशन राहुल में रेस्कयू जारी है. मजबूत चट्टानें हर बार रेस्कयू की राह में रोदा बन रही है फिर भी टीमवर्क से अभियान कही भी रुका नहीं है.
सेना की ओर से बताया गया है कि NDRF जवानों को आराम देने के लिए ऐसा किया गया है. यह एक ज्वाइंट ऑपरेशन है और इसमें ऐसा ही किया जाता है. उन्होंने बताया कि अभी भी राहुल को बचाने में 4 से 5 घंटे या उससे ज्यादा लग सकते हैं. सवाल यहां बच्चे की जिंदगी का है, ऐसे में चट्टान तोड़ने के लिए सख्त रुख नहीं अपना सकते. चट्टानों को काटने का काम जल्दी से जल्दी किया जा रहा है. राहुल के मूवमेंट का एक नया वीडियो अभी सामने आया है.
इसमें राहुल सिर उठाता हुआ और रिस्पॉन्स देता दिखाई दे रहा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से भी ट्वीट कर कहा गया है कि सबकी दुआएं मासूम राहुल के साथ हैं. अभी इशारों में राहुल ने कुछ खाने की मांग की है. रेस्क्यू अभियान जारी है. चट्टानों से भी मज़बूत इस मासूम बालक के साहस को सलाम है. राहुल के घर के आसपास 2010 में आई फिल्म पीपली लाइव जैसा नजारा भी है. आसपास मेले जैसा माहौल बन गया है.
देखिये कैसे विपरीत परिस्थितियों में जारी है। राहुल को बाहर निकालने की जंग। टॉर्च की रोशनी में भीतर चट्टानों को ड्रील मशीन से काटने के लिए झुककर,घुटने के दम पर काम किया जाता है।
देखें EXCLUSIVE VIDEO
नेता-अफसर, पुलिस सब हैं. मीडिया की टीमें हैं. यह देखकर गांव के लोग भी राहुल को देखने के लिए पास जमा हो जाते हैं, लेकिन फिर उन्हें निराशा होती है, जब यह पता चलता है कि भारी चट्टान को काटने में अभी और समय लगेगा. कई दुकानें भी खुल गई हैं. पिहरिद से लगे गांव कलमी के भैरव सिंह शेखावत मालखरौदा में फलूदा की दुकान लगाते हैं. वे मूलतः राजस्थान के हैं, लेकिन जब राहुल के रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट रही भीड़ का पता चला तो वहां पहुंच गए.
भैरव हर दिन 5 हजार से अधिक का धंधा कर रहे हैं. इसी भीड़ का जब छोटे सीपत के कृष्ण कुमार कुर्रे को पता चला तो सोडा बेचने पहुंच गए. दोपहर तक तीन हजार से ज्यादा का सोडा बेच चुके हैं. कटारी गांव से पवन वैष्णव बर्फ ठेला लगा रहे हैं. 3 दिनों में वे 17 हजार का बर्फ गोला बेच चुके हैं. गांव के ही भोजराम चंद्रा का मकान राहुल के घर से लगा है. भोजराम की साइकिल की दुकान है. साथ में पान ठेला है.
दोनों मिलाकर कभी एक दिन में हजार रुपए का कारोबार नहीं होता था. पिछले तीन दिनों में हर दिन तीन से चार हजार रुपए कमा रहे हैं. जॉइंट कॉम्बिनेशन में देश का सबसे बड़ा रेस्कयू राहुल को बचाने के लिए कर रही है. एनडीआरएफ के सदस्य पूरी तरह से प्रशिक्षित होते हैं, फिर भी कई बार चूक से दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं. एनडीआरएफ द्वारा राहुल का रेस्क्यू कमांड ऑफ चीफ वर्धमान मिश्रा के निर्देशन में किया जा रहा है. (Chhattisgarh Operation Save Rahul LIVE Update Army personnel will bring Rahul stranded for 92 hours )
आज रेस्कयू के दौरान हाथों में हल्का सा चोट लगा और मौके पर उपस्थित डॉक्टर के उपचार के बाद ठीक हो गया. जांजगीर-चाम्पा जिले का यह गाँव पिहरीद देश भर में सुर्खियों में है. यहाँ रहने वाले लाला साहू पेशे से किसान है और घर पर ही टेंट हाउस के साथ डीजे का व्यवसाय भी करते हैं. इन्होंने अपने घर के पीछे अपनी जमीन पर बोर कराई थी. बोर में पानी नहीं निकल पाने की वजह से पास ही एक दूसरा बोर भी कराया था. (Chhattisgarh Operation Save Rahul LIVE Update Army personnel will bring Rahul stranded for 92 hours )
लाला साहू ने वह बोर जिसमें पानी नहीं निकला,उस बोर को पूरी तरह से शायद ढका नहीं! बोर खुला हुआ था. इनके घर में दो बच्चे भी है. एक राहुल, दूसरा ऋषभ. राहुल 11 साल का है और ऋषभ 8 साल का. घर के पीछे बहुत बड़ी खुली जगह भी है. जहाँ राहुल,ऋषभ और अन्य बच्चे खेलते हैं. बताया जा रहा है कि 10 जून को अचानक ही एक घटना घट गई. दोपहर में खेलते हुए राहुल बोर में नीचे जा गिरा.(Chhattisgarh Operation Rahul LIVE: The command to rescue Rahul trapped for 92 hours is now in the hands of the army .... himself landed in the tunnel)