Chhattisgarh News: राजस्व निरीक्षक ने कर दिया लाखों का खेला,सरकारी जमीन को बेच दिया निजी बनाकर,फिर जो हुआ…जाने मामला..

कोरबा में राजस्व निरीक्षक का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया हैं। बताया जा रहा हैं कि धमतरी जिला में पुरानी पदस्थापना के दौरान राजस्व निरीक्षक ने रिकार्ड में छेड़छाड़ कर राजस्व मद की घास भूमि को निजी भूमि बनाकर बेच दिया गया।

Chhattisgarh News: राजस्व निरीक्षक ने कर दिया लाखों का खेला,सरकारी जमीन को बेच दिया निजी बनाकर,फिर जो हुआ…जाने मामला..
Chhattisgarh News: राजस्व निरीक्षक ने कर दिया लाखों का खेला,सरकारी जमीन को बेच दिया निजी बनाकर,फिर जो हुआ…जाने मामला..

Chhattisgarh News: Revenue inspector played lakhs

कोरबा 4 जून 2023। कोरबा में राजस्व निरीक्षक का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया हैं। बताया जा रहा हैं कि धमतरी जिला में पुरानी पदस्थापना के दौरान राजस्व निरीक्षक ने रिकार्ड में छेड़छाड़ कर राजस्व मद की घास भूमि को निजी भूमि बनाकर बेच दिया गया। राजस्व रिकार्ड में हुए इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद कोरबा कलेक्टर संजीव कुमार झा के निर्देश पर संबंधित राजस्व निरीक्षक को शो काॅज नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा गया हैं। चूकि मामले की जांच हो चुकी हैं, लिहाजा तीन दिन बाद राजस्व निरीक्षक पर निलंबन की गाज गिरना तय माना जा रहा हैं।

सरकारी जमीन के रिकार्ड में छेड़छाड़ कर फर्जीवाड़े का ये पूरा मामला धमतरी जिला से जुड़ा हुआ हैं। जानकारी के मुताबिक कोरबा के चैतमा में विमल कुमार भगत राजस्व निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। 19 अक्टूबर 2022 को राजस्व निरीक्षक का धमतरी से कोरबा तबादला हुआ था। इससे पहले धमतरी जिला में पदस्थापना के दौरान राजस्व निरीक्षक विमल कुमार भगत ने अपने ही विभाग में बड़ा फर्जीवाड़ा किया था। यहां राजस्व निरीक्षक ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए मगरलोड क्षेत्र में स्थित करीब साढ़े 5 एकड़ से अधिक शासकीय मद में दर्ज घास चराई भूमि का रिकार्ड बदल कर निजी भूमि बना दिया गया। इसके बाद इन सभी शासकीय भूमि को बेच दिया गया। 

राजस्व रिकार्ड में छेड़छाड़ कर शासकीय भूमि को निजी बनाकर बेचने की शिकायत मिलने के बाद धमतरी जिला प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू की गयी। इस बीच राजस्व निरीक्षक का तबादल कोरबा हो गया। जांच पूरी होने के बाद सारी हकीकत और फर्जीवाड़ा सामने आ गया। जिस पर कार्रवाई के लिए धमतरी राजस्व विभाग से प्रकरण कोरबा कलेक्टर के समक्ष भेजा गया हैं।